10 अगस्त 2016 (Updated: 10 अगस्त 2016, 10:52 AM IST) कॉमेंट्स
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फिल्मों में या जादुई कहानियों में आपने देखा-सुना होगा. अचानक से पानी का रंग बदलने लगता है. कभी-कभी सच में भी ऐसा हो जाता है.
रियो ओलंपिक में मंगलवार को एक पूल का कलर अचानक से हरा हो गया. उस वक्त महिलाओं की 10 मीटर डाइविंग का फाइनल चल रहा था. थोड़ी देर पहले तक उस पूल का कलर रोज की तरह ब्लू ही था.
https://twitter.com/CBCOlympics/status/763128742508134402?ref_src=twsrc%5Etfw
ब्रोंज जीतने वाले ब्रिटेन के डाइवर टॉम डाले ने एक फोटो ट्वीट किया, जिसमें दो पूल दिख रहे हैं. वॉटर पोलो पूल और डाइविंग पूल. डाइविंग पूल का कलर हरा है जबकि उस के पास ही वॉटर पोलो पूल का कलर रोजाना की तरह ब्लू ही है.
https://twitter.com/TomDaley1994/status/763089368022192129
कनाडा की डाइवर मीघन बेनफीतो कहा कि पूल का कलर रोज की तरह ब्लू नहीं था. बस एक ही चीज का ध्यान रखने के लिए बोला हमने कि पानी में अपना मुंह मत खोलना.
पूल का पानी अचानक से हरा क्यों हो गया, इसकी वजह पता नहीं चली है. रियो 2016 के आयोजकों ने बताया कि इस तरह पानी का कलर बदल जाने से कोई रिस्क नहीं है. रोज जो टेस्ट किए जाते हैं, वो करवाए हैं. पानी की क्वॉलिटी वैसी ही है. जैसी ब्लू होने पर होती है.
https://twitter.com/Rio2016_en/status/763136144783577088