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DGCI का बड़ा फैसला, 18 से ऊपर की उम्र वालों को अब इस कंपनी के बूस्टर डोज भी लगेंगे

कोर्बेवैक्स के क्लीनिकल ट्रायल्स के दौरान ये देखा गया कि इस वैक्सीन के लगाने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा हुआ है. कंपनी के मुताबिक उन्होंने 18 से 80 साल के 416 लोगों पर इस वैक्सीन का ट्रायल किया है.

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Corbevax vaccine (Photo: File)
Covid Vaccination की फाइल फोटो. (PTI)
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आयूष कुमार
4 जून 2022 (Updated: 4 जून 2022, 08:42 PM IST) कॉमेंट्स
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DCGI ने ‘बायोलॉजिकल ई’ की COVID-19 वैक्सीन कोर्बेवैक्स (Corbevax) को 18 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों को ‘हेटरोलॉगस’ बूस्टर डोज़ के रूप में लगाए जाने की मंजूरी दे दी है. यानी कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दोनों डोज़ लगवा चुके वयस्क छह महीने बाद बूस्टर डोज के रूप में कोर्बेवैक्स का टीका भी लगवा सकते हैं. इससे पहले ये नियम था कि जिस वैक्सीन की दोनों डोज़ ली गई हैं, तीसरी डोज़ भी उसी वैक्सीन की लेनी होगी.  

इससे पहले DCGI ने इस साल अप्रैल महीने के आखिर में 5 से 12 साल के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स का इमरजेंसी इस्तेमाल करने की इजाजत दी थी. उस समय तक कोर्बेवैक्स टीके का इस्तेमाल सिर्फ 12 से 14 साल के बच्चों को वैक्सीनेट करने के लिया किया जा रहा था.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी की मैनिजिंग डायरेक्टर महिमा डाटला (Mahima Datla) ने DGCI के इस फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, 

"हम बहुत खुश हैं. इस फैसले से देश की बूस्टर डोज़ की जरूरत को पूरा करने में मदद मिलेगी. हमने अपनी कोविड-19 टीकाकरण यात्रा में एक और कीर्तिमान स्थापित किया है. कोर्बेवैक्स को  मिली मंजूरी, इस वैक्सीन की विश्व स्तरीय गुणवत्ता को दर्शाती है."

कोर्बेवैक्स के क्लीनिकल ट्रायल्स के दौरान ये देखा गया कि इस वैक्सीन के लगाने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा हुआ है. कंपनी के मुताबिक उन्होंने 18 से 80 साल के 416 लोगों पर इस वैक्सीन का ट्रायल किया है.

कैसे करें बुक 

बूस्टर डोज में कोर्बेवैक्स का टीका लगवाने के लिए कोविन पोर्टल के जरिए स्लॉट बुक करना होगा. बूस्टर डोज़ सिर्फ तभी लिया जा सकता है, जब आपको कोविड वैक्सीन का दूसरा डोज़ लगे हुए 9 महीने या उससे ज्यादा समय हो गया हो.

कोर्बेवैक्स बनाने वाली कंपनी ‘बायोलॉजिकल ई’ लिमिटेड के आंकड़ों के मुताबिक भारत में बच्चों को अभी तक कोर्बेवैक्स के 5 करोड़ से ज्यादा टीके लगाए जा चुके हैं. इनमें से 1.7 करोड़ से ज्यादा बच्चों को दोनों डोज़ लग चुकी हैं. कंपनी के मुताबिक उन्होंने अभी केंद्र सरकार को कोर्बेवैक्स की 10 करोड़ डोज़ की सप्लाई की है.  

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