कोर्ट ने 20 लाख का जुर्माना लगाया था, अब वीडियो बनाकर जूही चावला ने क्या कहा?
जूही चावला 5G का ट्रायल रुकवाने कोर्ट पहुंची थीं, कोर्ट ने उन्हीं पर जुर्माना लगा दिया था.
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जूही ने सोशल वर्कर्स वीरेश मलिक और टीना वाच्छानी के साथ मिलकर 31 मई को 5G का ट्रायल इंडिया में रुकवाने के लिए याचिका दायर की थी. (फोटो- इंस्टाग्राम )
जूही ने अपने इंस्टाग्राम पर 09 जून को एक वीडियो शेयर किया. वीडियो में कहा,
''नमस्ते, इन पिछले दिनों में इतना शोर हो गया कि मैं तो अपने आप को भी नहीं सुन पाई. इस शोर में मुझे लगा कि एक बहुत अहम, बहुत ही महत्वपूर्ण मैसेज शायद खो गया और वो था कि हम 5G के खिलाफ नहीं हैं. बल्कि हम तो इसका स्वागत करते हैं. आप प्लीज़ ज़रूर लेकर आइए 5G. हम बस यही कहना चाह रहे हैं कि अथॉरिटीज यह सर्टिफाई करें कि यह सेफ है.''एक मिनट 24 सेकेंड के इस वीडियो में जूही ने कहा,
''हम सब यही कह रहे हैं कि आप इसे सर्टिफाई कर दीजिए, इस पर स्टडीज़, रिसर्च पब्लिक डोमेन में पब्लिश कर दीजिए. ताकि हमारा जो डर है, वो निकल जाए. हम सब लोग आराम से जाकर सो जाएं. हम बस ये जानना चाहते हैं कि ये बच्चों के लिए प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए, जो बच्चे अभी पैदा नहीं हुए हैं, उन सभी के लिए सेफ है. हम बस यही कह रहे हैं.''जूही के इस वीडियो पर अब लोग उनका समर्थन कर रहे हैं. लोग कह रहे हैं. एक ने लिखा,
ग्रेट, 5जी कॉन्ट्रोवर्सी होने और 20 लाख का फाइन भरने के बाद भी आपके अंदर इतनी हिम्मत है कि आपने ये वीडियो बनाया...हम आपके साथ हैं...एक ने लिखा,
''जूही, आपको किसी भी चीज़ को एक्सप्लेन करने की ज़रूरत नहीं है. आपके इंटेशन बिल्कुल साफ है मगर लोग बस चूहों की इस दौड़ में भाग रहे हैं और एक नंबर पर आना चाहते हैं. आप कुछ उन सितारों में से हैं जिन्होंने इतने सालों में अपने सेल्फ रिस्पेक्ट को बनाए रखा है. हम जानते हैं कि आपको किसी भी पब्लिसिटी की ज़रूरत नहीं है. आपने पिछले 30 सालों से खुद को बहुत ही रिस्पेक्टफुली तरीके से रखा है. पब्लिसिटी स्टंट वो लोग करते हैं जिनके अंदर टैलेंट नहीं होता. आपके किए हुए काम बोलते हैं.''31 मई को दायर की थी याचिका जूही ने सोशल वर्कर्स वीरेश मलिक और टीना वाच्छानी के साथ मिलकर 31 मई को याचिका दायर की थी. याचिका के अनुसार जूही का कहना था कि 5G आने के बाद इंटरनेट स्पीड के साथ रेडिएशन भी सौ गुना बढ़ जाएगा. 24 घंटे, 12 महीने, 365 दिन हम रेडिएशन में रहेंगे. कोई भी इंसान, जानवर, पेड़ पौधे, चिड़िया, जीव, जन्तु इससे बच नहीं पाएगा. जूही के मुताबिक 5G प्लान से पर्यावरण और हमारी हेल्थ को गंभीर खतरा है. कोर्ट ने इसे बताया था 'डिफेक्टिव' जूही की इस याचिका पर 2 जून को सुनवाई हुई थी. कोर्ट ने इसे डिफेक्टिव बताया था. साथ ही कहा था कि ये सिर्फ मीडिया पब्लिसिटी के लिए दायर की गई है. कोर्ट ने जूही से सवाल भी किया था. कि यदि आपको टेक्नोलॉजी से दिक्कत थी तो आपने पहले सरकार से बात करना सही क्यों नहीं समझा. ऐसे मामले में सीधा कोर्ट को क्यों अप्रोच किया. जूही को कोर्ट का समय बर्बाद करने के लिए 20 लाख रुपये का जुर्माना भरने के निर्देश दिए थे.