लखनऊ में BJP सांसद के बेटे पर गोली चली, लेकिन उनके साले ने सबसे बड़ा खुलासा कर दिया
सांसद कौशल किशोर और विधायक जय देवी के बेटे आयुष पर हमले का मामला अब पलट गया है.
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बीजेपी एमपी के बेटे आयुष पर गोलीबारी का मामला अब ट्विस्ट ले चुका है. पुलिस का दावा है कि आयुष (लेफ्ट) ने अपने साले आदर्श (राइट) से ही अपने ऊपर गोली चलवाई.
कहानी की परतें ऐसे खुल रही हैं जैसे कोई क्राइम थ्रिलर हो. यूपी की राजधानी लखनऊ में मंगलवार देर रात भाजपा सांसद कौशल किशोर और विधायक जय देवी के बेटे आयुष किशोर (30) को गोली मार दी गई. पुलिस को बताया गया कि बाइक सवार बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गए. घायल आयुष को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराकर पुलिस हमलावरों की तलाश में जुट गई. बुधवार सुबह पुलिस जांच में ये मामला करवट बदलता नजर आया. जांच से पता चला कि सांसद के बेटे ने खुद ही अपने ऊपर गोली चलवाई है.
साले से पूछताछ के बाद बदली कहानी
पुलिस को जानकारी मिली कि सांसद का बेटा आयुष मंगलवार देर रात गाड़ी से निकला था. लखनऊ में छठे मील पर गाड़ी रोकी. उसी दौरान किसी ने उसे दूर से गोली मार दी. शुरुआत जांच से पुलिस को पता चला कि जो गोली आयुष को लगी है, वह उसी की लाइसेंसी पिस्टल से चली है. इस तथ्य के बाद पुलिस की जांच का रुख बदल गया. पुलिस ने आयुष के साले आदर्श को हिरासत में ले लिया. आदर्श ने पूछताछ में गोली मारने की बात कबूल कर ली.पुलिस के मुताबिक, आदर्श ने खुलासा किया कि जीजा आयुष ने खुद ही अपने ऊपर गोली चलवाई थी. चंदन गुप्ता, मनीष जायसवाल और प्रदीप कुमार सिंह से आयुष की दुश्मनी थी. इन लोगों को फंसाने के लिए यह साज़िश रची गई. साज़िश के तहत हमला करवाकर इनके ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कराये जाने का प्लान था. पुलिस का आरोप है कि यह पूरी साजिश सांसद के बेटे आयुष और साले आदर्श ने मिलकर रची थी. पुलिस अब आदर्श को मौके पर ले जाकर मामले की कड़ियां जोड़ने की कोशिश कर रही है. डॉक्टरों ने बुधवार सुबह बताया कि आयुष की हालत खतरे से बाहर है.

एमपी कौशल किशोर के बेटे आयुष के साले आदर्श ने बताया है कि इस पूरी साजिश को कुछ लोगों को फंसाने के लिए रचा गया.
सांसद ने कहा, हमें कुछ नहीं पता मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद कौशल किशोर से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी जानकारी होने से मना कर दिया. उन्होंने कहा,
'मुझे इसकी जानकारी नहीं है लेकिन यह कहा जा रहा है कि जब वारदात हुई तो उसका साला साथ में था. आयुष ने लव मैरिज की थी, इसलिए हमने उससे नाता तोड़ दिया था. उसने आत्महत्या की धमकी दी थी. वारदात की जानकारी आयुष और उनके साले ही दे सकते हैं. मैंने पूछा तो बताया था कि गाड़ी से कुछ लोग आए थे, शक्ल भी नहीं देख पाए थे. इसलिए तहरीर भी नहीं दी.'

बीजेपी सांसद कौशल किशोर ने पूरे मामले से यह कहकर पल्ला झाड़ लिया है कि उन्हें कुछ नहीं पता और उन्होंने बेटे से संबंध तोड़ लिए थे.
परिवार के खिलाफ जाकर की थी शादी सांसद के बेटे आयुष का अपने परिवार के साथ रिलेशन कुछ समय से खराब चल रहा था. कोरोना काल में जब सांसद कौशल किशोर अस्पताल में भर्ती थे, उस वक्त आयुष ने अपनी मर्जी से शादी कर ली थी. इसके बाद वह अपने घर से बाहर रहने लगा था. आयुष अपनी पत्नी के साथ मड़ियांवा के छठा मील पर किराए के मकान में रह रहा था. जिस रात यह घटना हुई, वह अपने साले के साथ टहलने निकला था. पिछले साल सांसद कौशल किशोर के मंझले बेटे की 28 साल की आयु में किडनी फेल होने से मौत हो गई थी.