ट्रैफिक चालान के शतक से चूकी दो पहिया, 99 पर पुलिस ने चालक को दबोचा, जुर्माना कितना लगा?
शतकीय पारी से चूके आरोपी का लाइसेंस रद्द कर दिया गया और उसके ख़िलाफ़ FIR दर्ज कर ली गई है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार भी कर लिया है.

कभी बिना हेलमेट के पुलिस वाला पकड़ ले, तो ग्लानी के बीच वो ये भी याद दिलाता है कि गाड़ी पर पहले से कितने चालान हैं. और अगर दो से ज़्यादा हैं, तो छूटते ही कहता है कि तीसरे चालान पर गाड़ी ज़ब्त हो जाएगी. ख़बर है कि बेंगलुरु ट्रैफ़िक पुलिस ने एक दो पहिया गाड़ी ज़ब्त की है, जिस पर कुल 99 चालान हैं. 2 पहिया गाड़ी, 99 चालान. और चालानों की कुल क़ीमत, 56 हज़ार. चालान की शतकीय पारी से चूके व्यक्ति का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है और उसके ख़िलाफ़ FIR दर्ज कर ली गई है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार भी कर लिया है.
बेंगलुरु ट्रैफिक DCP ने X पर पोस्ट किया,
"एक दोपहिया वाहन (KA05EM 1946) - जिसपर 99 यातायात उल्लंघन के चालान थे - उस पर ₹56,000 का जुर्माना लगाया गया है. गाड़ी के मालिक के भी ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर किया गया है."
कर्नाटक के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (यातायात और सुरक्षा) आलोक कुमार ने आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की सराहना की. साथ ही कहा कि कोई भी क़ानून की पहुंच से परे नहीं है.
इसी साल के अगस्त में बेंगलुरु पुलिस ने एक और व्यक्ति को पकड़ा था, जो अपनी बाइक का चालान भरने से बच रहा था. उस व्यक्ति की बाइक पर कुल 46 चालान थे और पुलिस ने उससे मौक़े पर ही बकाया ज़ुर्माना भरवाया. कुल बकाया ₹13,850 का था.
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इसके साथ ही पुलिस ने ये भी जानकारी दी कि 1 अगस्त से 9 अगस्त के बीच कर्नाटक से यातायात उल्लंघन के लिए रिकॉर्ड संख्या में ई-चालान काटे गए हैं. आंकड़ों के मुताबिक़, देश में लगभग 50 फ़ीसदी ट्रैफिक ई-चालान कर्नाटक से ही बनते हैं. बाक़ी, यातायात व्यवस्था राज्य का मसला है. हर राज्य के अपने नियम हैं. कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जहां तीन बार से ज़्यादा के उल्लंघन की छूट नहीं है. लाइसेंस रद्द होने तक की नौबत आ सकती है. लेकिन ई-चालान के शुरू होने के बाद से नए नियम भी आए हैं, जो एक-एक कर राज्यों में लागू किए जा रहे हैं.
बेंगलुरु ट्रैफ़िक पुलिस ने हाल ही में ट्रैफिक उल्लंघनों को मॉनिटर करने के लिए शहर में एक इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) पेश किया है. इसमें AI सिस्टम से गति सीमा, सिग्नल जंप करने, बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने, ट्रिपलिंग और गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने का पता लगाया जाएगा.