मल्लिकार्जुन खरगे INDIA गठबंधन के PM उम्मीदवार होंगे? किसने लिया उनका नाम?
PM पद की उम्मीदवारी के लिए नाम लिया गया तो क्या बोले कांग्रेस अध्यक्ष?
क्या कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद के दावेदार होंगे? सवाल इसलिए क्योंकि 'INDIA' गठबंधन की बैठक से निकलकर एक जानकारी आई है, सूत्रों के हवाले से. वो ये कि गठबंधन के दो सदस्य नेताओं ने मल्लिकार्जुन खरगे का नाम बतौर PM उम्मीदवार प्रस्तावित किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ये नेता हैं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल. हालांकि कांग्रेस खेमे से ही इस जानकारी को खारिज कर दिया गया है.
मल्लिकार्जुन खरगे PM उम्मीदवार?इंडिया टुडे के अमित भारद्वाज की रिपोर्ट के मुताबिक मीटिंग में शामिल मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (MDMK) के प्रमुख वाइको ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खरगे का नाम लिया और आम आदमी पार्टी के चीफ अरविंद केजरीवाल ने उनके प्रस्ताव का समर्थन किया.
हालांकि खुद मल्लिकार्जुन खरगे ने बात वहीं दबा दी. रिपोर्ट के मुताबिक बैठक में मौजूद विदुथलाई चिरुथिगाल काची (VCK) के नेता और सांसद थोल तिरुमावालवन ने बताया कि जब खरगे का नाम बतौर पीएम उम्मीदवार लिया गया तो उन्होंने कहा,
"पहले (चुनाव) जीत लें, उसके बाद पीएम के चेहरे पर चर्चा की जाएगी."
इधर न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में केरल कांग्रेस चीफ पीसी थॉमस ने कहा कि ममता बनर्जी ने नाम लिए बिना किसी दलित नेता को पीएम उम्मीदवार बनाने की बात कही थी. थॉमस ने बताया,
"ममता बनर्जी ने कहा कि किसी दलित को बतौर पीएम प्रोजेक्ट किया जाए तो अच्छा रहेगा. उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया. वो सबसे आखिर में बोलीं इसलिए इस पर ज्यादा चर्चा हुई नहीं."
लेकिन अन्य मीडिया रिपोर्ट्स बता रही हैं कि पीएम पद की उम्मीदवारी को लेकर खरगे का नाम उछला जिसका कुछ नेताओं ने स्वागत किया तो कुछ कथित तौर पर बुरा मान गए. NDTV ने भी सूत्रों के हवाले से बताया है कि अरविंद केजरीवाल ने ममता बनर्जी के प्रस्ताव का समर्थन किया था. रिपोर्ट के मुताबिक केजरीवाल ने कहा, "ये देश को पहला दलित प्रधानमंत्री देने का मौका है."
लेकिन खरगे ने ही ये कहकर बात खत्म कर दी, "सांसद होने से पहले PM पर चर्चा करने का क्या मतलब है? (पहले) हम साथ मिलकर बहुमत हासिल करने की कोशिश करेंगे."
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि खरगे के नाम का जिक्र होने पर जेडीयू और आरजेडी में नाखुशी देखने को मिली. रोहित सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक जैसे ही ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खरगे का नाम प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में लिया तो लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार 'नाराज' हो गए. वे गठबंधन की बैठक से जल्दी निकल गए और प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी शामिल नहीं हुए.
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'INDIA' की बैठक में चर्चा क्या हुई?'INDIA' गठबंधन की चौथी मीटिंग में सदस्य दलों ने चुनाव में सीट शेयरिंग, संयुक्त प्रचार और BJP के खिलाफ रणनीति बनाने पर चर्चा की.
मीटिंग के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि बैठक में राज्यों में सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा हुई है. खरगे ने कहा कि कुछ राज्यों में सीट शेयरिंग को लेकर सहयोगी दलों में रस्साकशी रही है, जिससे बाद में निपटा जाएगा. उन्होंने बताया कि 30 जनवरी, 2024 से 'INDIA' गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए अपना संयुक्त प्रचार शुरू कर देगा.
खरगे ने ट्वीट किया,
"आज 'INDIA' गठबंधन की चौथी बैठक हुई. इस बैठक में 28 दलों के नेता शामिल हुए और उन्होंने अपने विचारों को सबके सामने रखा. सभी ने एकजुट होकर गठबंधन को मजबूत करने और लोगों के हित से जुड़े मुद्दों को उठाने पर बात की. आने वाले समय में सभी ने मिलकर 8 से 10 मीटिंग करने का फैसला भी किया है, ताकि लोगों तक अपनी बात पहुंचाई जा सके."
वहीं मीडिया से बातचीत में मल्लिकार्जुन ने बताया कि 22 दिसंबर को विपक्षी गठबंधन सांसदों के सस्पेंशन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगा.
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