25 अगस्त 2016 (Updated: 25 अगस्त 2016, 08:07 AM IST) कॉमेंट्स
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आपको पहले एक साथ दो तस्वीरें दिखानी हैं.
20 से हम 21वीं सदी में आ गए. लेकिन फिर भी ये तय नहीं हो पा रहा है कि महिलाएं बीच पर क्या पहनें. बुर्कीनी. यानी एक तरह का स्विम सूट. बुर्के और स्विम सूट की जब शादी करा दी जाए, तो बुर्कीनी प्रकट होती है. समंदर किनारे मुस्लिम महिलाएं पहनना पसंद करती हैं. फ्रांस का नीस शहर. यानी वो जगह जहां कुछ वक्त पहले बुर्कीनी पर बैन लगा दिया गया, लेकिन बैन यानी की आड़ में ऐसी हरकतें की जाने लगीं, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. फ्रांस में नीस पुलिस की इस हरकत की दुनियाभर में 'छी, छी'हो रही है.
हुआ ये कि नीस पुलिस ने एक मुस्लिम औरत की बीच पर बुर्कीनी उतरवा दी. वजह बताई कि बुर्कीनी पर बैन है. बीच पर 34 साल की सियम की बुर्कीनी उतरवाने के साथ पुलिसवालों ने 11 यूरो यानी करीब 831 रुपये का फाइन भी लगाया. सियम ने कहा,
'मेरे साथ मेरे बच्चे भी थे. मेरे साथ हो रहे उत्पीड़न को देख मेरे बच्चों की आंखें भी आंसुओं से भरी थीं. मेरा परिवार भी दुखी था. उन्होंने हमारा अपमान किया. पुलिसवालों ने मुझसे कहा कि अगर तुम अपना स्कार्फ हेयरबैंड की तरह यूज करोगी, तभी तुम इस बीच पर रुक सकती हो, वरना नहीं. पुलिसवालों ने कहा कि बीच पर आने वाले लोगों को प्रॉपर पोशाक पहननी होगी.
क्योंकि जिनका मेरे धर्म से कोई ताल्लुक नहीं है, वो लोग जाकर लोगों का कत्ल करते हैं. सिर्फ इसलिए मैं बीच पर नहीं जा सकती? क्योंकि वो लोग हमले कर रहे हैं, क्या इससे मेरे अधिकार मुझसे छीन लिए जाएंगे? मैं फ्रांस में हूं. मैं जहां चाहूं, वहां जा सकती हूं. आज हमें बीच से बैन किया जा रहा है, कल को गलियों में जाने से बैन किया जाएगा? पब्लिक में क्या पहनना चाहिए, ये हम तय करें तो बेहतर, न कि कोई और.'
227 बरस पहले जब फ्रेंच क्रांति हुई थी, तब का नारा था स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व.
यानी सालों पहले दुनिया को स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे का नारा देने वाला मुल्क 200 साल में इतनी जल्दी बदल जाएगा. इसकी उम्मीद कम ही थी. निश्चित तौर पर फ्रांस ने निराश ही किया है.
नीस में हुई इस घटिया हरकत की तस्वीरें दुनियाभर में वायरल हो रही है. हर कोई फ्रांस के 14 शहरों में बुर्कीनी को बैन किए जाने की आड़ में सियम के साथ हुई हरकत की थू-थू हो रही है. होना बनता भी है. आप कथित प्रोग्रेसिव बनने की बात करते हैं, लेकिन बीच में किसी की मान्यताओं को सिर्फ इसलिए नहीं मानते, क्योंकि वो आपको आतंकी लगते हैं. सीसीटीवी फुटेज निकाल लें तो पता चल जाएगा, जितने भी आतंकी हमले हुए हैं, उसमें आतंकी बुर्कीनी, बुर्का पहनकर नहीं आते हैं.
ट्विटर पर इस हरकत पर दुनिया भर से प्रतिक्रियाएं मिलीं.