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एक क्लिक में बिहार के नए मंत्रियों के बारे में सबकुछ जानिए!

नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पहले ही मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके थे.

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Bihar Cabinet Expansion Nitish Kumar Tejashwi Yadav
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (फोटो- PTI)
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साकेत आनंद
16 अगस्त 2022 (Updated: 16 अगस्त 2022, 04:04 PM IST) कॉमेंट्स
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बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई में बनी महागठबंधन सरकार में कैबिनेट का विस्तार हुआ है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD), जनता दल (यूनाइटेड- JDU) और कांग्रेस के कई विधायकों और MLC ने 16 अगस्त को राजभवन में मंत्री पद की शपथ ली. नई सरकार में कुल 31 मंत्रियों ने शपथ ली है जिनमें आरजेडी के 16, जेडीयू के 11, कांग्रेस के दो, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के एक और एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं. 

बीती 9 अगस्त को BJP से अलग होने के बाद नीतीश कुमार ने RJD के साथ सरकार बनाने का ऐलान किया था. नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद उनके विभागों का भी बंटवारा हो गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी अपने पास रखी है. इसके अलावा ऐसे सभी विभाग जो किसी को आवंटित नहीं हुए, उनकी जिम्मेदारी सीएम के पास ही रहेगी. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी मिली है. साथ ही पथ निर्माण, नगर विकास और आवास, ग्रामीण कार्य विभाग भी उन्हीं के पास रहेंगे.

Bihar Cabinet Expansion में सभी मंत्रियों की सूची

नाम- तेज प्रताप यादव
पार्टी- RJD

विभाग- पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन

तेज प्रताप यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे हैं. 2015 में जब महागठबंधन की सरकार बनी थी तो उसमें स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए थे. इसके अलावा वन और पर्यावरण विभाग की जिम्मेदारी भी उनको दी गई थी. साल 2020 के विधानसभा चुनाव में समस्तीपुर के हसनपुर से विधायक चुने गए थे. तेज प्रताप ने JDU के ही राज कुमार राय को हराया था.

नाम- विजय कुमार चौधरी
पार्टी- JDU

विभाग- 1. वित्त  2. वाणिज्य कर 3. संसदीय कार्य

विजय कुमार चौधरी पिछली सरकार (JDU-BJP) में शिक्षा मंत्री थे. उन्हें नीतीश कुमार के करीबियों में गिना जाता है. विजय चौधरी बिहार विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. फिलहाल समस्तीपुर जिले के सरायरंजन से विधायक हैं. साल 2010 में ललन सिंह के बाद JDU के प्रदेश अध्यक्ष भी बनाए गए थे.

नाम- आलोक कुमार मेहता 
पार्टी- RJD

विभाग- राजस्व एवं भूमि सुधार

आलोक मेहता समस्तीपुर जिले के उजियारपुर से विधायक हैं. पिछली महागठबंधन सरकार में मंत्री भी थे. साल 2004 से 2009 तक वो समस्तीपुर से लोकसभा सांसद भी रहे. मेहता फिलहाल RJD के महासचिव भी हैं.

नाम- बिजेंद्र प्रसाद यादव
पार्टी- JDU

विभाग- 1. ऊर्जा 2. योजना एवं विकास

बिजेंद्र प्रसाद यादव पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में एक हैं. सुपौल सीट से विधायक हैं. 1990 से ही इस सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे रहे हैं. पिछली सरकार में भी मंत्री थे. नीतीश कुमार की पिछली सरकारों में कई विभागों को संभाल चुके हैं.

नाम- डॉ. अशोक चौधरी
पार्टी- JDU

विभाग- भवन निर्माण

पिछली सरकार में भी वे भवन निर्माण मंत्री थे. चौधरी बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं. साल 2020 में मंत्री नियुक्त होने के बाद उन्हें MLC बनाया गया था. शेखपुरा जिले के बरबीघा से आते हैं. बरबीघा से ही पहली बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे. बाद में बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष भी बने. 2018 में कांग्रेस छोड़ JDU में शामिल हुए थे.

नाम- सुरेंद्र प्रसाद यादव
पार्टी- RJD

विभाग- सहकारिता

सुरेंद्र यादव गया जिले के बेलागंज से विधायक हैं. पिछले 30 सालों से इस सीट से लगातार जीतते आए हैं. लालू यादव के करीबियों में गिने जाते हैं. जहानाबाद से लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं. सुरेंद्र यादव के खिलाफ कई आपराधिक केस दर्ज हैं.

नाम- आफाक आलम
पार्टी- कांग्रेस

विभाग- पशु एवं मत्स्य संसाधन

पूर्णिया के कसबा से कांग्रेस के विधायक हैं. आफाक आलाम चार बार से लगातार चुनाव जीत रहे हैं. उन्हें कांग्रेस में तारिक अनवर का करीबी बताया जाता है.

नाम- मुरारी प्रसाद गौतम
पार्टी- कांग्रेस

विभाग- पंचायती राज

मुरारी गौतम सासाराम के चेनारी से विधायक हैं. ये एक रिजर्व (एससी) सीट है. 2020 के चुनाव में मुरारी ने जेडीयू के उम्मीदवार ललन पासवान को हराया था. उनके पिता भी कांग्रेस के कार्यकर्ता थे. पिता महेंद्र राम साल 2005 में आरजेडी में चले गए थे. हालांकि गौतम कांग्रेस में बने रहे.

नाम- संजय झा
पार्टी- JDU

विभाग- 1. जल संसाधन 2. सूचना एवं जनसंपर्क 

नीतीश के करीबी बताए जाते हैं. पिछली सरकार में भी मंत्री रहे. 'मिथिलांचल के शेर' के नाम से मशहूर हैं संजय झा. बताया जाता है कि उपचुनावों में पार्टी को मिली जीत का सहरा इन्हीं के सिर था.

नाम- श्रवण कुमार
पार्टी- जेडीयू

विभाग-ग्रामीण विकास

श्रवण कुमार पिछली सरकार में भी ग्रामीण विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से आते हैं. नालंदा विधानसभा सीट से 1995 से विधायक चुनकर आ रहे हैं. बिहार विधानसभा में जेडीयू के चीफ व्हिप भी हैं. जब जनता दल से अलग होकर नीतीश कुमार और जॉर्ज फर्नांडिस ने समता पार्टी पार्टी बनाई थी, उसी वक्त से श्रवण कुमार उनके साथ हैं.

नाम- लेसी सिंह
पार्टी- जेडीयू

विभाग- खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण

पिछली सरकार में भी उनके पास इसी मंत्रालय की जिम्मेदारी थी. पूर्णिया जिले की धमदाहा सीट से विधायक हैं. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. अपने पति और समता पार्टी के नेता मधुसूदन सिंह की हत्या के बाद राजनीति में आई थीं.

नाम- मदन सहनी 
पार्टी- JDU

विभाग- समाज कल्याण

बहादुरपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. 2015 में गौरा बौराम से भी चुनाव जीत चुके हैं. पिछली सरकार में मंत्री भी रहे.

नाम- जितेंद्र कुमार राय
पार्टी- आरजेडी

विभाग- कला, संस्कृति एवं युवा

जितेंद्र राय छपरा जिले के मढौरा से विधायक हैं. साल 2010 से ही वे इस सीट से जीतते आ रहे हैं. लेकिन बिहार सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं. उनके पिता यदुवंशी राय भी आरजेडी में थे. लेकिन साल 2005 में जितेंद्र जेडीयू में शामिल हो गए थे. फिर 2010 के चुनाव में वे आरजेडी में आ गए थे.

नाम- कुमार सर्वजीत 
पार्टी- RJD

विभाग- पर्यटन

बोध गया से RJD के विधायक हैं. यहां से दो बार चुनाव जीत चुके हैं. दलित समुदाय से आने वाले सर्वजीत के पिता राजेश कुमार लोकसभा सांसद रहे. उनकी हत्या के बाद कुमार सर्वजीत राजनीति में आए थे.

नाम- ललित यादव 
पार्टी- RJD

विभाग- लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण

दरभंगा ग्रामीण से बतौर विधायक RJD का प्रतिनिधित्व करते हैं. यहां से 6 बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. 2010 में RJD के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़ा और जीता. तब से RJD छोड़कर कहीं और नहीं गए. लालू यादव के करीबी बताए जाते हैं.

नाम- संतोष कुमार सुमन 
पार्टी- हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम)

विभाग- अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी के बड़े बेटे. बिहार सरकार में एससी-एसटी वेलफेयर मंत्री रहे हैं. मगध यूनिवर्सिटी बोधगया से पीएचडी की डिग्री ली है.

नाम- समीर कुमार महासेठ
पार्टी- आरजेडी

विभाग- उद्योग

समीर कुमार मधुबनी से विधायक हैं और आरजेडी के प्रवक्ता भी हैं. वे 2003 से 2009 के बीच बिहार विधान परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं. साल 2020 के चुनाव में लगातार दूसरी बार मधुबनी से जीतकर आए थे.

नाम- रामानंद यादव
पार्टी- RJD

विभाग- खान एवं भूतत्व

67 साल के रामानंद यादव फतुहा से विधायक हैं. 2020 के चुनाव में इस सीट से वे लगातार तीसरी बार जीते थे.

नाम- इसराइल मंसूरी
पार्टी- आरजेडी

विभाग- सूचना प्रावैधिकी

इसराइल मंसूरी मुजफ्फरपुर की कांटी सीट से विधायक हैं. मंसूरी आरजेडी के प्रदेश महासचिव भी रह चुके हैं. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक वे मुस्लिम समुदाय के अत्यंत पिछड़े वर्ग धुनिया जाति से आते हैं. आजादी के बाद बिहार में पहली बार इस समाज का कोई नेता राज्य विधानसभा में है.

नाम- अनीता देवी
पार्टी- RJD

विभाग- पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण

नोखा विधानसभा क्षेत्र से RJD की विधायक. 51 वर्षीय अनीता देवी 2015 के चुनाव के बाद RJD के कोटे से नीतीश सरकार में मंत्री बनी थीं.

नाम- चंद्रशेखर यादव
पार्टी- आरजेडी

विभाग- शिक्षा

प्रोफेसर चंद्रशेखर मधेपुरा सीट से विधायक हैं. उन्हें लालू परिवार का करीबी माना जाता है. साल 2020 में लगातार तीसरी बार इस सीट से विधायक चुने गए थे. पिछले चुनाव में जेडीयू के निखिल मंडल को हराया था.

नाम- सुधाकर सिंह
पार्टी- RJD

विभाग- कृषि

RJD के स्टेट प्रेसिडेंट जगदानंद सिंह के बेटे हैं. 2020 के विधानसभा चुनाव में रामगढ़ से RJD के टिकट पर चुनाव जीते.

नाम- शाहनवाज आलम
पार्टी- आरजेडी

विभाग- आपदा प्रबंधन

अररिया के जोकीहाट से विधायक शाहनवाज आलम पहली बार बिहार सरकार में मंत्री बने हैं. हालांकि 2020 का चुनाव उन्होंने AIMIM के टिकट पर अपने ही भाई सरफराज आलम के खिलाफ लड़ा था. इसी साल जून में वे तीन विधायकों के साथ AIMIM छोड़कर आरजेडी में शामिल हो गए थे. शाहनवाज पूर्व आरजेडी सांसद मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के बेटे हैं.

नाम- कार्तिक सिंह
पार्टी- RJD

विभाग- विधि

मोकामा के दबंग नेता अनंत सिंह के करीबी. इसी साल हुए विधान परिषद चुनावों में JDU के प्रत्याशी को हराकर एमएलसी बने हैं.

नाम- शीला कुमारी
पार्टी- जेडीयू

विभाग- परिवहन

पिछली सरकार में भी शीला कुमारी के पास इसी विभाग की जिम्मेदारी थी. शीला साल 2020 में मधुबनी की फुलपरास सीट से पहली बार विधायक बनी थीं. और उन्हें कैबिनेट में शामिल कर लिया गया था. जेडीयू ने इस सीट से दो बार की विधायक रहीं गुलजार देवी का टिकट काट कर उनको चुनाव में उतारा था.

नाम- शमीम अहमद
पार्टी- आरजेडी

विभाग- गन्ना उद्योग

शमीम अहमद पूर्वी चंपारण की नरकटिया सीट से विधायक हैं. 2010 में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था लेकिन हार मिली थी. इसके बाद 2015 से लगातार दो बार आरजेडी के टिकट पर जीते. शमीम पेशे से डॉक्टर हैं. वे आरजेडी के पश्चिमी चंपारण जिले के प्रभारी भी हैं.

नाम- जमा खान
पार्टी- जेडीयू

विभाग- अल्पसंख्यक कल्याण

जमा खान साल 2020 में कैमूर की चैनपुर सीट से बीएसपी के टिकट पर विधायक बने थे. लेकिन कुछ ही महीनों में वे जेडीयू में शामिल हो गए थे. फिर बिहार सरकार में अल्पसंख्यक मंत्री भी बना दिए गए. मंत्री बनाए जाने के दौरान नीतीश कुमार पर खूब सवाल उठे थे. क्योंकि जमा खान के खिलाफ आर्म्स एक्ट सहित कई सारे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.

नाम- सुरेंद्र राम
पार्टी- RJD

विभाग- श्रम संसाधन

गरखा विधानसभा क्षेत्र से RJD के विधायक. पिछले विधानसभा चुनाव के हलफनामे में सुरेंद्र राम ने बताया था कि उनके खिलाफ 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं.

नाम- सुनील कुमार
पार्टी- जेडीयू

विभाग- मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन

पिछली सरकार में भी उनके पास इसी विभाग की जिम्मेदारी थी. सुनील कुमार बिहार पुलिस के एडीजी रह चुके हैं. रिटायरमेंट के बाद वे जेडीयू में शामिल हो गए थे. गोपालगंज की भोरे सीट से पहली बार विधायक बने थे और नीतीश कुमार ने उन्हें कैबिनेट में भी शामिल कर लिया था.

नाम- जयंत राज
पार्टी- जेडीयू

विभाग- लघु जल संसाधन

जयंत राज जेडीयू युवा विधायकों में एक हैं. 2020 में बांका जिले की अमरपुर सीट से पहली बार विधानसभा चुनाव जीतकर आए थे. पिछली सरकार में उन्हें ग्रामीण कार्य विभाग की जिम्मेदारी मिली थी. 37 साल के जयंत पूर्व विधायक जनार्दन मांझी के बेटे हैं.

नाम- सुमित कुमार सिंह
पार्टी- निर्दलीय

विभाग- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

बिहार कैबिनेट में एकमात्र निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह को लगातार दूसरी बार जगह मिली है. सुमित सिंह बिहार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह के बेटे हैं. पिछली सरकार भी उनके पास विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की जिम्मेदारी मिली थी. सुमित सिंह जमुई के चकाई से निर्दलीय विधायक हैं.

नीतीश कुमार का एकमात्र उद्देश्य पीएम बनना है, बिहार के पूर्व डेप्युटी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने क्या कहा?

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