'BJP नेता' की पिस्टल से घायल हुई वेदिका ठाकुर ने दम तोड़ा, पीठ में फंसी गोली ने ले ली जान
16 जून को बीजेपी से जुड़े आरोपी ने अपने ऑफिस में छात्रा को गोली मार दी थी

मध्य प्रदेश के जबलपुर गोलीकांड की पीड़िता ने दम तोड़ दिया है. बीती 16 जून को हुई इस वारदात के बाद पीड़ित छात्रा वेदिका ठाकुर अस्पताल में ही भर्ती थीं. सोमवार, 26 जून को उनकी मौत हो गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गोली छात्रा की पीठ में फंस गई थी. इस कारण उसके शरीर में जहर फैल गया था. छात्रा की मौत के बाद पुलिस ने आरोपी प्रियांश विश्वकर्मा के खिलाफ दर्ज FIR में हत्या की धारा 302 को जोड़ दिया है. वहीं परिजनों ने आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग की है. रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रियांश विश्वकर्मा अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर खुद को ‘BJP नेता’ बताता था. हालांकि पार्टी ने इस बात को खारिज किया था.
आरोपी के ऑफिस में हुई घटनामीडिया में छपी रिपोर्ट्स के मुताबिक ये गोलीकांड जबलपुर के धनवंतरी नगर इलाके में हुआ था. यहां प्रियांश विश्वकर्मा का ऑफिस है. रिपोर्ट्स में बताया गया था कि प्रियांश ने 24 साल की वेदिका ठाकुर को अपने ऑफिस में गोली मारी थी. छात्रा संजीवनी नगर थाना क्षेत्र में रहती थी. घटना के बाद वेदिका को एक निजी अस्पताल में भर्ती करा कर आरोपी प्रियांश फरार हो गया था. वो कथित रूप से ऑफिस में लगे CCTV कैमरे का रिकॉर्डिंग डिवाइस लेकर भागा था.
घटना के बाद पुलिस की टीम ने आरोपी की तलाश शुरू की. इस बीच, 19 जून की दोपहर प्रियांश अपने समर्थकों के साथ पुलिस चौकी पहुंचा. वहां उसने सरेंडर कर दिया. हालांकि, पुलिस ने कहा था कि प्रियांश को गिरफ्तार किया गया है. उधर घटना के बाद BJP ने सफाई देते हुए कहा था,
वेदिका के पिता की भी हत्या हुई थी"मीडिया में प्रियांश विश्वकर्मा को BJP नेता बताया जा रहा है. वो ना ही पार्टी का सदस्य है और ना ही किसी पद पर है. जो घटना हुई है उसकी जांच पुलिस कर रही है. अगर कोई दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी."
दैनिक भास्कर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक आठ साल पहले वेदिका के पिता महेंद्र सिंह ठाकुर की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. महेंद्र एक बैंक में ग्रुप डी के कर्मचारी थे. 2015 में बैंक के गार्ड ने उन्हें गोली मार दी थी.
वेदिका के परिवार के लोगों ने बताया था कि प्रियांश ने ही वेदिका की मौसी भुनेश्वरी ठाकुर को फोन पर जानकारी दी थी कि उसकी तबीयत खराब है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. परिजनों का आरोप है कि प्रियांश का संबंध नेताओं से होने के चलते पहले पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया था. उनके मुताबिक वेदिका और प्रियांश विश्वकर्मा दोस्त थे. वेदिका की मां ने आरोप लगाया कि प्रियांश ने उनकी बेटी को जानबूझकर गोली मारी है. अगर गोली धोखे से चलती तो वो सबूत मिटाने की कोशिश नहीं करता.
वीडियो: MP की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने छुट्टी ना मिलने पर इस्तीफा दिया, फिर ये वीडियो भी भेजा