एयर होस्टेस गीतिका शर्मा सुसाइड केस में विधायक गोपाल कांडा बरी, कोर्ट ने क्या कहा?
गीतिका ने 2012 में घर में सुसाइड कर लिया था, कांडा से संबंधों के चलते मामला काफी चर्चा में रहा था, अब फैसला आया

दिल्ली के चर्चित गीतिका शर्मा सुसाइड केस में हरियाणा के पूर्व गृह राज्य मंत्री गोपाल कांडा को कोर्ट ने बरी कर दिया है. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने मंगलवार, 25 जुलाई को अपना फैसला सुनाया है. कोर्ट ने इस मामले में MDLR एयरलाइंस में सीनियर मैनेजर रहीं अरुणा चड्ढा को भी बरी कर दिया है.
11 साल बाद आए इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए गोपाल कांडा ने कहा,
‘मेरे खिलाफ एक भी सबूत या कुछ नहीं था. ये सिर्फ और सिर्फ बनाया गया था. ये किस सोच से और क्यों बनाया गया था? ये कोर्ट ने आज फैसला दे दिया है. ये सबके सामने है.’
वहीं, गोपाल कांडा के वकील RS मालिक ने कहा कि इस मामले में पहले दिन से ही उनके क्लाइंट के खिलाफ एविडेंस नहीं थे.
गोपाल कांडा के बरी होने पर गीतिका के भाई अंकित ने मीडिया से कहा कि वो अभी इस बारे में कुछ नहीं बता सकते, वो अभी सोचेंगे कि उन्हें आगे इस केस में क्या करना है?
कैसे गीतिका सुसाइड में कांडा का नाम आया?गीतिका शर्मा, गोपाल कांडा की एयरलाइन कंपनी में एयर होस्टेस थीं. 5 अगस्त 2012 को गीतिका ने दिल्ली के अशोक विहार के अपने घर में सुसाइड कर ली थी. उनकी लाश के पास एक चिट्ठी मिली थी. उसमें लिखा था कि गोपाल कांडा ने गीतिका का ‘ग़लत इस्तेमाल’ किया और इसी वजह से वो आत्महत्या कर रही हैं. 7 अगस्त को कांडा ने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया. हालांकि उनके ख़िलाफ़ 'आत्महत्या के लिए उकसाने' का मामला दर्ज हुआ.
इस केस के तार जुड़े थे MDLR एयरलाइन से. 2007 में बनी इस एयरलाइन का नाम गोपाल ने अपने एडवोकेट पिता 'मुरलीधर लखराम' के नाम (MDLR) पर रखा. पर तब तक सरकारी एजेंसियों ने गोपाल कांडा की तरक्की नोट कर ली थी. MDLR एयरलाइंस के बही-खातों में सही-गलत के हिसाब इस कदर खराब थे कि कांडा के हवाई सपने ज्यादा नहीं उड़े. सिर्फ दो साल चलने के बाद ही एयरलाइन ज़मीन पर आ गई.
गीतिका इसी एयरलाइन में एयर होस्टेस हुआ करतीं थीं. यहीं से गीतिका और कांडा के कथित रिश्ते शुरू हुए थे. कुछ वक़्त गुज़रा और गीतिका सऊदी जाकर रहने लगीं. लेकिन बताते हैं कि वहां जाकर कांडा और MDLR की एक सीनियर मैनेजर अरुणा चड्ढा उन्हें वापस दिल्ली ले लाए. इसके बाद गीतिका की सुसाइड की खबर दुनिया के सामने आई.
गोपाल कांडा साल भर जेल में रहेपुलिस ने गोपाल कांडा की तलाश शुरू की. बचने के लिए कांडा ने अग्रिम ज़मानत याचिका डाली. वो खारिज़ हो गई. फिर 18 अगस्त 2012 को कांडा ने अशोक विहार पुलिस स्टेशन में सरेंडर किया. इसके करीब एक साल बाद 27 मई 2013 को मामले की सुनवाई शुरू हुई. 5 सितंबर 2013 को कांडा की अंतरिम ज़मानत मंज़ूर हो गई.

MDLR एयर लाइन में काम करने वाली अरुणा चड्ढा भी कांडा के साथ इस केस में आरोपी थीं. उनकी भी ज़मानत 10 फरवरी 2013 को मंज़ूर हो गई थी. पांच दिन बाद 15 फरवरी 2013 को गीतिका शर्मा की मां ने भी सुसाइड कर लिया. एक साल बाद 4 मार्च 2014 को गोपाल कांडा को नियमित ज़मानत मिल गई.
कौन हैं गोपाल कांडा?गोपाल कांडा उर्फ गोपाल कुमार गोयल, सिरसा सीट से विधायक हैं. इनकी पार्टी का नाम है हरियाणा लोकहित पार्टी. गोपाल ने हरियाणा की BJP-JJP सरकार को समर्थन दिया हुआ है. राजनीति में आने से पहले गोपाल कांडा व्यापारी थे. जूते-चप्पल की छोटी सी दुकान से शुरुआत की. बाद में बड़े कारोबारी बने. होटल और कैसीनो बिजनेस में भी गोपाल कांड हाथ आजमा चुके हैं. 2007 में गोपाल कांडा ने MDLR एयरलाइंस शुरू की थी, जिसमें गीतिका शर्मा बतौर एयर होस्टेस काम करती थीं. ये एयरलाइंस ज्यादा चली नहीं और 2009 में बंद हो गई.

गोपाल कांडा के भाई गोविंद कांडा BJP नेता हैं. इसलिए गोवा की भाजपा सरकार से गोपाल के अच्छे संबंध बताए जाते हैं. गोपाल का नाम कई विवादों से जुड़ा है. 2011 में उन पर पूर्व क्रिकेटर अतुल वासनी से मारपीट करने का आरोप लगा था. अप्रैल 2010 में सिरसा में इंडियन नैशनल लोकदल के एक नेता की पिटाई का मामला उनसे जोड़ा गया था. गैंगरेप से जुड़े एक मामले में गोपाल कांडा की गाड़ी के इस्तेमाल की बात भी सामने आई थी.
इसके अलावा सोनाली फोगाट की मौत के केस में भी गोपाल पर आरोपियों की मदद करने का आरोप लगाया गया था. सोनाली के भाई वतन ढाका ने दावा किया था कि गोपाल के कहने पर ही गोवा पुलिस सोनाली मर्डर केस में FIR दर्ज करने में टालमटोल कर रही थी. हालांकि, इसके बाद गोवा पुलिस ने दो दिन बाद सुधीर सांगवान और सुखविंदर वासी को अरेस्ट कर लिया था.
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