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कार्तिक की जगह धोनी के साथ जाधव को भेजने का फैसला मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ

धोनी पर प्रेशर नहीं बनने दिया इस ऑलराउंडर ने.

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प्रवीण
18 जनवरी 2019 (Updated: 18 जनवरी 2019, 12:00 PM IST) कॉमेंट्स
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तो आखिरकार इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को हरा दिया. चार गेंद रहते ही इंडिया ने अपना 231 का टारगेट पा लिया. ये इंडिया की ऑस्ट्रेलिया में पहली वनडे सीरीज जीता है.  महेंद्र सिंह धोनी ने फिर से एक जबर पारी खेली. धोनी आखिर तक टिके रहे और नाबाद 87 रनों की पारी खेली. धोनी ने इसके लिए 114 गेंदें लीं और 6 चौके मारे. मैन ऑफ द सीरीज रहे धोनी की इस पारी की हर कोई बात कर रहा है. मगर उनके साथ बैटिंग करने उतरे केदार जाधव ने जो 57 गेंदों पर नाबाद 61 रन बनाए, वो किसी शतक से कम नहीं. इंडिया के ओपनर्स रोहित शर्मा और शिखर धवन आउट हो गए और जब कोहली और धोनी मैदान पर थे तो लग रहा था कि इंडिया आसानी से ये मैच निकाल लेगी. मगर कोहली आउट हुए और इंडिया के लिए आस्किंग रेट बढ़ने लगा. इसी इसी बीच केदार जाधव बल्ला लेकर उतरे तो हर कोई ये कह रहा था कि कोहली ने गलती की है. जाधव की जगह दिनेश कार्तिक को धोनी के साथ बैटिंग के लिए भेजना चाहिए था क्योंकि दोनों के बीच मैच खत्म करने की अच्छी ट्यूनिंग है. मगर केदार ने इस बात को गलत साबित किया. उन्होंने धोनी की धीमी पारी के साथ अपनी तेज पारी जोड़ दी और धोनी पर प्रेशर नहीं आने दिया. दोनों के बीच सिंग्लस डबल्स में बदलने लगे. धोनी दौड़ने में उतने तेज नहीं दिखे जितने फुर्तीले केदार जाधव थे. दोनों ने मिलकर चौथे विकेट लिए 121 रन जोड़े और दोनों ही आखिर तक आउट नहीं हुए. जाधव की पारी की खास बात ये भी रही कि वो हर प्रेशर वाली सिचुएशन में चौका निकाल कर प्रेशर ऑस्ट्रेलिया पर डाल रहे थे. केदार जाधव की इस पारी से पहले इंडिया ने उन्हें एशिया कप फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ जिताऊ साबित होते देखा था. दुबई में हुए उस मैच में जाधव ने अपनी अनोखी स्पिन बॉलिंग से 9 ओवरों में 41 रन देकर 2 विकेट लिए थे. साथ ही जब बल्ला लेकर उतरे थे तो 27 गेंदों पर नाबाद 23 रन बनाकर इंडिया को मैच जितवाया था. इंडिया की ऑस्ट्रेलिया पर ये जीत इसलिए भी बहुत जरूरी है क्योंकि इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली बार उनकी जमीं पर किसी वनडे सीरीज में हराया है. इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में आज से पहले 1985 में वर्ल्ड चैंपियंसशिप और फिर 2008 में सीबी सीरिज जीती थीं. ये दोनों सीरीज में दो से ज्यादा देश शामिल थे. ये पहली दफा है जब ऑस्ट्रेलिया से सीरीज में हम जीते हैं. विनिंग चौका भी केदार के बल्ले से निकला है-

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