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पंजाब : पुलिस से ज्यादा बंदूकें आम लोगों के पास, पूरी कहानी जानकर दहल जाएंगे!

सिद्धू मूसेवाला के मर्डर के बाद पंजाब में बम-बंदूक की बहस छिड़ी, क्या हैं आंकड़े?

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Arms gun
प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो- इंडिया टुडे)
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साकेत आनंद
2 जून 2022 (Updated: 2 जून 2022, 01:07 PM IST) कॉमेंट्स
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पंजाब. देश का ऐसा राज्य जो नशे की वजह से बदनाम है. फिल्म तक बन गईं- 'उड़ता पंजाब'. लेकिन पंजाब की यह बदनामी सिर्फ ड्रग्स और नशे तक सीमित नहीं है. अवैध हथियारों की सप्लाई को लेकर भी पंजाब की काफी चर्चा होती है. हाल में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद राज्य में हथियारों और इसके लाइसेंस को लेकर नए सिरे से चर्चा छिड़ी है. पंजाब में गन कल्चर हावी है, जिसकी पुष्टि कुछ आंकड़ों से भी होती है. पंजाब गन लाइसेंस लेने के मामले में देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है.

गन लाइसेंस रखने वाले 4 लाख से ज्यादा

इंडिया टुडे से जुड़े मनजीत सहगल की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में एक्टिव गन लाइसेंस रखने वालों की संख्या 4 लाख से अधिक है. कई लोगों के पास एक ही लाइसेंस पर दो या तीन हथियार भी हैं. खास बात यह है कि राज्य की पुलिस से ज्यादा हथियार यहां के लोगों के पास हैं. राज्य में पुलिसकर्मियों की संख्या 80 हजार के आसपास है. वहीं पंजाब में आम लोगों के पास बंदूक की संख्या करीब 11 लाख है. मुख्तसर, संगरूर, होशियारपुर, फिरोजपुर, तरन तारन और अमृतसर जिलों में सबसे ज्यादा आर्म लाइसेंस रखने वाले हैं.

इंडिया टुडे से ही जुड़े सत्येंद्र चौहान से मिली जानकारी के मुताबिक हाल में सरकार का एक फैसला आया था, जिसमें ये कहा गया था कि एक लाइसेंस पर सिर्फ एक ही हथियार रखा जा सकेगा. पंजाब के लोगों ने अपने ज्यादातर हथियार अपनी पत्नी, बहू, बेटों और बच्चों के नाम करवा दिए. पंजाब में 3 लाख लाइसेंस पर दो-दो हथियार हैं और डेढ़ लाख लाइसेंस पर तीन-तीन हथियार हैं. इनमें ज्यादातर महंगे और विदेशी हथियार शामिल हैं.

अवैध हथियारों की सप्लाई बढ़ी

मनजीत सहगल के अनुसार, राज्य में बढ़ते गन कल्चर के कारण अवैध हथियारों की मांग बढ़ गई है. देसी कट्टे 2500 से 15 हजार रुपये तक में मिल जाते हैं. वहीं देश में बनाए गए ऑटोमैटिक पिस्टल 25 से 60 हजार रुपये में उपलब्ध हैं. इसके अलावा 0.30 बोर और 9 एमएम पिस्टल 50 हजार से 1.50 लाख में मिल जा रहे हैं.

राज्य में अवैध हथियारों की तस्करी मुख्य रूप से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से होती है. पंजाब पुलिस ने पिछले साल मध्य प्रदेश के तीन अवैध हथियार बनाने वाली यूनिट और सप्लाई मॉड्यूल का भांडाफोड़ किया था. एक मुख्य सप्लायर बलजीत सिंह को गिरफ्तार भी किया गया था. वहीं यूपी एटीएस ने भी 2020 में हरिद्वार से एक आर्म सप्लायर आशीष सिंह को गिरफ्तार किया था. मेरठ का रहने वाला आशीष खालिस्तान लिबरेशन फोर्स को हथियार सप्लाई करता था.

उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अलावा बड़ी मात्रा में अवैध हथियारों की तस्करी पड़ोसी देश पाकिस्तान से भी हो रही है. पिछले साल सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने 3320 हथियार जब्त किए थे. जो साल 2020 के मुकाबले 340 फीसदी ज्यादा थी. पंजाब पुलिस ने भी साल 2018 से 2020 के बीच 1349 अवैध हथियारों को बरामद किया था. ये हथियार गैंगस्टर को बेचे गए थे. इसके अलावा पंजाब में लाइसेंसधारक गन हाउस भी अपराधियों को हथियार बेचे जाने के मामले में पकड़े गए हैं.

वीडियो: पंजाब में AAP की सरकार बनने के बाद इन हत्याओं ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल

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