872 वोट से जहां बीजेपी हारी, क्या वहां एक बूथ के वोट काउंट नहीं किए गए?
राजस्थान की पोकरण सीट पर दो धर्मगुरुओं में मुकाबला था. वहां के बारे में सोशल मीडिया पर ये खबर तेजी से फैल रही है. पर सच क्या है?

राजस्थान विधानसभा चुनाव की हॉट सीटों में से एक थी जैसलमेर की पोकरण सीट. हॉट सीट क्यों? क्योंकि इस सीट पर एक हिंदू और एक मुस्लिम धर्मगुरू चुनाव लड़ रहे थे. कांग्रेस ने टिकट दिया था मुस्लिम धर्मगुरू शाले मोहम्मद और बीजेपी ने टिकट दिया हिंदू धर्मगुरू महंत प्रतापपुरी को. मुख्य मुकाबला इन दोनों के बीच में ही था. इस सीट पर काउंटिंग भी बड़ी दिलचस्प रही. पूरी काउंटिंग में मार्जिन बहुत कम रहा. कभी बीजेपी आगे हो रही थी तो कभी कांग्रेस. नतीजा आया. कांग्रेस जीती. बस 872 वोट से. अब सोशल मीडिया पर आया एक ट्विस्ट. एक स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल होने लगा. इसमें दिखाया गया कि काउंटिंग में बूथ नंबर 199 की ईवीएम शामिल ही नहीं था. इस स्क्रीनशॉट की वैलिडिटी बढ़ाने के लिए एक पीडीएफ फाइल भी भेजी जा रही है. जिसमें पूरा रिजल्ट है.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा स्क्रीनशॉट.
इसके साथ में मेसेज चल रहे हैं-
पोकरण से एक नया राज आया सामने मतगणना की क्रम संख्या 199 कहा गायब हो गई बागथल स्कूल की पेटी गायब शयेर करे एक भगवा धारी के लिएप्रसाशन की हो सकती हैं लापरवाही👆इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करेंक्योंकि इसमें बूथ संख्या 199 गायब हैइसका मतलब उस पेटी के वोटो की गिनती नही हुईमतलब हो सकता है कि ये जानबूझकर किया गया हो
(ये मेसेज ऐसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसलिए इसमें बिना किसी बदलाव के यहां इस्तेमाल किया गया है.)
ये पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा. इस सीट पर हार-जीत का मार्जिन बहुत कम रहा है इसलिए लोग भी इस पोस्ट को सच मानने लगे.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट.
सच्चाई क्या है?
चुनाव में हर सीट की काउंटिंग पूरी हो जाने के बाद फॉर्म नंबर 20 में हर बूथ पर हुई वोटिंग की जानकारी दी जाती है. उस जगह का रिटर्निंग अधिकारी फॉर्म 20 पर सिग्नेचर करता है.पोकरण विधानसभा सीट में टोटल 258 बूथ थे. सभी 258 बूथों पर पोलिंग हुई. सभी 258 सीटों की काउंटिंग भी हुई. राजस्थान निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर मौजूद फॉर्म नंबर 20 के मुताबिक बूथ नंबर 199 पर 804 वोट पड़े. इनमें से 200 वोट महंत प्रतापपुरी को मिले, 549 शाले मोहम्मद को मिले.

चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मोजूद पोकरण की बूथ नंबर 199 का नतीजा.
आप इस फॉर्म-20 को यहां क्लिक
कर देख सकते हैं.
अब बात वायरल हो रहे पीडीएफ की. पहली बात तो इस पीडीएफ में बने फॉर्म-20 का लेआउट इलेक्शन कमीशन के फॉर्म-20 से अलग है. साथ ही इस पर रिटर्निंग अधिकारी के सिग्नेचर भी नहीं हैं. साथ ही, एक बूथ का नंबर गायब होने के बावजूद ईसी और इस फर्जी रिजल्ट वाली पीडीएफ में टोटल एक जैसा है. यानी ये गलत तरीके से बनाई गई है.
हमारी पड़ताल में पोकरण सीट पर एक पोलिंग बूथ पर काउंटिंग न होने की बात गलत साबित हुई. चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मौजूद डेटा से ये डेटा मिलान नहीं खाता है.
अगर आपके पास भी ऐसी कोई पोस्ट, फोटो, वीडियो या मैसेज है जिस पर आपको शक है तो आप उसे lallantopmail@gmail.com, फेसबुक पर हमारे वेरिफाइड पेज The Lallantop
और हमारे वेरिफाइड ट्विटर हैंडल @TheLallantop
पर भेज सकते हैं. हम उसकी पड़ताल कर सच्चाई पता करेंगे.
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