केरल, देश का सबसे ज्यादा शिक्षित राज्य. वहां से एक पोंगापंथ वाली खबर आई है. एक लड़की ने अपने धर्म के बाहर शादी की. तो कॉलेज से आदेश आ गया. तुम्हारी पढ़ाई नहीं हो सकती.
उत्तर केरल के कोझिकोड में ऐसा हुआ है. नीरजा को रमीज नाम के लड़के से प्यार हुआ. एक फरवरी को दोनों ने स्पेशल मैरिज ऐक्ट के तहत कोर्ट मैरिज की. वो भी मां-बाप की रजामंदी के बगैर. लड़की मुस्लिम एजुकेशन सोसाइटी वीमेंस कॉलेज की स्टूडेंट है. फर्स्ट इयर की. शादी के बाद नीरजा जब कॉलेज गई तो उसे कहा गया कि वो अब यहां नहीं पढ़ सकती. पूछा इसकी वजह? तो और अजीब, कहा इंटर रिलीजन मैरिज. और ये भी कहा कि अगर नीरजा कॉलेज में रही तो बाकी लड़कियां भी ऐसा ही करेंगी.
क्लास करने के लिए नीरजा ने जब जिद की तो कॉलेज ने उसे अपना धर्म बदलने को कहा. शादी से पहले नीरजा और रमीज ने अपना धर्म न बदलने की कसम ली है.
इसकी शिकायत के लिए नीरजा स्टेट वीमेन कमीशन के पास जाने की सोच रही है. ह्यूमन राइट्स कमीशन के पास भी जाने का प्लान है. कॉलेज का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है. हमने बस नीरजा को कहा कि अपने पैरेंट्स को साथ लाए. ये कॉलेज के अनुशासन का एक हिस्सा है. पब्लिसिटी स्टंट के लिए लड़की ऐसा कर रही है.
रमीज ने कॉलेज के इस बयान को झूठा बताया. उसने कहा कि कॉलेज को पता है पैरेंट्स की मर्जी के बिना हुई है. वो क्यों कॉलेज आएंगे नीरजा की गवाही देने.