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LED-CFL का बाप है ये 115 साल से जल रहा बल्ब

कहां पड़े हो चक्कर में कोई नहीं है टक्कर में. बहुत ही पुराना बल्ब है, आज तक रौशनी दे रहा है. सब हैरान हैं.

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11 दिसंबर 2015 (Updated: 19 दिसंबर 2015, 20:38 IST)
Updated: 19 दिसंबर 2015 20:38 IST
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इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान वाले बड़ा बेवकूफ बनाए हैं. फलाना बल्ब ले जाओ कम बिजली लेगा. ढिकाना CFL एक लाख घंटा जलेगा. लेकिन साल-दो साल में भुक्क हो जाते हैं. असल बल्ब तो ये है भाई साहब. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के मुताबिक, ये 115 साल से जलने वाला बुढ़ऊ बल्ब है. जिसका नाम है सेंटीनियल लाइट. अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक जगह है लिवरमोर. यहां के फायर स्टेशन यानी आग बुझाऊ दस्ते के दफ्तर में लगा है एक बल्ब. 1890 के दशक में शेलबाई कंपनी ने इसे बनाया. इत्ता पुराना है कि कितने वाट का है ये भी नहीं याद. शायद 30 या 60 वाट. लाइट काफी डिम. 1901 में डेनिस बर्नाल ने इसे फायर डिपार्टमेंट को गिफ्ट कर दिया. वहां सबसे पहले इसे लटकाया गया होज कार्ट हाउस में. 1972 तक घूमते फिरते पहुंचा ये इस लोकेशन पर, जहां अभी है. 1976 में डिपार्टमेंट का दफ्तर शिफ्ट हुआ तो इस बल्ब के प्रेमी जाग गए. बोले इसको भी साथ ले जाएंगे. तब इसका तार काट कर निकाला गया. होल्डर से नहीं. उस दिन ये पहली बार 22 मिनट तक बंद रहा. 2014 में इसके एक लाख घंटे जलते हुए पूरे करने पर जश्न मनाया गया. मार्केट में इत्ता दबदबा है कि इस पर तमाम डाक्यूमेंट्री और सीरियल बन चुके हैं. और सुनो, ये भूलकर भी बुझने न पाए इसके लिए कैमरों के पहरे में रखा गया है. https://www.youtube.com/watch?v=lxRFueciG9w

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