The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • Kashmiri Pandit announces to l...

विजय कुमार की हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों ने कश्मीर छोड़ने का ऐलान किया

कश्मीरी पंडितों ने घोषणा की है कि शुक्रवार, 3 जून को वे बड़ी संख्या में एक साथ घाटी छोड़कर जम्मू के लिए निकलेंगे.

Advertisement
Kashmiri Pandit
कश्मीरी पंडितों का प्रदर्शन (फाइल फोटो- PTI)
pic
साकेत आनंद
2 जून 2022 (Updated: 2 जून 2022, 12:01 AM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

जम्मू-कश्मीर में हिंदू नागरिकों की बढ़ती टारगेटेड किलिंग के बाद कई कश्मीरी पंडितों ने घाटी छोड़ने का ऐलान किया है. उन्होंने घोषणा की है कि शुक्रवार, 3 जून को वे बड़ी संख्या में एक साथ घाटी छोड़कर जम्मू के लिए निकलेंगे. कश्मीरी पंडितों ने ये फैसला गुरुवार 2 जून को कुलगाम में एक बैंककर्मी विजय कुमार की हत्या के बाद लिया है. इस हमले में आतंकियों ने बैंक में घुसकर विजय कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी. विजय की हत्या के बाद कश्मीरी हिंदुओं ने घाटी में भारी प्रदर्शन किया.

‘पलायन के अलावा विकल्प नहीं बचा’

आजतक से जुड़े सुनील भट्ट की रिपोर्ट के मुताबिक विजय कुमार की हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों ने गुरुवार को ही एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई. इस दौरान पंडितों ने कहा कि कश्मीर में अल्पसंख्यकों के सामने पलायन करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है. सभी लोगों ने फैसला किया कि वे बनिहाल की नवयुग टनल के पास 3 जून की सुबह इकट्ठा होंगे और वहां से जम्मू के लिए रवाना होंगे. 

एक प्रदर्शनकारी रंजन जुत्शी ने कश्मीरी हिंदुओं की हत्या के विरोध में अपना सिर मुंडवा लिया. वे मट्टन के माइग्रेंट कैंप में रह रहे हैं. जुत्शी ने आजतक से कहा, 

"कश्मीरी पंडित पिछले 22 दिनों से यहां प्रदर्शन कर रहे हैं. जब राहुल भट्ट की हत्या हुई थी तभी से हमारी मांग है कि हमें यहां से सुरक्षित निकाला जाए. सब एक ही मांग कर रहे हैं कि जब तक घाटी के हालात सामान्य ना हो जाएं, तब तक हमें यहां नहीं रखा जाए."

उन्होंने आगे बताया, 

"जिस तरीके से जनवरी 1990 में हमारा पलायन हुआ था. उसी तरीके से पलायन शुरू हो गया है. करीब 3 हजार कर्मचारी पहले ही जम्मू पहुंच चुके हैं. मट्टन इलाके से 20 गाड़ियां निकल चुकी हैं. सरकार जिम्मेदारी ले तब हम यहां बैठेंगे. वो फेल हो चुकी है. कोई भी कश्मीरी यहां सुरक्षित नहीं है."

कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति (KPSS) कश्मीरी पंडितों के अधिकारों और मांगों के लिए लड़ने वाली संस्था है. इसने भी ट्विटर पर बताया कि कई लोग सामूहिक रूप से घाटी छोड़ने वाले हैं. केपीएसएस ने ट्विटर पर लिखा, 

"मट्ट्न में कश्मीरी पंडित पैकेज कर्मचारियों ने अनंतनाग डीसी से अनुरोध किया है कि उन्हें कल (शुक्रवार) बनिहाल टनल तक सुरक्षा प्रदान की जाए, क्योंकि वे जम्मू के लिए सामूहिक रूप से पलायन करने वाले हैं. अनंतनाग के डीसी और एसएसपी मट्टन ट्रांजिट कैंप में मौजूद हैं."

अमित शाह ने सुरक्षा को लेकर की बैठक

इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एनएसए चीफ अजीत डोभाल, RAW प्रमुख सामंत गोयल और दूसरे अधिकारियों के साथ कश्मीर की सुरक्षा स्थिति को लेकर बैठक की. शुक्रवार को भी जम्मू-कश्मीर को लेकर अमित शाह एक अहम बैठक करेंगे, जिसमें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी हिस्सा लेंगे.

कश्मीर में हिंदुओं की टारगेटेड किलिंग को लेकर वकील विनीत जिंदल ने चीफ जस्टिस को एक पत्र याचिका भेजी है. आजतक से जुड़े संजय शर्मा के मुताबिक, याचिका में मांग की गई है कि कोर्ट सरकार को कश्मीर में रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आदेश दे. साथ ही पीड़ित परिवारों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई है.

कश्मीर: लगातार दूसरी हत्या के बाद आतंकियों ने गैर-स्थानीय लोगों पर मोदी सरकार को क्या धमकी दी?

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement