आर्टिकल 370 की बहस में ये किस कामुक फिल्म का ज़िक्र ले आए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी?
ज़िक्र करते ही सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे मनीष तिवारी.
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मनीष तिवारी ने लोकसभा में उस फिल्म का ज़िक्र कर दिया जिसे भारत में रिलीज़ नहीं होने दिया था.
मैं सिर्फ मनीष जी से थोड़ी क्लैरिटी चाहता हूं?मतलब था कि कांग्रेस आर्टिकल 370 को खत्म करने का समर्थन करती है या नहीं, इसे स्पष्ट करें मनीष तिवारी. इसका जवाब देते हुए मनीष बोले-
अंग्रेजी की एक किताब है ... हर चीज काली या सफ़ेद नहीं होती ...उसके बीच में 50 शेड्स ऑफ़ ग्रे होते हैं.हो सकता है कि मनीष तिवारी ये कहना चाह रहे हों कि हर चीज इतनी प्लेन नहीं होती कि स्याह कह दो कि सफेद कह दो. कई बार चीजें बहुत मिक्स होती हैं. इतनी कि ठीक-ठीक एक शब्द में प्रतिक्रिया को पिरोना मुमकिन नहीं होता. मगर मनीष ने बोला तो था- फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे. ये ब्रिटिश लेखक एल जेम्स का लिखा मशहूर कामुक उपन्यास है. बस फिर इसके बाद चीजें कहां रुकनी थीं. मनीष तिवारी और उनका ये 'फिफ्टी शेड्स' ट्रेंड हो गया. # '50 शेड्स ऑफ़ ग्रे' इंडिया में रिलीज़ क्यों नही हुई? '50 शेड्स ऑफ़ ग्रे' के तीन हिस्से हैं. माने ट्रिलजी. तीन किताबें. '50 शेड्स ऑफ़ ग्रे' में BDSM (बॉन्डेज / डिसिप्लिन, डॉमिनेंस /सबमिशन-सैडिज्म और मैसोकिज़म) सेक्शुअल प्रैक्टिसेज़ के कामुक दृश्य हैं. जैसे आपने कई बार देखा होगा. हाथ में चाबुक लेकर, प्रेमी के हाथ बांधकर एक अलग ही तरीके का सेक्स स्टाइल इस्तेमाल करते हैं लोग. हिंसक तरीके से सेक्स का प्लेज़र लेना. वो इसी BDSM का हिस्सा है. इस तरह के कन्टेंट के कारण इस किताब और इसपर बनी फिल्म की आलोचना भी हुई खूब. कहा गया कि ये उपन्यास शारीरिक और यौन हिंसा की समस्या पर गंभीरता से बात करने की जगह उसे रोमांटिक तरीके से पेश करता है. लोगों को ऐसे हिंसक आइडियाज़ देता है. अब फिल्म देखनी है या बुक पढ़नी है या इनमें से कुछ भी नहीं करना, ये आपकी मर्ज़ी! मगर हम आपको '50 शेड्स ऑफ़ ग्रे' का एक गाना सुनाना चाहते हैं, जो ज़बरदस्त वाला फेमस हुआ था. इत्ता फेमस हुआ कि लव ऐंथम ही बन गया. गाने का नाम -'लव मी लाइक यू डू'. ये रहा लिंक सुनिए और सिंगर ऐली गोल्डिंग को थैंक यू बोलिए. वो ये गाना गाकर अमर हो गई हैं.
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