अनंतनाग ऑपरेशन के बीच बारामुला में सुरक्षाबलों को मिली सफलता, तीन आतंकी मारे गए
16 सितंबर की सुबह बारामुला में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच एनकाउंटर शुरू हुआ. कश्मीर जोन पुलिस ने बताया कि ये ऑपरेशन LoC के पास उरी और हाथलंगा इलाके में चल रहा है.
जम्मू-कश्मीर के बारामुला (Baramulla) में 16 सितंबर की सुबह एक एनकाउंटर में तीन आतंकवादी मारे गए हैं. नियंत्रण रेखा (LoC) के पास सेना का सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है. इस ऑपरेशन में भारतीय सेना और बारामुला पुलिस शामिल हैं. सुरक्षाबलों को ये सफलता तब मिली है, जब अनंतनाग इलाके में आतंकियों के खिलाफ सेना का सर्च ऑपरेशन बीते चार दिनों से जारी है.
कश्मीर ज़ोन पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट कर बारामुला एनकाउंटर की जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि ये एनकाउंटर बारामुला के उरी और हाथलंगा इलाके में शुरू हुआ. इसके बाद अपडेट देते हुए कश्मीर जोन पुलिस ने लिखा,
"बारामुला एनकाउंटर अपडेट: एक और आतंकवादी मारा गया(कुल - 2). सर्च ऑपरेशन जारी है."
इससे पहले कश्मीर ज़ोन पुलिस ने सुबह करीब पौने 9 बजे पोस्ट कर बताया था कि बारामुला में एनकाउंटर शुरू होने की जानकारी दी थी.
वहीं, भारतीय सेना के चिनार कॉर्प्स ने बताया कि उरी सेक्टर में घुसपैठ को नाकाम कर दिया गया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सेना ने पोस्ट किया,
"भारतीय सेना, खुफिया एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान ने बारामुला में LOC के पास उरी सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया है."
चिनार कॉर्प्स ने आगे बताया,
"यहां 3 आतंकवादियों ने घुसपैठ करने की कोशिश की. सैनिकों ने इन्हें घेर लिया. इनमें से 2 आतंकी मौके पर ही मारे गए. उनके शव बरामद कर लिए हैं. तीसरा आतंकवादी भी मारा गया है. लेकिन उसका शव बरामद नहीं किया जा सका क्योंकि LOC पर पाक पोस्ट की तरफ से लगातार गोलीबारी जारी है. ऑपरेशन अभी भी जारी है."
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इस बीच, जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग इलाके में 4 दिनों से लगातार मुठभेड़ चल रही है. 16 सितंबर की सुबह यहां ज़ोरदार धमाकों की आवाज़ें सुनाई दी हैं. आतंकवादियों को ढूंढने के लिए ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की जा रही है. 15 सितंबर को खबर आई थी कि इस मुठभेड़ में सेना के एक और जवान की मौत हो गई है. इसके अलावा कोकेरनाग इलाके में हो रही इस मुठभेड़ में एक जवान घायल भी हुआ. सेना को पता चला था कि आतंकी गांव के ऊपरी हिस्से में जंगल की तरफ छिपे हुए हैं.
12 सितंबर से चल रहा है सर्च ऑपरेशनइससे पहले भी ऐसी ही सूचना पर 12 सितंबर की देर रात सेना के जवानों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया था. लेकिन देर रात ऑपरेशन बंद कर दिया गया. अगले दिन 13 सितंबर की सुबह आतंकियों के बारे में इनपुट मिलने पर एक बार फिर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया.
कर्नल मनप्रीत सिंह ऑपरेशन को लीड कर रहे थे. तभी आतंकियों ने उन पर फायरिंग कर दी. वे गंभीर रूप में घायल हो गए थे. आतंकी भागते हुए ऊंचाई वाली जगह पर छिप गए थे. इसका फायदा उठाकर उन्होंने सैनिकों पर गोलीबारी कर दी. इसमें 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनाक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के DSP हुमायूं मुज़म्मिल भट्ट की मौत हो गई थी.
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इसके बाद आतंकवादियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन और तेज हो गया है. इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी चिनार कॉर्प्स के जनरल कमांडिंग ऑफिसर (GOC) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और विक्टर फोर्स यूनिट के GOC मेजर जनरल बलबीर सिंह कर रहे हैं.
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