औरत सुरक्षा के लिए थाने जाती है सर, रेप करवाने के लिए नहीं!
दिल्ली से 1261 किलोमीटर दूर अनीता जैसी औरतों के लिए कोई सुरक्षित पनाहगाह है?
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सोर्स: रॉयटर्स
अनीता का पति नशा करके घर आता. पत्नी को पीटता. शादी को 4 साल हो गए थे. और अनीता को लगने लगा था कि अब वो और बर्दाश्त नहीं कर सकती. आधी रात को अनीता पुलिस के पास पति की शिकायत लेकर पहुंची.
अनीता को थाने में थानेदार नहीं मिला. बल्कि मिला थानेदार का एक दोस्त. उसने अनीता से कहा, चलो मैं थानेदार से मिलवाकर लाता हूं. और थाने के परिसर में ही पीछे ले जाकर औरत से रेप किया. उसके बाद आदमी ने फोन करके थानेदार को बुलाया.
थानेदार साहब आए. औरत का धीरज बंधाया. और समझाने-बुझाने के बहाने औरत को अपने घर ले गए. घर उसी परिसर में था. और घर पहुंचकर थानेदार ने भी औरत का रेप किया.
ये घटना है छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले की. थाना है 'बुंदेली'.
अनीता ने बताया कि घटना 17 अगस्त की रात की है. उसका दारूबाज पति 24 घंटे नशे में रहता था. कभी बच्चे को मारता, कभी पत्नी को. जब अनीता से बर्दाश्त न हुआ तो वो निकल पड़ी थाने के लिए. पैदल ही चल पड़ी. और रात 11 से 12 बजे के बीच थाने पहुंची. उसके बाद जो हुआ, वो एक सिस्टम के तौर पर इस देश की हार दिखाता है.
लोगों की मानें तो औरतों के साथ बद्तमीजी होना यहां कोई नहीं बात नहीं है. लेकिन औरतें समाज के डर से मुंह नहीं खोलतीं.
थानेदार गजानंद साहू ने औरत से कहा था कि रेप के बारे में किसी को मत बताना. लेकिन औरत ने बताने को हिम्मत दिखाई. और अब थानेदार के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. और उनका वो दोस्त फरार है.
एक पुरुष से बचने के लिए अनीता थाने गई थी. लेकिन वहां तो दो और पुरुषों ने मिलकर उसका रेप ही कर दिया. दिल्ली से 1261 किलोमीटर दूर अनीता जैसी औरतों के लिए कोई सुरक्षित पनाहगाह है?