केके की मौत को 'प्लैन्ड मर्डर' बताकर बीजेपी ने TMC पर कई गंभीर आरोप लगाए
सिंगर केके की मौत के बाद एक तरफ संगीत जगत और उनके प्रशंसकों में दुख का माहौल है, वहीं दूसरी तरफ इसको लेकर राजनीति भी तेज़ हो गई है.

सिंगर केके की मौत के बाद एक तरफ संगीत जगत और उनके प्रशंसकों में दुख का माहौल है, वहीं दूसरी तरफ इसको लेकर राजनीति भी तेज़ हो गई है. बीजेपी के सांसद और बंगाल में बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने केके की मौत को 'प्लैन्ड मर्डर' यानी सुनियोजित हत्या करार दिया है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक दिलीप घोष ने कहा,
'मैं फिर से कह दूं, ये एक हत्या है. उस आदमी ने बंगाल में आने के बाद बेमतलब अपनी जान गंवाई है. ये कोई कॉलेज प्रोग्राम नहीं था, बल्कि टीएमसी का कार्यक्रम था. उन्होंने इसका आयोजन किया, भीड़ इकट्ठा की, उनसे (केके) जबरन गवाया. वो ठीक महसूस नहीं कर रहे थे. वो जाना चाहते थे. लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया गया. ये और कुछ नहीं एक सुनियोजित हत्या है. इस दोष को छिपाने के लिए उन्हें स्टेट ऑनर दिया गया है. सीएम (ममता बनर्जी) की शवों को हाईजैक करने की आदत है, यही उन्होंने किया, जबकि मैंने इसकी जांच की मांग की थी.'
वहीं राज्य के मौजूदा बीजेपी अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने भी केके की मौत के लिए शो के आयोजकों और टीएमसी के छात्र संगठन को दोषी ठहराया.
वहीं छात्र संगठन ने इन आरोपों से पल्ला झाड़ लिया है. इंडिया टुडे से बात करते हुए गुरुदास कॉलेज के छात्र संघ की उपाध्यक्ष सुमन होरे ने कहा कि उन्होंने मंगलवार को कार्यक्रम आयोजित करने में सभी आवश्यक प्रोटोकॉल का पालन किया था. सुमन ने कहा,
‘हमने अपने कॉलेज के छात्रों के बीच ही पास बांटे थे. साथ ही उस दिन सभी प्रोटोकॉल का पालन किया गया था. हमने कोलकाता पुलिस की अनुमति भी ली थी. कार्यक्रम के दैरान 30-35 बाउंसर, पुलिस और एक एंबुलेंस भी मौजूद थी.’
उन्होंने आगे बताया,
‘हमने अपने कॉलेज के छात्रों को 3,500 पास दिए थे. लेकिन शो देखने के लिए कम से कम 5,000 लोग पहुंचे. हम नहीं जानते कि वे लोग कहां से आए थे. कई लोग तो शो देखने के लिए दीवारों से कूद कर भी आए थे. हमारे लोगों ने भीड़ संभालने की कोशिश भी की.’
सुमन ने ये बात स्वीकार की कि ऑडोटोरियम में एयर कंडीशनर ठीक से काम नहीं कर रहा था. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि केके ने मंगलवार को शो के दौरान किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या की शिकायत नहीं की थी.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या सामने आया?इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक कोलकाता पुलिस ने पूरे मामले को लेकर कहा है,
‘उस दिन केके ने सोफे तक पहुंचने की कोशिश की. लेकिन वो उसी दौरान गिर पड़े. इससे सोफे का कोना उनके माथे पर लगा और एक कोहनी पर खरोंच भी आई. मैनेजर अकेले केके को नहीं उठा पाए तो उन्होंने होटल वालों से मदद मांगी. इसके बाद फ्लोर मैनेजर आया और दोनों ने केके को उठाने की कोशिश की लेकिन उठा नहीं सके. इसके बाद दो और लोगों को बुलाया गया. उन्हें स्ट्रेचर पर बिठाकर सीएमआरआई अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.’
कोलकाता पुलिस ने केके की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की जानकारी भी साझा की. कहा
‘शव की जांच में हार्ट ब्लॉकेज का पता नहीं चल पाया है. इसे ईको कार्डियोग्राम से पता किया जा सकता है, लेकिन ये टेस्ट केवल जिंदा होने पर ही किया जा सकता है. हिस्टोपैथोलॉजिकल टेस्ट भी ब्लॉकेज का पता लगा सकता है. पोस्टमॉर्टम और विसरा रिपोर्ट एक साथ हिस्टोपैथोलॉजिकल परीक्षणों के लिए भेजी जाएंगी.'
पुलिस ने ये भी बताया कि शव की जांच में दिल के चारों ओर चर्बी की एक परत का पता चला है जो सफेद हो गई थी. उसके मुताबिक जब दिल को परीक्षण करने के लिए खोला गया तो वाल्व सख्त पाए गए थे. रिपोर्ट के हवाले से पुलिस ने कहा कि ऐसा लंबे वक्त में ही होता है.
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