तस्वीरों में: महाराष्ट्र में भारी बारिश से बाढ़ के हालात, पानी बसों की छत तक पहुंचा
ठाणे, रत्नागिरी, यवतमाल समेत राज्य के इलाकों में हालात बदतर होते दिख रहे हैं.
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भारी बारिश से महाराष्ट्र में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैंं. (तस्वीर- पीटीआई)

भारी बारिश से बदहाल है चिपलून. बसों की हाइट तक भर गया है पानी. (तस्वीर- पीटीआई)
बाढ़ के कारण कोंकण रेलवे रूट पर लंबी दूरी की कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है या उनके समय में बदलाव किया गया है. रेल अधिकारियों के अनुसार, कोंकण रेलवे मार्ग पर विभिन्न स्टेशनों पर विनियमित ट्रेनों में लगभग 6,000 यात्री फंसे हुए हैं.

पानी में डूबी कई गाड़ियां, चिपलून, रत्नगिरी ज़िला, महाराष्ट्र (तस्वीर- सोशल मीडिया)
वाशिष्ठी नदी पर बना एक बांध बुधवार की रात बह गया. इससे पहले से बारिश से परेशान लोगों की समस्या और बढ़ गई. कई इलाकों के नजारे लगभग एक जैसे हैं. गाड़ियां ऊपर तक डूबी हुई हैं. केवल उनकी छत दिखाई दे रही है. चिपलून की फिर बात करें तो यहां स्थानीय बाजार, बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन सभी डूबे हुए हैं.
तटरक्षक बल ने कोंकण इलाक़े, विशेष रूप से चिपलून और रत्नागिरी में बाढ़ प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया है. उनके कार्यालय ने बचाव और राहत कार्यों की तस्वीरें जारी की हैं.

कोंकण इलाक़े में भारतीय कोस्ट गॉर्ड द्वारा किया जा रहा राहत कार्य. (फ़ोटो- राज्य सभा सांसद विनय शहस्त्रबुद्द्हे के ट्विटर हैंडल से)
तटरक्षक बल ने प्रत्येक प्रभावित क्षेत्र में आपदा राहत दल तैनात किया है. 35 अधिकारियों की एक टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है.

चिपलून की तस्वीर. (फ़ोटो- महाराष्ट्र टाइम्स के एडिटर पराग करानडिकर के ट्विटर हैंडल से)
राहत कार्य में लगे राष्ट्रीय आपदा मोचन बल यानी एनडीआरएफ ने नौ बचाव दल तैनात किए हैं. इनमें से चार मुंबई में और एक-एक बचाल दल ठाणे और पालघर में तैनात किया गया है. एक टीम चिपलून में और दो टीमों को कोल्हापुर भी भेजा गया है.

चिपलून के बाज़ार की तस्वीर. फ़ोटो साभार- ट्विटर यूज़र लखोबा लोखंडे
वहीं, यवतमाल में तीन दिन से हो रही भारी बारिश के बाद सहराकुंड जलप्रपात का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है. ठाणे के भिवाड़ी में भी पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के बाद भीषण जल जमाव देखा गया है.

मुंबई से लगा हुआ ठाणे ज़िले की तस्वीर. (तस्वीर- पीटीआई)
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार 22 जुलाई को महाराष्ट्र में बाढ़ की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भारी चर्चा की. उन्होंने ट्वीट कर बताया कि स्थिति को सामान्य करने के लिए केंद्र की तरफ़ से राज्य सरकार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया गया है.