The Lallantop
Advertisement

दूध वाली चाय पीते हैं तो पहले ये खबर पढ़ लीजिए, नुकसान होने से बच जाएगा!

ICMR की तरफ से कहा गया है कि दूध वाली चाय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. ICMR ने और भी डायट्री गाइडलाइंस जारी की हैं.

Advertisement
tea vs Coffee, ICMR advisory on chai
चाय और कॉफी, कौन है बेहतर? (फोटो: सोशल मीडिया)
15 मई 2024 (Updated: 20 मई 2024, 15:29 IST)
Updated: 20 मई 2024 15:29 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

भारत एक चाय प्रधान देश है. कहने वाले ऐसा कहते हैं. कहने वाले ये भी कहते हैं कि चाय सिर्फ पीने वाली कोई चीज नहीं है, बल्कि इमोशन है इमोशन! महान भारत देश में भांति-भांति की चाय बनाई जाती हैं. ज्यादातर लोग अदरक वाली चाय को प्राथमिकता देते हैं. इलायची वाली चाय भी काफी फेमस है. चाय के साथ-साथ कॉफी पीने का भी चलन है. लेकिन कॉफी को अभी वो सम्मान नहीं मिला है. अब इन्हीं चाय कॉफी पर एक ऐसी खबर आई है कि अगली बार इन्हें पीने से पहले आप इस खबर के बारें सोचेंगे जरूर.

चाय-कॉफी पर खबर दी है ICMR ने. ये वही संस्था है, जो कोविड महामारी के दौरान खूब चर्चा में रहती थी. ICMR समय-समय पर कोविड से जुड़े प्रोटोकॉल जारी करती थी. दरअसल, ICMR की तरफ से कहा गया है कि दूध वाली चाय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इसके अलावा खाना खाने से पहले और बाद में चाय-कॉफी पीने के बारे में ICMR ने क्या-क्या कहा है, विस्तार से जानते हैं.

दरअसल, ICMR ने कुल 17 डायट्री गाइडलाइंस जारी की हैं. माने हमारे खान पान को लेकर एक सही दिशा-निर्देश. जिससे लोग स्वस्थ रहें. ICMR का कहना है कि चाय और कॉफी में टैनिन पाया जाता है. टैनिन एक कंपाउंड है जो शरीर की आयरन एब्जॉर्ब करने की क्षमता पर असर डालता है. खाने के पहले या बाद में चाय कॉफी पी लेने से ये खाने में उपस्थित आयरन को एब्जॉर्ब नहीं करने देगा. इससे शरीर में आयरन की कमी हो सकती है.

चाय या कॉफी में कौन बेहतर?

ICMR की एडवाइजरी में चाय को कॉफी से बेहतर विकल्प बताया है. ऐसा इसमें पाए जाने वाले कैफीन के आधार पर बताया गया है. एक कप ‘brewed coffee’ यानी पीसी हुई कॉफी में कैफीन की मात्रा 80-120 mg पाई जाती है, वहीं घरों में बनाई जाने वाली  ‘instant coffee’ में ये मात्रा 50-65 mg पाई जाती है. जबकि चाय में ये मात्रा दोनों से कम 30-
65 mg तक हो सकती है. अमूमन 200 मिली ग्राम तक के कैफीन की मात्रा को सुरक्षित माना जाता है.

ऐसा नहीं है कि कैफीन के सिर्फ नुुकसान है. इस कैफीन से कई फायदे भी हैं. जैसे फोकस करने में मदद करना, अलर्ट रहना. लेकिन तय सीमा से अधिक चाय कॉफी पीने से भारी नुकसान है. इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. साथ ही बैड कोलेस्ट्रॉल. इसके साथ ही दिल से जुड़ीं बीमारियों में कॉफी से एकदम बचना चाहिए.

ये भी पढ़ें- कैल्शियम की गोलियां खा रहे हैं? कहीं दिल की बीमारी न हो जाए! 

क्या बिना दूध की चाय बेहतर?

रिपोर्ट में बिना दूध की चाय को बेहतर बताया गया है. इसमें फ्लेवोनोइड्स और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते है जो दिल से जुड़ीं बीमारियों और पेट के कैंसर के खतरे को कम करते हैं. लेकिन ध्यान रहे चाय भी एक कैफीन प्रोडक्ट ही है. ज्यादा चाय पीना ज्यादा कॉफी पीने जितना ही हानिकारक है.

रिपोर्ट में तेल, शक्कर और नमक की जगह फल, सब्जियों, अनाज और समुद्री भोजन खाने की सिफारिश की है.

इसके अलावा एडवाइजरी में कार्बोनेटेड ड्रिंक्स की जगह छाछ, ताजे फलों के जूस और नारियल पानी पीने की सलाह दी गई है. क्योंकि कार्बोनेटेड ड्रिंक्स में फॉस्फोरिक एसिड पाया जाता है. जिससे भूख नहीं लगती. इसके अलावा प्रतिदिन कम से कम 250ml  उबला हुआ या पाश्चुरीकृत दूध पीने की सलाह भी दी गई है.

ICMR की इन गाइडलाइंस पर आप क्या सोचते हैं, हमें कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.

वीडियो: तारीख: मगध का इतिहास, पाटलिपुत्र मगध की राजधानी कैसे बना?

thumbnail

Advertisement

Advertisement