3 अगस्त 2016 (Updated: 3 अगस्त 2016, 11:15 AM IST) कॉमेंट्स
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12 साल की एक बच्ची. उसे अगवा कर लिया जाता है. बार-बार बेचा जाता है. रेप होता है. जबरदस्ती शादी कराई जाती है. दो बच्चे पैदा होते हैं. पति मर जाता है. फिर रेप होने लगता है. पूरे 10 साल बाद इस जहन्नुम से निकल कर लड़की घर पहुंचती है, तो घर वाले जुल्म की इंतेहा सुनकर रो पड़ते हैं. 25 जुलाई को लड़की अपने घर लौटी तो दुःख और दर्द समेटे हुए. ये सब हुआ दिल्ली के सीलमपुर से साल 2006 में किडनैप हुई बच्ची के साथ. इतनी दर्दनाक आपबीती, सुनके भी रोंगटे खड़े हो जाएं.
13 जुलाई 2006 में यानी 10 साल पहले बच्ची को अगवा किया गया. मां-बाप बच्ची को तलाशने के लिए दर-दर भटके. पुलिस की मदद ली. किडनैपिंग का केस दर्ज हुआ. बच्ची का कुछ पता नहीं चला. उसी साल निठारी कांड हुआ था, गायब हुए बच्चों के मां-बाप निठारी पहुंच रहे थे. बच्चियों की हड्डियां तलाशने. इस बच्ची के भी मां-बाप वहां पहुंचे. आस थी बेटी का कुछ सुराग मिलेगा. कोई सुराग नहीं मिला.
10 साल से इस परिवार को बेटी का इंतजार था. 25 जुलाई को लड़की वापस लौटी. परिवार की आंखों में खुशी के आंसू होने चाहिए थे. मगर बच्ची पर हुए जुल्म के बारे में जानकर उनके पैरों की जमीन ही खिसक गई.
लड़की ने बताया. वो सीलमपुर इलाके में अपनी बहन के घर जा रही थी, तभी एक गाड़ी आकर रुकी. उसे गाड़ी में खींच लिया और नशे का इंजेक्शन लगा दिया. जब आँख खुली तो वो पंजाब के अंबाला में एक घर में थी. वहां पहले से कई बच्चियां थीं.
लड़की ने बताया, 'उन बच्चियों ने मुझे बताया कि यहां लड़कियों को बेचा जाता है. और अब उसकी बारी आने वाली है. मुझे होश आने के कुछ घंटे बाद दोबारा इंजेक्शन लगा दिया. इस बार आंख खुली तो मैं गुजरात पहुंच चुकी थी. गुजरात के एक फैक्ट्रीनुमा घर में रखा गया. पूरा दिन घर का काम कराया जाता था. रात बड़ी दर्दनाक होती थी. क्योंकि हर रोज रेप किया जाता था. कुछ महीने वहां रखने के बाद उन लोगों ने मुझे किसी और को बेच दिया.'
आठ बार लड़की को बेचा गया. हर रोज उसके साथ रेप होता था. लड़की ने बताया कि इनकार करने पर पीटा जाता था. कई बार तो उसे सिगरेट से भी जलाया गया.
जबरदस्ती कराई शादी और बच्चे छीन लिए
आठवीं बार उसे पंजाब के जरनैल को बेच दिया गया. जरनैल के रिश्तेदारों ने एक 65 साल के ड्राइवर भगेरा सिंह से उसकी जबरदस्ती शादी करा दी. उससे दो बच्चे हुए, मनवीर और रंजीत. तीन साल बाद भगेरा की मौत हो गई. लड़की ने बताया, 'एक बार फिर उसके साथ बलात्कार किया जाना लगा. विरोध किया तो उसकी फैमिली ने मुझसे दोनों बच्चों को छीन लिया और मुझे घर से निकाल दिया.'
एक दूसरी लड़की ने घर तक पहुंचने में की मदद
अंबाला में उसे एक इवेंट कंपनी में काम करने वाली लड़की मिली. वो उसे वेस्ट बंगाल के सिलीगुड़ी ले गई. उसने वादा किया कि वो उसके घर तक पहुंचाने में मदद करेगी. रेप विक्टिम लड़की सिलीगुड़ी में एक डांस बार में काम करने लगी. इवेंट कंपनी में काम करने वाली लड़की उसे लेकर दिल्ली आई और घर तलाशने में मदद की. रेप विक्टिम को सिर्फ इतना याद था कि वो दिल्ली के खजूरी इलाके में जनता फ्लैट में रहती थी. काफी खोजबीन के बाद वो सीलमपुर इलाके में 25 जुलाई को अपने घर पहुंच गई. फैमिली ने पुलिस को लड़की की दर्द भरी कहानी सुनाई तो पुलिस ने किडनैपिंग का केस रीओपन कर दिया. पुलिस अफसरों ने कार्रवाई का भरोसा दिया है. लड़की का मेडिकल कराने के बाद रेप का मामला भी दर्ज किया जाएगा.
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