महीनों से गड़बड़ थी रेलिंग, अचानक टूटने से विदेशी महिला टूरिस्ट की मौत, घंटा भर में एंबुलेंस आई
यूपी के फतेहपुर सीकरी में घूमने आई फ्रांस की महिला की नौ फीट ऊंचे प्लेटफॉर्म से गिरने से मौत हो गई. इस मामले में बड़ी लापरवाही सामने आई है
![french tourist died in fatehpur sikri agra fell from nine foot tall platform](https://static.thelallantop.com/images/post/1695363947220_fatehpur-sikri-tourist-died2.webp?width=540)
आगरा के फतेहपुर सीकरी किले (Fatehpur Sikri Fort) में फ्रांस की एक टूरिस्ट (French Tourist) की मौत हो गई. 60 साल की महिला एक ग्रुप के साथ किले में घूमने आई थी. इसी दौरान वो नौ फीट ऊंचे प्लेटफॉर्म से गिर गईं. खबर है कि घटना के वक्त इलाके में कोई एंबुलेंस मौजूद नहीं थी. 20 किलोमीटर दूर से एंबुलेंस बुलाकर घायल महिला को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
21 सिंतबर को महिला 30 फ्रांसीसी पर्यटकों के ग्रुप के साथ किले में गई थीं. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के अधिकारी राज कुमार पटेल ने PTI को बताया कि वो लोग किले के अंदर तुर्की सुल्ताना पैलेस में तस्वीरें ले रहे थे तभी उन सबके वजन की वजह से लकड़ी की रेलिंग टूट गई होगी.
ASI अधिकारी ने आगे बताया,
महिला पत्थर के चबूतरे पर गिरने के बाद बेहोश हो गई. आशंका है कि उनके सिर में कोई गहरी चोट लगी जिससे मौत हो गई, खून नहीं बह रहा था. स्टाफ ने एंबुलेंस को बुलाया लेकिन उसे आने में कुछ समय लग गया. तब तक वहां मौजूद कुछ गाइड्स ने एम्बुलेंस की व्यवस्था की और घायल पर्यटक को अस्पताल पहुंचाया.
एक स्थानीय टूर गाइड ने नाम न छापने की शर्त पर इंडिया टुडे को बताया,
जो रेलिंग टूटी है वो कोरोना महामारी के बाद लगाई गई थी और कई महीनों से ढीली थी. घटना के वक्त फतेहपुर सीकरी में कोई एंबुलेंस नहीं थी. घायल पर्यटक को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस को किरावली से बुलाना पड़ा जो लगभग 20 किलोमीटर दूर है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फतेहपुर सीकरी थाने के पुलिस सूत्रों ने बताया कि एंबुलेंस को घटनास्थल तक पहुंचने में 45 मिनट लग गए थे. घायल महिला को ASN मेडिकल कॉलेज और फिर आगरा के एक निजी अस्पताल ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
आगरा के टूरिस्ट गाइड्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक दान ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा कि ये घटना इमरजेंसी मेडिकल सुविधाओं पर सवाल खड़ा करती है. उन्होंने दावा किया कि हादसे के वक्त कोई एम्बुलेंस तुरंत उपलब्ध नहीं थी, करीब एक घंटे बाद एक जर्जर एम्बुलेंस आई.