हरियाणा के निकाय चुनावों में किसानों की नाराजगी BJP-JJP को भारी पड़ गई?
दो जगह मेयर पद छिन गए तो दुष्यंत चौटाला के गढ़ में भी जीत नहीं मिल सकी
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हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (बाएं) और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को हरियाणा के निकाय चुनाव के नतीजे देखकर निराशा ही हुई होगी. (तस्वीर: पीटीआई)
एक महीने से ज्यादा समय से जारी किसान आंदोलन के बीच हरियाणा में हुए निकाय चुनावों में सत्ताधारी बीजेपी-जेजेपी गठबंधन को झटका लगा है. तीन नगर निगम, तीन नगर पालिका और एक नगर परिषद के लिए हाल में चुनाव हुए थे. सत्ताधारी गठबंधन को सोनीपत और अंबाला में मेयर पद से हाथ धोना पड़ा है. उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी निकाय चुनाव में अपने गढ़ हिसार के उकलाना और रेवाड़ी के धारूहेड़ा में हार गई है.
सोनीपत, पंचकूला और अंबाला नगर निगम, सांपला, धारुहेड़ा और उकलाना नगरपालिका और रेवाड़ी नगर परिषद के लिए 27 दिसंबर को चुनाव हुए थे. यह पहली बार था कि अंबाला, पंचकूला और सोनीपत शहरों में महापौर पदों के लिए प्रत्यक्ष चुनाव हुए. माने, इस बार मेयर को लेकर सीधी वोटिंग हुई. इससे पहले पार्षद ही मेयर को चुनते थे. आइए नतीजों पर एक नजर डाल लेते हैं-
सोनीपत नगर निगम
कांग्रेस के निखिल मदान ने बीजेपी के ललित बत्रा को 13,818 वोटों से हरा दिया.
पंचकूला नगर निगम
यहां बीजेपी के कुलभूषण गोयल ने कांग्रेस के उपिंदर आहलूवालिया को शिकस्त दी.
अंबाला नगर निगम
यहां से हरियाणा जन चेतना पार्टी की शक्ति रानी ने बीजेपी की वंदना शर्मा को 8,084 वोटों से हराया. शक्ति पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी हैं.
सांपला नगर पालिका
इंडिपेंडेंट कैंडिडेट पूजा ने बीजेपी के सोनू वाल्मीकि को हरा दिया है. पूजा को 6428 वोट और सोनू वाल्मीकि को केवल 2468 वोट मिले.
उकलाना नगर पालिका
इंडिपेंडेंट कैंडिडेट सुशील साहू ने JJP के महेंद्र को 419 वोटों से हरा दिया.
धारूहेड़ा नगर पालिका
चेयरमैन पद के लिए धारूहेड़ा से निर्दलीय कंवर सिंह जीते हैं.
रेवाड़ी नगर परिषद
रेवाड़ी नगर परिषद की 31 सीटों में से 23 सीटों पर निर्दलीय पार्षदों की जीत हुई है. 7 सीटों पर बीजेपी के पार्षद जीत कर आए हैं. BJP की पूनम यादव को यहां नगर परिषद का अध्यक्ष चुना गया है.