अतीक से फोन पर बात कर रहा था असद, पुलिस को ऐसे चकमा देने की प्लानिंग थी!
असद कहां है, क्या कर रहा है, अतीक को सब पता था!
यूपी एसटीएफ (UP STF) ने 13 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmad) के बेटे असद (Asad killed in encounter) अहमद को एनकाउंटर में मार गिराया. असद का यूपी के झांसी में एनकाउंटर हुआ है. फरवरी, 2023 में हुए उमेश पाल मर्डर केस में असद आरोपी था. असद के साथ उसके साथी शूटर गुलाम को भी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया. अब खबर आई है कि असद माफिया अतीक अहमद के साथ सीधे संपर्क में था (Asad was in contact with Atiq Ahmad).
आजतक से जुड़े संवाददाता अरविंद ओझा की रिपोर्ट के मुताबिक, असद साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद से सीधे संपर्क में था. जानकारी मिली है कि साबरमती जेल में अतीक अहमद मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा था. असद अपने पिता अतीक से मैसेज के जरिए बातचीत करता था.
अतीक बताता था कहां जाना हैरिपोर्ट के मुताबिक, अतीक अहमद ही असद को फरार होने की जानकारी देता था. कहां जाना है और कैसे जाना है, सब कुछ अतीक ही असद को बता रहा था. ये भी जानकारी मिली है कि जब तक असद दिल्ली में था वो अतीक से बात करता रहता था. लेकिन दिल्ली से फरार होने के बाद असद का अतीक से सीधा संपर्क टूट गया. दिल्ली के बाहर जाने के बाद वो मीडिएटर के जरिए अपना मैसेज अतीक तक पहुंचाता था. जिसके बाद अतीक उस मीडिएटर के जरिए अपनी बात असद को बताता था.
6 शहर बदले,10 सिम कार्ड इस्तेमाल किएपुलिस कई दिनों से असद की तलाश कर रही थी. असद पर 5 लाख रुपये का इनाम भी रखा गया था. माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और शूटर गुलाम मोहम्मद 2 महीने में 6 शहर बदले थे. इस दौरान उसने कम से कम 10 सिम कार्ड का इस्तेमाल किया था. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने बताया असद उमेश पाल पर हमला करने के बाद सबसे पहले प्रयागराज से लखनऊ आया था. लखनऊ में कुछ समय बिताने के बाद वो कानपुर भाग गया. कानपुर से मेरठ गया और मेरठ में करीब एक हफ्ते तक छिपा रहा. इसके बाद वो अपने साथी गुलाम के साथ दिल्ली चला गया. दोनों दिल्ली के संगम विहार इलाके में कुछ दिन रहे और फिर राजस्थान के अजमेर पहुंच गए. यहां से उन्होंने मध्य प्रदेश भागने का फैसला किया.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अतीक के गैंग में उनका एक मुखबिर मौजूद था. वो उन्हें असद के ठिकानों के बारे में इनपुट दे रहा था. उत्तर प्रदेश लौटने के बाद जैसे ही असद अपने साथी के साथ झांसी पहुंचा तो पुलिस ने शहर में जगह-जगह छापेमारी शुरू कर दी. पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी बाइक पर सवार होकर मध्य प्रदेश के लिए निकले थे, तभी STF टीम ने उन्हें रास्ते में घेर लिया. 12 सदस्यीय टीम ने उन्हें घेरा तो गुलाम ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी. पुलिस टीम की जवाबी गोलीबारी में असद और उसका साथी ढेर हो गया. उनके पास से पुलिस को विदेशी हथियार बरामद हुए हैं. पुलिस ने बताया कि ये मुठभेड़ करीब 30 मिनट चली, जिसमें 43 राउंड फायर हुए.
वीडियो: UP STF ADG अमिताभ यश ने अतीक अहमद के बेटे असद के एनकाउंटर पर क्या बताया?