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हिंसाग्रस्त मणिपुर के DGP को क्यों हटाया गया? क्या 'कुकी फैक्टर' बना वजह?

मणिपुर के मैतेई और कुकी समुदाय जातिगत आरक्षण की लड़ाई में एक-दूसरे को मार रहे हैं. पुलिस हिंसा रोकने में कामयाब नहीं दिख रही. इस बीच राज्य के DGP पी डोंगल को हटा दिया गया.

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Manipur Violence new dgp
मणिपुर के नए DGP राजीव सिंह (बाएं), पूर्व DGP पी डोंगल (दाएं). (फोटो सोर्स- PTI और Twitter@VungzaginValte)
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शिवेंद्र गौरव
1 जून 2023 (Updated: 1 जून 2023, 11:05 PM IST)
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3 मई 2023. वो तारीख जबसे मणिपुर सुलग रहा है. हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी (Manipur Violence) जारी है. मणिपुर के दो समुदाय, मैतेई और कुकी, जातिगत आरक्षण की लड़ाई में एक-दूसरे को मार रहे हैं. अब तक 80 से ज्यादा लोगों की हत्या की जा चुकी है. मणिपुर पुलिस हिंसा रोकने में कामयाब नहीं दिख रही है. इस बीच राज्य के DGP पी डोंगल को हटा दिया गया है. उनकी जगह CRPF के IG रहे राजीव सिंह को मणिपुर का नया DGP नियुक्त किया गया है.

राजीव सिंह, 1993 बैच के त्रिपुरा काडर के IPS ऑफिसर हैं. वो अब तक सेंट्रल रिजर्व पुलिस फ़ोर्स (CRPF) के IG के तौर पर काम कर रहे थे. बीती 29 मई को उन्हें बतौर 'स्पेशल केस इन पब्लिक इंटरेस्ट' त्रिपुरा काडर से मणिपुर भेजा गया था. और आज सरकार द्वारा उन्हें मणिपुर का DGP नियुक्त कर दिया गया. बतौर मणिपुर DGP उनका 3 साल का कार्यकाल रहेगा. वहीं पी डोंगल को ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (OSD) होम के पद पर नियुक्त किया गया है.

पी डोंगल को क्यों हटाया गया?

पी डोंगल को हटाने के पीछे बड़ी वजह है. अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स में प्रवेश लामा की रिपोर्ट के मुताबिक, डोंगल के मणिपुर का DGP होने के बावजूद राज्य पुलिस की कमान ADG आशुतोष सिन्हा के हाथों में थी. 3 मई को जब मणिपुर में पहली बार मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा शुरू हुई, उसके एक ही दिन बाद मणिपुर सरकार ने आशुतोष सिन्हा को हिंसा रोकने के पूरे ऑपरेशन का कमांडर बना दिया था. वहीं CRPF चीफ कुलदीप सिंह को राज्य में सिक्योरिटी एडवाइजर नियुक्त किया गया था. ऑर्डर में ये भी कहा गया कि सिन्हा, कुलदीप सिंह के नेतृत्व में काम करेंगे.

तो DGपी डोंगल को इस पूरे ऑपरेशन से दूर क्यों रखा गया? मणिपुर के एक पुलिस ऑफिसर ने नाम न लेने की शर्त पर अख़बार को बताया कि राज्य की सरकार ने सोच समझकर पुलिस की कमान DGP पी डोंगल के जूनियर आशुतोष सिन्हा को सौंपी है, क्योंकि डोंगल एक प्रभावी कुकी परिवार से आते हैं. पी डोंगल 1987 बैच के IPS ऑफिसर हैं. उनके पिता सी डोंगल कुकी समुदाय के एक प्रभावशाली नेता और मणिपुर में मंत्री भी रहे हैं.

एक दूसरे पुलिस ऑफिसर ने अख़बार से बात करते हुए कहा,

"राज्य में संघर्ष दो समुदायों के बीच है. हो सकता है सरकार ने ये सोचा हो कि उनका (पी डोंगल) कोई निर्णय आपस में लड़ रहे दोनों समुदायों के लोग गलत तरीके से भी ले सकते हैं. बीते हफ्ते उनके पिता की मौत हुई थी. उसके बाद भी वो ऑफिस आते रहे. उन्होंने सिर्फ एक दिन की छुट्टी ली."

इस पुलिस ऑफिसर ने ये भी बताया कि पी डोंगल के बाद ऑपरेशन की कमांड दूसरे सबसे सीनियर ऑफिसर को दी जानी थी. लेकिन, उस पोजीशन पर भी पी डोंगल के छोटे भाई सी डोंगल हैं जो कि 1990 बैच के IPS ऑफिसर हैं.

हालांकि पी डोंगल इसी महीने रिटायर भी हो रहे हैं. अब मणिपुर पुलिस की कमान नए DGP बने राजीव सिंह के हाथों में है. देखना होगा उनके पद संभालने के बाद हिंसाग्रस्त मणिपुर में हालात शांतिपूर्ण होते हैं या नहीं.

वीडियो: मणिपुर हिंसा पर अमित शाह ने जांच-राहत पर क्या-क्या ऐलान कर दिए?

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