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क्या पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल भूख-प्यास से मर गए?

हार्दिक पाटीदारों के लिए शिक्षा और नौकरी में रिजर्वेशन की मांग के समर्थन में आमरण अनशन पर बैठे थे.

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सोशल मीडिया पर पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल की मौत की खबर वायरल हो रही है. इससे पहले हमें जो मालूम था वो ये हार्दिक भूख हड़ताल पर हैं और उनकी सेहत काफी बिगड़ गई है.
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स्वाति
10 सितंबर 2018 (Updated: 10 सितंबर 2018, 09:58 AM IST) कॉमेंट्स
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सोशल मीडिया पर अफवाह उड़ी है. कि हार्दिक पटेल नहीं रहे. हार्दिक के गुजर जाने की ये खबर खूब वायरल हो रही है. कुछ लोग पोस्ट लिखकर हार्दिक की आत्मा के लिए शांति की कामना कर रहे हैं. कुछ उन्हें कोस रहे हैं. उनके लिए अपनी नफरत बहा रहे हैं.
हार्दिक के मरने की बात लिखकर उन्हें कोसने जैसी पोस्ट्स भी खूब चल रही हैं. फोटोशॉप ने लोगों के लिए अपना अजेंडा पूरा करने का काम कितना आसान कर दिया है. देखिए, कैसे इसकी मदद से हार्दिक के गले में माला डाल दी गई है.
फोटोशॉप ने लोगों के लिए अपना अजेंडा पूरा करने का काम कितना आसान कर दिया है. देखिए, कैसे इसकी मदद से हार्दिक के गले में माला डाल दी गई है. आप गौर कीजिएगा तो आपको अलग से डाली गई माला का खेल दिख जाएगा. 

वायरल पोस्ट में क्या है? एक तस्वीर है. इसमें हार्दिक पटेल बिस्तर पर पड़े हैं. देखकर लगता है कि हार्दिक किसी अस्पताल के बेड पर हैं. उनके पास एक महिला डॉक्टर है. अगल-बगल में अस्पताल के कुछ और लोग भी हैं. हार्दिक की आंखें बंद हैं. उनकी जीभ बाहर की ओर निकली दिखाई दे रही है. तस्वीर के साथ जो मेसेज है, उसके मुताबिक हार्दिक पटेल का निधन हो गया है. 8 सितंबर को दोपहर 2.45 पर उन्होंने आखिरी सांस ली. एक पोस्ट तो ऐसी दिखी, जिसमें किसी न्यूज चैनल का स्क्रीनशॉट लगाया गया है. इसमें हार्दिक पटेल की जगह 'हार्पिक' लिखा हुआ है. कौन सा न्यूज चैनल है, ये भी पता नहीं चल रहा. बस ऊपर लाइव लिखा दिख रहा है. खबर के नीचे जो टिकर है, उसमें रात 11.04 का वक्त है.
ऐसा दिखाया गया है जैसे किसी न्यूज चैनल ने हार्दिक के मरने की खबर चलाई हो. तस्वीर हार्दिक की है, लेकिन नाम में हार्दिक की जगह 'हार्पिक' लिखा है.
ऐसा दिखाया गया है जैसे किसी न्यूज चैनल ने हार्दिक के मरने की खबर चलाई हो. तस्वीर हार्दिक की है, लेकिन नाम में हार्दिक की जगह 'हार्पिक' लिखा है.

सच क्या है? इस खबर से पहले जो आखिरी बात हमने हार्दिक के बारे में सुनी-पढ़ी थी, वो उनकी भूख हड़ताल के बारे में थी. हार्दिक अनशन पर बैठे हैं. पाटीदारों के लिए शिक्षा और नौकरी के क्षेत्र में रिजर्वेशन की मांग लेकर वो अनशन कर रहे हैं. भूख हड़ताल के दौरान उनका वजन घटने-बढ़ने से जुड़ी खबरें भी आईं. फिर ये हुआ कि हार्दिक ने पानी पीना भी छोड़ दिया. डॉक्टरों का कहना था कि उनकी सेहत तेजी से गिर रही है. बेहतर होगा कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जाए. अब ये उनकी मौत से जुड़ी वायरल खबर नजर आई. खबर कोरी अफवाह है. हार्दिक जिंदा हैं. अभी भी भूख हड़ताल पर ही हैं. पानी पीना छोड़ने के बाद उनकी हालत और खराब हो गई थी. उन्हें अस्पताल ले जाया गया. वहां दो दिन उन्हें भर्ती रखा गया. ये जो वायरल पोस्ट के साथ उनकी तस्वीर घूम रही है, वो अस्पताल की ही है. अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बारे में खुद हार्दिक ने भी ट्वीट किया है. हमने हार्दिक पटेल की सेहत का अपडेट जानने के लिए उनके करीबी सहयोगी गोपाल इटालिया से बात की. उन्होंने बताया-
हार्दिक पटेल बिल्कुल ठीक हैं. भूख हड़ताल की वजह से उनकी सेहत खराब है, लेकिन वो ठीक हैं. उन्हें दो दिन तक अस्पताल में भर्ती रखा गया. 9 सितंबर को वो डिस्चार्ज कर दिए गए. उनका घर मेन सड़क से करीब चार किलोमीटर दूर है. पुलिस ने उनकी ऐम्बुलेंस को वहीं सड़क पर रोक दिया. फिर उन्हें स्ट्रेचर पर लिटाकर चार किलोमीटर दूर उनके घर ले जाया गया. उनके निधन की खबर जान-बूझकर फैलाई जा रही है. हमें ऐसी अफवाहों को नजरंदाज करना चाहिए. ताकि ऐसा करने वालों को तूल न मिले.
अपने सोशल मीडिया पर ऐक्टिव हैं हार्दिक वैसे हार्दिक का ट्विटर और फेसबुक पेज भी लगातार अपडेट हो रहा है. 10 सितंबर को बुलाए गए भारत बंद पर भी उन्होंने ट्वीट किया है. 9 सितंबर को किए गए एक ट्वीट में उन्होंने अहमदाबाद के DCP पर इल्जाम लगाया कि वो उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. ये भी लिखा कि उनके उपवास की कवरेज करने आए मीडियाकर्मियों के साथ पुलिस ने जोर-जबर्दस्ती की. उनके कैमरे तोड़ने की कोशिश की.
हार्दिक पटेल 7 सितंबर को अहमदाबाद के सोला अस्पताल में भर्ती कराए गए थे. उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. अस्पताल में उनसे मिलने जो लोग पहुंचे, उनमें शरद यादव भी थे. शरद यादव ने हार्दिक को पानी पिलाया. इसके बाद हार्दिक पानी तो पी रहे हैं, लेकिन भूख हड़ताल अब भी जारी है.
हार्दिक पटेल 7 सितंबर को अहमदाबाद के सोला अस्पताल में भर्ती कराए गए थे. उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. अस्पताल में उनसे मिलने जो लोग पहुंचे, उनमें शरद यादव भी थे. शरद यादव ने हार्दिक को पानी पिलाया. इसके बाद हार्दिक पानी तो पी रहे हैं, लेकिन भूख हड़ताल अब भी जारी है.

हार्दिक की स्थिति बिगड़ने के बाद कई लोग उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे. इनमें शरद यादव भी शामिल थे. शरद यादव ने पानी पिलाया उनको. उसके बाद हार्दिक पानी तो पी रहे हैं, लेकिन खाना नहीं खा रहे. फिलहाल वो अहमदाबाद स्थित अपने घर पर हैं. हार्दिक के समर्थकों का कहना है कि पुलिस किसी को भी हार्दिक से मिलने नहीं जाने दे रही है. उनके परिवार के करीबी लोगों के अलावा बाकी किसी को भी, यहां तक कि सहयोगियों और मीडियावालों को भी वहां नहीं जाने दिया जा रहा है.


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