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दिल्ली दंगों में बेरहमी से हुई थी IB के अंकित शर्मा की हत्या, मुख्य आरोपी तेलंगाना से अरेस्ट

आरोपी मुंतजिम उर्फ मूसा कुरैशी डेढ़ साल से फरार था. दिल्ली पुलिस ने ऐसे पकड़ा.

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IB staffer Ankit Sharma Murder Case
अंकित शर्मा. (फाइल फोटो: आजतक)
13 अक्तूबर 2022 (Updated: 13 अक्तूबर 2022, 17:11 IST)
Updated: 13 अक्तूबर 2022 17:11 IST
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साल 2020 में दिल्ली दंगों (Delhi Riots) के दौरान IB के कर्मचारी अंकित शर्मा (Ankit Sharma) की हत्या के मामले में फरार मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी मुंतजिम उर्फ मूसा कुरैशी पिछले 6 महीने से तेलंगाना में रह रहा था. दिल्ली पुलिस ने आरोपी का पता लगाने और उसे पकड़ने के लिए स्पेशल सेल की एक टीम तेलंगाना भेजी थी.

आजतक के हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने इनपुट दिया था कि आरोपी तेलंगाना के गायत्री नगर की एक केमिस्ट की दुकान पर जाता है. इसलिए आरोपी को पकड़ने के लिए कुछ दिनों तक वहां लगातार नजर रखी गई. इस दौरान 10 अक्टूबर को शाम लगभग सवा पांच बजे आरोपी मुंतजिम उर्फ मूसा कुरैशी को केमिस्ट की दुकान में जाते देखा गया. जिसे तुरंत पुलिस टीम ने घेराबंदी कर पकड़ लिया. 

आरोपी पर 50 हजार रुपये का इनाम

दिल्ली दंगों के दौरान अंकित शर्मा की चांद बाग में हत्या कर दी गई थी. उनके शव को एक नाले में फेंक दिया गया था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक एक पुलिस अधिकारी ने दावा किया,

हमारे पास फोन से वॉयस कॉल रिकॉर्डिंग है, जिसमें आरोपियों को शर्मा के बारे में बात करते हुए 'चलो, मारना है' और 'सब आ जाओ' कहते हुए सुना जा सकता है. वो (मूसा कुरैशी) इस मामले में मुख्य आरोपियों में से एक है.

अंकित शर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि उनपर धारदार हथियार से 52 बार वार किए गए थे. आरोप है कि इस मामले में मुंतजिम उर्फ मूसा कुरैशी दंगा भड़काने वाली भीड़ में शामिल था, जो वारदात के बाद से ही फरार चल रहा था. कोर्ट ने 05 जनवरी, 2021 को इस मामले में मूसा को भगोड़ा घोषित किया गया था और उसपर दिल्ली पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था.

आरोपी ने पुलिस पूछताछ में क्या-क्या बताया?

रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी मुंतजिम से पूछताछ की जा रही है. पुलिस की तरफ से बताया गया कि आरोपी को पहले अपहरण और बलात्कार के एक मामले में जेल हुई थी. जेल में उसकी मुलाकात यूपी के बरेली के कुख्यात अपराधी मुजीब से हुई. जेल से बाहर आने के बाद आरोपी अपने मामा के साथ गाजीपुर मुर्गा मंडी में काम करने लगा. लेकिन अपने खर्चे पूरे करने के लिए आरोपी ने कई तरह के अपराध करने शुरू कर दिए. 

पुलिस ने बताया कि साल 2018 में आरोपी अपनी पत्नी के साथ मुंबई गया और वहां बकरियों की खरीद-फरोख्त करने लगा. जब वह दिल्ली वापस आया तो वह अपने दो दोस्तों सलमान उर्फ हसन और समीर से मिला. 24 फरवरी, 2020 को मुंतजिम के दोनों दोस्त उसके चांद बाग स्थित घर आए. शाम को उन सभी ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में चल रहे दंगों में शामिल होने की योजना बनाई. 

पुलिस का कहना है कि अगले दिन 25 फरवरी, 2020 को तीनों आरोपी फिरदौस मस्जिद, मुस्तफाबाद के पास इकट्ठे हुए और उत्तर पूर्वी दिल्ली के चांद बाग इलाके में चल रहे दंगों में शामिल हो गए. आरोपी मुंतजिम उर्फ मूसा ने अपने दोनों सहयोगियों और अन्य के साथ मिलकर अंकित शर्मा की हत्या कर दी. इस मामले में आरोपी के दोनों दोस्त पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं.

वीडियो- दिल्ली हिंसा: दंगाइयों द्वारा मारे गए IB के अंकित शर्मा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या लिखा है?

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