फेसबुक पर टाइम स्पेंड करना एक बहुत आम सी बात है. बेवकूफ़ बन जाना भी एक बहुत सी आम बात है. लेकिन जब ये दोनों चीज़ें एक साथ होने लग जायें तो थोड़ा दिक्कत हो जाती है. लेकिन मुद्दा ये है कि इतनी भारी मात्रा में लोग बेवकूफ़ बन रहे हैं. बनते जा रहे हैं. सिर्फ एक बटन दबाकर. लाइक का. या कमेन्ट का. और दुनिया को मालूम चल जाता है कि "भइय्या, अब हुई चुकी गड़बड़. अब तुम न संभाल पावोगे!" और मेरे मन में जो संवाद उठता है वो है "भइय्या, हमको माफ़ करो. आप के जैसा फेसबुक करने वाला नहीं चाहिए हमको."
एक लड़की ने, फ़ेक प्रोफाइल ऑफ़ कोर्स, किसी जगह पर लिख दिया 'आज पता चल जायेगा फेसबुक पर कितने देशभक्त हैं.' और बस. लोग पिल पड़े. धकापेल लाइक और कमेन्ट का सिलसिला शुरू हो गया. जय हिन्द से लेकर भारत माता की जय शुरू. पाकिस्तान की अम्मी-आपा को याद करने लगे.
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और ये ध्यान नहीं दिया कि आखिर ये फ़ोटो है किसकी? अव्वल तो ये कि किसी सैनिक की फ़ोटो पर लाइक करके, कमेन्ट करके आप किस तरह से अपनी देशभक्ति साबित कर देंगे? इसे समझाया जाए? मतलब, अपना डेटा खर्च करने, फेसबुक को ट्रैफिक देने और हैकर्स के हाथ में अपनी प्रोफाइल लिंक देने के सिवा और क्या किया आपने. मालूम पड़े तो बताइयेगा. (हमें स्टोरी आईडिया भी दिया) लेकिन जब आप अपने दिमाग को झऊव्वे के नीचे ढांप देते हैं तो बड़ा दुख होता है.
आप देखते ही नहीं हैं कि सैनिकों की वर्दी पर जो बिल्ला लगा है वो दरअसल किसी और ही देश का झंडा है. आंखें बंद हो जाती हैं देशप्रेम में क्या? गौर से देखिये तो पायेंगे कि वो झंडा ईराकी कुर्दिस्तान की एक मिलिट्री फ़ोर्स का है. नीचे हरा और ऊपर लाल और बीच में सफ़ेद है.
https://twitter.com/arabthomness/status/529048582444564480
लेकिन चक्र नहीं न है, बाबू? इतने क्यूट हो न तुम? बिना कुछ देखे लाइक कर दिया. Awwwwww <3 सो क्यूट. और हमें ये सवाल पूछना पड़ गया 'आज देखते हैं फेसबुक पर कितने झंडू बाम हैं.'
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