The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • Indian Railways likely to charge user fees for revamped stations

अब रेल से चलने वालों को भी देना होगा हवाई जहाज वालों जैसा चार्ज

जानिए क्या है ये नया चार्ज जो आपकी जेब पर भारी पड़ेगा.

Advertisement
Img The Lallantop
रेल मंत्री पीयूष गोयल (फोटो: PTI)
pic
आदित्य
24 दिसंबर 2019 (Updated: 24 दिसंबर 2019, 08:22 AM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
भारतीय रेलवे अब मॉडर्न रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों से यूजर फीस लेने की तैयारी में है. ऐसा अभी सिर्फ एयरपोर्ट पर होता है, लेकिन अब जल्दी ही मॉडर्न रेलवे स्टेशनों पर भी आपको यूजर चार्ज देना होगा. सूत्रों के मुताबिक इस फीस को टिकट चार्ज में ही जोड़ा जाएगा. यात्रियों को यह फीस सिर्फ उन स्टेशन पर देने होंगे, जहां भारतीय रेलवे ने प्राइवेट कंपनी के साथ टाईअप कर उस स्टेशन को बेहतर बनाया है. सूत्रों के मुताबिक, इनमें से कुछ स्टेशन अगले दो से तीन साल में चालू हो जाएंगे. रेलवे के एक अफसर ने 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' से बातचीत करते हुए बताया है कि प्राइवेट कंपनियों ने इन स्टेशन पर जमकर पैसा लगाया है. ऐसे में रेवेन्यू मॉडल के तौर पर चार्ज लगाए जा रहे हैं. यूजर चार्ज बहुत कम रखा जाएगा और विजिटर्स के लिए प्लेटफ़ॉर्म टिकट के जरिए कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा. यात्रियों को टिकट बुक करते हुए इस चार्ज को देना होगा. स्टेशन को मॉडर्न बनाने की जिम्मेदारी इंडियन रेलवेज स्टेशंस डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (IRSDC) की है. IRSDC ने मध्य प्रदेश के हबीबगंज और गुजरात के गांधीनगर रेलवे स्टेशन को PPP मॉडल के तहत बेहतर बनाने के लिए प्राइवेट पार्टनर्स को सौंपा था. IRSDC ने अब नागपुर, ग्वालियर, साबरमती और अमृतसर के लिए आवेदन मांगे हैं. स्टेशनों को मॉडर्न करने की योजना में नए और पुराने रेलवे स्टेशन को फिर से डेवलप करना है. योजना के मुताबिक, प्राइवेट कंपनियों को स्टेशन परिसर का 60 साल का लाइसेंस मिलेगा. रेसिडेंसियल क्षेत्र के विकास के लिए 99 साल के लिए लीज़ पर दी जाएगी. भारतीय रेलवे ने देश के 50 रेलवे स्टेशनों को डेवलप करने का फैसला लिया था. यह फैसला देश के छह हवाई अड्डों के निजीकरण को देखते हुए लिया गया था.
वीडियो- ऑपरेटिंग रेशियो कॉस्ट क्या होता है, जो इंडियन रेलने का 10 साल में सबसे बुरा है?

Advertisement