हुआ ये कि भिंड में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की आलमपुर शाखा में 2 खाते खुले. दोनों काखाता संख्या यानी अकाउंट नंबर एक ही लिख दिया गया. बैंक ने पासबुक दी. उसमें कस्टमरनंबर भी एक ही लिख दिया गया. यानी अकाउंट एक और उसके मालिक दो. यहां तक भी समझा जासकता था. ह्यूमन एरर. हो ही जाती है. लेकिन मामला हाथ से तब निकलने लगा जब इसअकाउंट का एक मालिक उसमें पैसे डालता और दूसरा निकाल लेता. और ऐसा 6 महीनों तक चलतारहा. इन 6 महीनों में 89 हज़ार रुपये खाते से निकाले गए.