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Byju's के ऑफिस पर ED का छापा क्यों पड़ गया?

ED ने बताया कि कंपनी को 2011 से 2023 के बीच 28,000 करोड़ रुपये FDI के नाम पर मिला. सर्च के बाद कंपनी ने बयान जारी कर क्या कहा?

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कंपनी के सीईओ रवींद्रन बायजू (फाइल फोटो)
29 अप्रैल 2023 (Updated: 29 अप्रैल 2023, 18:00 IST)
Updated: 29 अप्रैल 2023 18:00 IST
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प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ऑनलाइन पढ़ाई करवाने वाली कंपनी Byju's के CEO रवींद्रन बायजू के घर और ऑफिस पर छापेमारी की है. ED के मुताबिक ये छापेमारी विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (FEMA) के उल्लंघन पर की गई है. जांच एजेंसी ने एक बयान जारी कर बताया कि बेंगलुरु में रवींद्रन बायजू और उनकी कंपनी 'थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड' के तीन ठिकानों पर छापेमारी की गई. इस कार्रवाई में कंपनी से जुड़े कई डॉक्यूमेंट्स और डिजिटल डेटा जब्त किये गए हैं.

Byju's के खिलाफ क्यों हुई कार्रवाई? 

ED के बयान के मुताबिक, Byju's के खिलाफ ये कार्रवाई कई लोगों की शिकायत के बाद शुरू हुई है. सर्च में पता चला कि कंपनी को 2011 से 2023 के बीच करीब 28 हजार करोड़ रुपये प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के नाम पर मिला. इसके अलावा कंपनी ने भी इस दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के नाम पर कई जगहों पर 9754 करोड़ रुपये भेजे थे. कंपनी ने इनमें से 944 करोड़ रुपये को विज्ञापन और मार्केटिंग के खर्चों में दिखाया है.

ED ने ये भी कहा है कि Byju's ने वित्तीय वर्ष 2020-21 से अपना फाइनेंशियल स्टेटमेंट तैयार नहीं किया है. साथ ही अकाउंट्स की ऑडिट भी नहीं करवाई गई, जो कि अनिवार्य है. इसलिए कंपनी की तरफ से दिए गए आंकड़ों की जांच बैंक कर रहे हैं.

कंपनी के खिलाफ ये कार्रवाई तब हुई है जब Byju's से लगातार लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है, कंपनी के घाटे की खबरें चल रही है और कंपनी की ऑडिट रिपोर्ट 18 महीने की देर से फ़ाइल हुई है. पिछले कुछ महीनों में Byju's ने करीब 4 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है.

Byju's ने क्या बताया?

Byju's ने ED की इस कार्रवाई को रूटीन पूछताछ बताया. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी की लीगल टीम के प्रवक्ता ने बताया कि Byju's अधिकारियों के साथ हमेशा पारदर्शी तरीके से काम किया है. उन्होंने कहा कि कंपनी नियमों और कानूनों का पूरी तरह से पालन करती है.

Byju's ने पिछले साल जब 18 महीने की देरी से ऑडिट रिपोर्ट फाइल की तो उसमें करीब साढ़े चार हजार करोड़ का घाटा बताया था. रवींद्रन बायजू ने साल 2015 में इस ऐप की शुरुआत की थी. उन्होंने साल 2011 में अपनी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ के साथ मिलकर ‘थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड’ कंपनी बनाई. फिर पांच साल बाद ऐप लॉन्च किया था.

यह ऐसा लर्निंग ऐप है जिसमें आप लगभग सभी तरह के कोर्स, सभी उम्र के लोगों के लिए पा सकते हैं. मसलन, CBSE, NCERT, ICSE बोर्ड, IAS, JEE, NEET के कंपटीटिव इग्ज़ाम जैसे तमाम कोर्स और ढेरों स्कॉलरशिप प्रोग्राम्स की लिस्ट ऐप पर मिल जाएगी.

वीडियो: खर्चा पानी :क्या Byju's फाइनेंशियल क्राइसिस से गुजर रही है?

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