The Lallantop
Advertisement

मणिपुर: पुलिस से भिड़ी मैतेई भीड़, हिंसा-तोड़फोड़ और आगजनी, अब क्यों मचा है बवाल?

मणिपुर में UAPA के तहत गिरफ्तार हुए 5 आरोपियों की रिहाई की मांग को लेकर हो रही आम हड़ताल 21 सितंबर को हिंसक हो गई. यहां मैतेई समुदाय की महिला प्रदर्शनकारियों ने बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर कई पुलिस थानों को घेर लिया. इंफाल पश्चिम में सिंगजामेई पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी के घर में तोड़फोड़ भी की. इन घटनाओं के बाद इंफाल के सभी इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है.

Advertisement
Meitei women protesters demands release of 5 UAPA accused in Manipur general strike.
मणिपुर में मैतेई समुदाय के सिविल सोसाइटी ऑर्गानाइज़ेशंन 18 सितंबर से आम हड़ताल पर हैं. (फोटो क्रेडिट - ट्विटर/इंडिया टुडे)
font-size
Small
Medium
Large
22 सितंबर 2023
Updated: 22 सितंबर 2023 09:26 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

मणिपुर (Manipur) में हो रही आम हड़ताल 21 सितंबर को हिंसक हो गई. यहां महिला प्रदर्शनकारियों ने बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर कई पुलिस थानों को घेर लिया. इंफाल पश्चिम इलाके के सिंगजामेई पुलिस स्टेशन में तो हालात बेहद खराब हो गए. प्रदर्शनकारियों ने यहां के थाना प्रभारी के घर में तोड़फोड़ की. जवाब में पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने आंसू गैस के गोले छोड़े. इस घटना में 3 लोग घायल हो गए हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस हड़ताल में मैतेई समुदाय के लोग शामिल हैं. COCOMI जो कि इस समुदाय का सबसे बड़ा सिविल सोसाइटी ऑर्गानाइज़ेशन है, इसे आयोजित करवा रहा है. साथ ही महिलाओं का संगठन मीरा पैबी भी इसमें शामिल है. इन्होंने 18 सितंबर को आम हड़ताल बुलाई थी. इसके बाद 48 घंटे तक राज्य के कुछ जिलों में सबकुछ बंद करवा दिया गया.

ये भी पढ़ें- UAPA आरोपियों को छुड़ाने निकली ये किस भीड़ ने काटा बवाल

आरोपियों को रिहा कराने के लिए हड़ताल

हड़ताल की मुख्य मांग पिछले हफ्ते UAPA के तहत गिरफ्तार किए गए 5 लोगों को रिहा कराने की है. साथ ही इसमें असम राइफल्स को राज्य से हटाने की भी मांग शामिल है. गिरफ्तार हुए आरोपियों पर नए और अत्याधुनिक हथियार ले जाने और सैनिकों की तरह वर्दी पहनने के आरोप हैं. वहीं, मैतेई समुदाय का दावा है कि गिरफ्तार किए गए पांचों लोग स्वयंसेवक थे.

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि 21 सितंबर को इंफाल पूर्व के 7-8, इंफाल पश्चिम के 7, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिले में भी कई पुलिस थानों पर हमला करने की कोशिश की गई. हिंगांग और पोरोम्पैट पुलिस थानों पर भी प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आंसू गैस छोड़नी पड़ी. इन घटनाओं के बाद इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व जिले के सभी इलाकों में एक बार फिर कर्फ्यू लगा दिया गया है. 

UAPA के तहत गिरफ्तार किए गए 5 आरोपी

इससे पहले, मणिपुर पुलिस ने 17 सितंबर को एक बयान जारी किया था. इसमें बताया गया था कि उन्हें हथियारबंद बदमाशों के जबरन वसूली करने, पुलिस की वर्दी का गलत इस्तेमाल करने और अपने आप को पुलिस अधिकारी बताने की खबरें मिली हैं. FIR के अनुसार, पांचों आरोपियों को इंफाल के मैतेई मायेक स्कूल के पास कोंगबा से 16 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था.

ये भी पढ़ें- मणिपुर हिंसा पर SC पैनल ने क्या कहा?

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम एम. आनंद सिंह, अथोकपम कजीत, एल. माइकल मंगांगचा, के. रोपोजीत मैतेई और कीशम जॉनसन है. आरोपियों के पास से एक इंसास राइफल, एक SLR, दो .303 राइफल, एक बुलेरो कार और कई राउंड मैग्ज़ीन के बरामद किए गए हैं. इन आरोपियों को UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया.

ये भी पढ़ें- मणिपुर में हिंसा फैलानेे वाली 100 रुपये की 'जादुई गोली'

वीडियो: मणिपुर ग्राउंड रिपोर्ट : हिंसा की वो कहानियां, जो कहीं सुनी नहीं गईं

thumbnail

Advertisement

Advertisement