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सरकार ने एयरपोर्ट पर CISF के 3000 पदों को खत्म किया, अब प्राइवेट सुरक्षाकर्मी काम करेंगे

प्राइवेट गार्ड्स एविएशन सिक्योरिटी के लिए बनाए गए सरकारी नियमों के तहत ही ऑपरेट होंगे.

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CISF JAWANS AT AIRPORT
कोलकाता एयरपोर्ट पर CISF के जवान (फोटो- पीटीआई)
5 सितंबर 2022 (Updated: 5 सितंबर 2022, 12:44 IST)
Updated: 5 सितंबर 2022 12:44 IST
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केंद्र सरकार ने देश के हवाई अड्डों पर CISF के लगभग 3000 पदों को खत्म कर दिया है. ये फैसला एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था में 'बड़े बदलाव' के तहत लिया गया है. सरकार के नए प्लान के मुताबिक इनके बदले निजी सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा. अभी तक देश के सभी एयरपोर्ट पर सुरक्षा की जिम्मेदारी मोटे तौर पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के पास ही है. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, निजी सुरक्षाकर्मी सर्विलांस और सुरक्षा के लिए स्मार्ट टेक्नोलॉजी टूल्स से लैस होंगे. बताया जा रहा है कि इसे देश के 50 एयरपोर्ट पर लागू किया जाएगा.

नए एक्शन प्लान में CISF के पद खत्म

रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय सिविल एविएशन और गृह मंत्रालय ने ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) और CISF के साथ मिलकर 2018-19 एक्शन प्लान बनाया था. इसका ब्लूप्रिंट BCAS ने तैयार किया. इसी प्लान के तहत CISF के 3,049 पदों को खत्म कर दिया गया. इसके बदले 1,924 प्राइवेट सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा. साथ ही 'स्मार्ट सर्विलांस टेक्नोलॉजी' लाई जाएगी, जिसमें सीसीटीवी कैमरे और बैगेज स्कैनर लगाए जाएंगे.

इस बदलाव को लेकर एक सीनियर सिक्योरिटी ऑफिसर ने पीटीआई को बताया कि नए सिक्योरिटी प्लान से एविएशन सेक्टर में 1900 से ज्यादा जॉब मिलेंगे. उन्होंने कहा कि इससे वर्कफोर्स बढ़ेगा और पुराने और नए एयरपोर्ट पर सुरक्षा की जरूरतों को पूरा किया जाएगा.

प्राइवेट सिक्योरिटी की तैनाती कहां होगी?

वहीं एक दूसरे अधिकारी ने बताया कि प्राइवेट सुरक्षाकर्मियों को दिल्ली और मुंबई जैसे एयरपोर्ट पर तैनात किया जाएगा. इन्हें एयरपोर्ट पर लगने वाली लाइनों के मैनेजमेंट, एयरलाइंस स्टाफ और यात्रियों की सुरक्षा सहायता, टर्मिनल के एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर ड्यूटी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि CISF का काम पहले की तरह जारी रहेगा. एंट्री पर पैसेंजर की आईडी चेक करने, तलाशी लेने और पहले से जारी दूसरे काम जारी रहेंगे.

BCAS के ज्वाइंट डायरेक्टर जनरल जयदीप प्रसाद ने कहा कि यह फैसला एयरपोर्ट पर 'स्मार्ट सिक्योरिटी तकनीक' को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. निजी सुरक्षाकर्मियों को एयरपोर्ट की गैर-संवेदनशील जगहों पर तैनात किया जाएगा. उनके मुताबिक, प्राइवेट सुरक्षा एजेंसी और उनके कर्मियों को BCAS की मंजूरी के बाद ही तैनाती होगी. वे एविएशन सिक्योरिटी के लिए बनाए गए सरकारी नियमों के तहत ही ऑपरेट होंगे.

30 हजार CISF कर्मी बचेंगे

रिपोर्ट के मुताबिक CISF के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि 3049 खत्म किए गए पदों में 1924 निजी सुरक्षाकर्मियों से भरे जाएंगे. जिन पदों को खत्म किया गया है वे देश के 65 एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए थे. वहीं बाकी 1125 पदों का इस्तेमाल दूसरे एयरपोर्ट पर सुरक्षा और दूसरे कामों के लिए किया जाएगा.

देश में CISF कर्मियों की संख्या करीब एक लाख 63 हजार है. इनमें से करीब 33 हजार कर्मी देश के 65 एयरपोर्ट की सुरक्षा में लगे हैं. अब इन पदों के खत्म होने के बाद ये संख्या घटकर 30 हजार के आसपास होगी. साल 2000 में पहली बार CISF को जयपुर एयरपोर्ट की सुरक्षा जिम्मेदारी गई थी. शुरुआत एयरपोर्ट सिक्योरिटी के लिए तैनात सीआईएसएफ कर्मियों की संख्या 2000 थी. केंद्र सरकार ने 1999 के कांधार हाइजैक के बाद एविएशन सिक्योरिटी में CISF को तैनात करने का फैसला लिया था.

वीडियो: क्या विजय माल्या जैसे लोग एयरपोर्ट पर ही धर लिए जाएंगे?

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