थप्पड़ मारने वाली लड़की ने अब दी धमकी, पैचअप करो वरना पोल खोल दूंगी
लूट के आरोप पर कहा, लखनऊ यूनिवर्सिटी में लेक्चरर रही हूं, वैसी लड़की नहीं हूं.
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लखनऊ में बीच सड़क पर कैब ड्राइवर को थप्पड़ मारने वाली लड़की ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.
लखनऊ में बीच सड़क पर कैब ड्राइवर को पीटने के बाद खबरों में आई प्रियदर्शिनी ने अब इस मामले में पैचअप की बात कही है. आजतक से बातचीत में प्रियदर्शिनी ने पुलिस पर भी आरोप लगाए. उसने कहा कि अगर पुलिस अपना काम ठीक से करती तो उसे थप्पड़ मारने की जरूरत नहीं पड़ती. पुलिस ने अपना काम नहीं किया, इसलिए उसे कानून अपने हाथ में लेना पड़ा.
प्रियदर्शिनी ने आजतक के आशीष श्रीवास्तव से बातचीत में कहा,
(कैब ड्राइवर) सादत अली सिद्दीकी या तो पैचअप करेंगे वरना मैं इसकी पूरी पोल खोल डालूंगी. पोल मैं ऐसे खोलूंगी कि मैं जब घर से निकलती हूं और जहां तक जाती हूं, वहां तक के सारे CCTC, होटल के, मेट्रो के और पुलिस स्टेशन के खुलवा दूंगी. कोर्ट अपनी आंखों से देखेगा कि कितनी बार मुझ पर अटैक हुआ है.प्रियदर्शिनी ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैं यूपी पुलिस से तंग आ चुकी थी. मुझ पर अटैक करने वालों को पुलिस छोड़ देती थी. जो लोग कह रहे हैं कि मैंने गंदे तरीके से मारा तो गुस्सा भी एक चीज होती है. मैं 10 साल से वर्कआउट कर रही हूं. मेरे में ताकत है. मैं चाहती तो उसे घूंसा मार सकती थी, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया. पुलिस के आने के बाद मैंने उसे छोड़ दिया. यह पूछने पर कि पुलिस ने जो FIR दर्ज की है, उसमें लूट के मामले में भी धारा लगाई है. प्रियदर्शिनी का कहना था कि-
मैंने लूट नहीं की. मैं वैसी लड़की नहीं हूं. लखनऊ यूनिवर्सिटी में लेक्चरर रह चुकी हूं. हमें सिखाया जाता है कि चोरी ना करें. तो ये बिल्कुल बेबुनियाद और बिल्कुल गलत धारा पुलिस ने लगाई है. इसका कोई सबूत भी नहीं है. मैंने अपने बचाव में (कैब ड्राइवर को) मारा था. तुरंत नहीं मारा था, पुलिस को बुलाया, लेकिन जब पुलिस नहीं आई, तब मैंने कानून को अपने हाथ में लिया.प्रियदर्शिनी ने पड़ोसियों से काले रंग को लेकर हुए विवाद का वीडियो वायरल होने पर भी बात की. उसने कहा कि ये सिक्योरिटी का मामला है. कोई भी अपने गेट या घर को काला नहीं करता है. मैंने आज तक अपने जीवन में काला घर नहीं देखा. ये घर पुलिस के लोगों ने ही बनवाए हैं. यहां पर ब्लैक एक्टिविटी होती थी. सिर्फ गेट की बात नहीं है. दीवारें काले पेंट से रंगी गई थीं. इस वजह से मैंने मना किया था. लेकिन वहां भी अगर पुलिस अपना काम करती तो मुझे ये कदम उठाने की जरूरत नहीं पड़ती. पुलिस अपना काम नहीं करेगी तो सबक सिखाना ही पड़ेगा. वायरल हुए थे वीडियो याद दिला दें कि कैब ड्राइवर से मारपीट की घटना 30 जुलाई की रात 10 बजे लखनऊ के कृष्णा नगर इलाके में हुई थी. सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो जबर्दस्त वायरल हुआ. जिसमें लड़की कैब ड्राइवर को चांटे पर चांटे मारे जा रही थी. लड़की की शिकायत पर पुलिस ने कैब ड्राइवर के खिलाफ केस किया. लेकिन एक और वीडियो सामने आने से कहानी पलट गई. 1-2 अगस्त के CCTV फुटेज में साफ दिख रहा था कि लड़की ट्रैफिक के बीच रोड पार करने की कोशिश कर रही थी. कैब ड्राइवर ने सामने लड़की को देख अचानक ब्रेक लगाए थे. इसके बाद गुस्से में युवती ने ड्राइवर की पिटाई की थी. इसके बाद पुलिस ने लड़की के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. इस मामले में कृष्णानगर के थाना प्रभारी, उप निरीक्षक और चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर किया जा चुका है. थाना प्रभारी पर सीनियर अधिकारियों को गलत जानकारी देने का आरोप है. वहीं चौकी प्रभारी पर कैब को छोड़ने के एवज में दस हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है.