राम भक्त गोपाल को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया
मुस्लिमों को लेकर आपत्तिजनक भाषण दिया था.
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पुलिस की गिरफ्त में गोपाल शर्मा. फोटो सोर्स- आजतक
जामिया गोलीकांड के आरोपी गोपाल शर्मा उर्फ राम भक्त गोपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. राम भक्त गोपाल ने बीती 4 जुलाई को हरियाणा के पटौदी में आयोजित 'लव जिहाद पंचायत' में भड़काऊ भाषण दिया था. इस भाषण में उसने मुस्लिमों और मुस्लिम महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक बातें कही थीं. आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक, इसी को लेकर गुरुग्राम पुलिस ने रविवार 11 जुलाई को गोपाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. सोमवार 12 जुलाई की शाम को पुलिस ने पटौदी से राम भक्त गोपाल को गिरफ्तार कर लिया. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, अब से कुछ देर पहले उसे कोर्ट में पेश किया गया था. वहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
जामिया में चलाई थी गोली
गोपाल शर्मा जनवरी 2020 में पहली बार चर्चा में आया था. तब उसने जामिया यूनिवर्सिटी के बाहर CAA-NRC के मुद्दे पर हो रहे विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर फायरिंग कर दी थी. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, उस समय राम भक्त गोपाल नाबालिग था. डेढ़ साल बाद 4 जुलाई 2021 को हरियाणा के पटौदी में गोपाल फिर दिखाई दिया. उस दिन वहां महापंचायत बुलाई गई थी. इसमें गोपाल ने काफी भड़काऊ बातें कहीं थीं, जिन पर काफी विवाद हुआ. बीते दिन पुलिस ने गोपाल के खिलाफ मामला दर्ज किया और अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
किसने किया मुकदमा?
गोपाल शर्मा पर ये मुकदमा जमालपुर गांव के रहने वाले दिनेश की ओर से दर्ज कराया गया है. शिकायत में दिनेश ने लिखा है कि 4 जुलाई को गोपाल के भाषण देने के बाद इलाके में दंगे भड़क सकते थे. कानून व्यवस्था खराब हो सकती थी. दिनेश ने कहा कि ये भाषण धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला था. उन्होंने मांग की इस भाषण के आधार पर गोपाल के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए.
रामभक्त गोपाल के खिलाफ हरियाणा पुलिस में दर्ज कराई गई एफआईआर की कॉपी.
क्या कहा था गोपाल ने? पटौदी महापंचायत में गोपाल ने लोगों की भीड़ के बीच भाषण दिया. वायरल वीडियो में वो कहता ये दिखा,
“अगर वो (मुस्लिम) हमारी बहनों को ले जा सकते हैं तो हम उनकी बहनों को क्यों नहीं ले आ सकते हैं. अरे तुम सलमा को लेकर तो आओ.”इसके अलावा गोपाल भाषण में चेतावनी देते हुए कहता है,
“पटौदी से इतनी चेतावनी उन आतंकवादियों को, जेहादी मानसिकता के लोगों को, आस्तीन के सांपों को देना चाहता हूं …जब राम भक्त गोपाल CAA के समर्थन में 100 किलोमीटर दूर जामिया जा सकता है, तो पटौदी ज्यादा दूर नहीं है.”गर्मी को जिम्मेदार बताया था इस बयान के बाद विवाद बढ़ता देख राम भक्त गोपाल ने सफाई देने की कोशिश की खी. आजतक के रिपोर्टर अरविंद कुमार ओझा ने राम भक्त गोपाल से इस बारे में सवाल किए थे. पूछा कि उसने भाषण में मुस्लिम लड़कियों का अपहरण करने जैसी बातें क्यों कीं? इस पर गोपाल ने कहा था,
मैं अपने बयान का स्पष्टीकरण करना चाहता हूं. वहां इतनी गर्मी होने के कारण, भीड़ जमा होने के कारण आवेश में आकर, अज्ञानता के कारण मैं वहां उठा लेने शब्द का प्रयोग कर गया. मैं ये नहीं करने वाला था. मैं यूपी से बिलॉन्ग करता हूं. वहां एक शब्द होता है ब्याह. ब्याह करना मतलब शादी करना. मैं वहां उठा लेने की जगह ब्याह करने का शब्द प्रयोग करना चाहता था. आगे आप मेरा भाषण देखेंगे, पूरी क्लिप देखेंगे तो उसमें स्पष्ट पता चल जाएगा. मैंने उसमें आगे बोला है कि बहन-बेटियों को सम्मान के साथ सनातम धर्म में लाओ, उनको बुर्के से आजादी दिलाओ.हरियाणा में अपने भाषण को लेकर गोपाल ने कहा था वो किसी धर्म के खिलाफ नहीं है. उसकी लड़ाई उनसे है जो देश विरोधी हैं. धर्म विरोधी हैं. गोपाल ने दावा किया था कि वो हिंसा का समर्थन नहीं करता. संविधान पर भरोसा करता है.
हालांकि सफाई से पहले 8 जुलाई की शाम को गोपाल शर्मा का एक और वीडियो वायरल हुआ. कवि-गीतकार हुसैन हैदरी ने अपने ट्विटर हैंडल से ये वीडियो शेयर किया था. इसमें गोपाल कह रहा था,
राम भक्त गोपाल अपने बयान पर अपने भाषण पर अडिग है. राम भक्त गोपाल ने जो कहा है कि ### काटे जाएंगे, राम नाम चिल्लाएंगे. तो बिल्कुल अब भी बोलता हूं, लाइव के माध्यम से. ### काटे जाएंगे, राम नाम चिल्लाएंगे.वीडियो में गोपाल ये कहता भी दिखता है कि वो अपनी बात के लिए जेल जाने को भी तैयार है.