सतर्क हैं तब भी दिल्ली मेट्रो में कट जाएगी जेब, बचना है तो इस शख्स की बात सुन लीजिए!
ज़िप लॉक कर सोचते हैं बैग में सामान सुरक्षित है तो जरा सा धक्का, जोर से लगेगा.
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दिल्ली मेट्रो. नेम-प्रेम-मीम-रील-वायरल का घर. कॉलेज और दफ़्तर ले जाने वाला साथी दिल्ली मेट्रो. नोएडा से चांदनी चौक पराठे खाने की संपर्क-क्रांति है दिल्ली मेट्रो. दिल्ली जैसे कंक्रीट के जंगल में, मकानों की कतारों में कुछ पल खुद के साथ बिताने का मौक़ा देने वाली छुक-छुक गाड़ी है दिल्ली मेट्रो. (हां हां! नहीं चलती वो छुक-छुक करके) लेकिन इन सब के चूंकि साल भर सबसे वायरल पोस्ट्स हम तक पहुंचाने वाली साधन है भी दिल्ली मेट्रो. इसलिए ऐसा ही वायरल कैटेगरी का पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर (Boy Share his Incidence of almost lost his phone in Delhi Metro) काफी देखा-पाया जा रहा है.
मेट्रो में चढ़ते-उतरते एक बात खूब दिखाई देती है. ‘कृपया अपने सामान की सुरक्षा स्वयं करें.’ ऐसे ही अपने सामान की सुरक्षा की बात reddit users भी कहते दिखे. लेकिन कैसे? चलिए बताती हूं...
r/delhi नाम का reddit पर एक subreddit है. इसपर लोग दिल्ली की बातें अपनी कम्युनिटी में करते दिखते हैं. ऐसे में एक यूजर ने अपनी आपबीती लिखी-

मैंने दिल्ली मेट्रो का एक बहुत बड़ा सबक सीखा है आज. जिसके बारे में आप सभी को भी बताना चाहूंगा.जब मैं मेट्रो से बाहर निकल रहा था, बोले तो जैसे ही प्लेटफॉर्म पर कदम रखा, मेरा फोन मेरी जेब में था. जिसमें ज़िप लॉक था और मेरा हाथ भी उसी जगह पर था... लेकिन अचानक से बाहर निकलने पर मैंने देखा कि मेरा फोन वहां नहीं है... तुरंत समझ आया कि किसी ने चोरी कर लिया है. लेकिन मैं थोड़ा लकी था. मैंने तुरंत चिल्लाना शुरू किया.
"ओए! कोई मेरा फोन उड़ा लिया" और मेरे आसपास कुछ लोग थे और वह लड़का भी था जिसने मेरा फोन चुराया था. इसलिए वह रंगे हाथों पकड़ा गया क्योंकि मेरा फोन उस समय उसके हाथ में ही था.
यूजर ने आगे लिखा-
उस टाइम इतना गुस्सा आ रहा था. पर कुछ ज्यादा बोल नहीं पाया क्योंकि मैं अकेला था... कुछ उल्टा सीधा हो जाता तो दिक्कत हो जाती इसलिए उसे (फोन चुराने वाले को) बस उन लोगो ने डांटा (भगवान का शुक्र है कि कुछ अच्छे लोग अभी भी हैं) और मैंने उसको बोला शर्म नहीं आती तुझको, पाप पड़ता है बच्चे का फोन चोरी करने से (मैं उससे काफी छोटा हूं)...
कुल-मिलकर इस इंसिडेंट से इतना समझ आ गया कि आपका फोन ज़िप लॉक वाले बैग में भी सेफ नहीं है. ये लोग उतरते टाइम आपको धक्का देते हैं जिससे फोन निकालते समय महसूस नहीं होगा उतना...
तो मेरी बस यही सलाह है कि अपने फोन या कीमती सामान को हमेशा अपने बैग में रखें और यदि आपके पास ऐसा कुछ नहीं है तो आपको अपना हाथ हमेशा जेब में रखना चाहिए और मेट्रो से निकलते समय अपना फोन हमेशा कसकर पकड़ें ..
आखिर में यूजर ने लिखा कि ये बातें काफी लोगों को पता होंगी शायद, मुझे आज पता चला इसलिए सोचा बता दूं... वैसे ये ब्लू लाइन थी. यूजर की बातों से समझ आ गया जो भी कह रहे हैं हमारी भलाई के लिए कह रहे हैं. फिर क्या अपने-अपने ओपिनियन का सिलसिला शुरू हुआ. लोगों ने कमेंट बॉक्स में अलग-अलग कमेंट किए.
एक यूजर ने लिखा-
आई एम सॉरी, लेकिन यह बहुत फनी था, आपने मेरा दिन बना दिया. "ओये किसने मेरा फोन उड़ा लिया" ये बात सच में बहुत मजेदार थी. बाय दी वे सचेत करने के लिए धन्यवाद, सावधान रहूंगा, मैं भी.
दूसरे यूजर ने लिखा-
OCD की वजह से मेरा हाथ हमेशा मेरे बैग में रहता है.
कुछ लोगों ने बताया उनके साथ भी ऐसा हुआ. तो कुछ ने बताया चोर के पास ब्लेड होती है. माने की सवारी जान-माल की स्वयं जिम्मेदार है. वैसे आपका इस पूरे मामले पर क्या कहना है, जरा कमेंट करके बताइए और ऐसी ही वायरल खबरों के लिए पढ़ते रहिए दी लल्लनटॉप.
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