यूपी में हुए घिनहा गैंग रेप और मर्डर केस पर बनी है आयुष्मान की अगली फिल्म 'आर्टिकल 15'
इस फिल्म के एक ही दिन में दो-दो ट्रेलर्स आ गए.
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आयुष्मान खुराना, ईशा तलवार, सयानी गुप्ता, मो. जीशान अय्यूब, मनोज पाहवा और कुमुद मिश्रा स्टारर इस फिल्म को अनुभव सिन्हा ने डायरेक्ट किया है.
1) 30 मई को ट्रेलर रिलीज़ से पहले मेकर्स ने 'आर्टिकल 15 ट्रेलर' नाम से एक वीडियो अपलोड किया. इसमें चलते-चलते वीडियो बफर होने लगता है और स्क्रीन पर आयुष्मान आ जाते हैं. वो हमें बताते हैं- ''आपकी औकात आपको ये ट्रेलर देखने की अनुमति नहीं देती.'' आगे वो और भी कई बातें कहते हैं और इस दौरान बैकग्राउंड में लगातार बी.आर. अंबेडकर की तस्वीर बैकग्राउंड में नज़र आती है. फिल्म के कॉन्सेप्ट की गंभीरता समझाने की ये अनोखी पहल है. वो वीडियो आप नीचे देख सकते हैं:
2) फिल्म का जो मेन ट्रेलर है उसमें फिल्म की कहानी के बारे में पता चल रहा है. ये कहानी है एक पुलिस अफसर की. जो देहात में फंस गया. फंस गया मतलब ये उसके मन की पोस्टिंग नहीं. फिर यहां एक गैंगरेप होता है. मर्डर होता है. लड़कियों का. और फिर संविधान का. कथित छोटी जातिय की दो लड़कियां जब अपनी दहाड़ी में तीन रुपए बढ़ाने की मांग करती हैं, तो उनका गैंगरेप कर उन्हें पेड़ से लटकाकर मार दिया जाता है. ''ताकि पूरी जात को उनकी औकात याद रहे.'' इस केस की इंवेस्टिगेशन के दौरान नायक को जाति की कई परतें नजर आने लगती हैं.

फिल्म के एक सीन में आयुष्मान खुराना, आशीष वर्मा और कुमुद मिश्रा. इस सीन में जाति पर बात हो रही है.
3) आयुष्मान की इस फिल्म की कहानी 2014 बदायूं रेप केस पर बेस्ड है. 27 मई, 2014 को उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक घटना रिपोर्ट की गई. यहां के कटरा सादतगंज गांव में दो दलित लड़कियों का गैंगरेप कर पेड़ से लटकाकर जान ले ली गई थी. पीड़ितों के परिवार के मुताबिक ऐसा गांव के ही ऊंची जाति के पांच लड़कों ने किया था. परिवार जब-जब इस मामले को लेकर पुलिस के पास पहुंचा, तो पुलिस ने एफआईआर लिखने से इन्कार कर दिया. घरवालों के मुताबिक इस घटना में पुलिसवाले भी आरोपियों के साथ मिले हुए थे. गांववालों ने इस मामले में पुलिस और (सपा) सरकार के खिलाफ खूब विरोध प्रदर्शन किया. इस केस में कुल पांच लोगों को रेप और मर्डर के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इनमें से तीन गांव के लड़कों के साथ दो पुलिस कॉन्स्टेबल भी थे.

फिल्म के सीन में गैंग रेप कर पेड़ पर लटकाई गई लड़कियां. ट्रेलर में एक जगह 'दलित' शब्द भी सुनने को मिलता है.
4) जाति की बात आने के बाद इस खबर की इंडिया से लेकर इंटरनेशनल मीडिया में भी खूब चर्चा हुई. लॉ एंड ऑर्डर के स्तर को लेकर यूपी की अखिलेश सरकार की भी खूब फजीहत हुई. बाद में ये केस सीबीआई को सौंपा गया. दिसंबर 2014 में ये सीबीआई ने इसे सुसाइड केस बताकर बंद कर दिया. सीबीआई के मुताबिक दोनों में से एक लड़की का गांव के ही एक लड़के के साथ अफेयर था. वो लड़का दूसरी जाति का था. और इस बात की खबर घरवालों को लग गई थी. उनकी सज़ा से बचने के लिए इन लड़कियों ने पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इसके बाद उन पांचों आरोपियों के ऊपर से सारे चार्ज हटा लिए गए.

इंवेस्टिगेशन के लिए पानी में घुसती फिल्मी पुलिसिया टीम. इस सीन की शूटिंग के दौरान आयुष्मान ने अपनी पूरी टीम को इतनी शिद्दत से इस सीन को पूरा करने के लिए थैंक यू बोला था. क्योंकि पानी में बहुत सारे जोंक थे, जो उनके पैर में काट रहे थे.
5) आयुष्मान लीड रोल में पहली पसंद. बाकी अनुभव सिन्हा के कुछ पक्के एक्टर्स, कुमुद मिश्रा और मनोज पाहवा. इनके साथ ईशा तलवार (ट्यूबलाइट, कालाकांडी), सयानी गुप्ता (फैन, फोर मोर शॉट्स प्लीज़), कुमुद मिश्रा (रॉकस्टार, बदलापुर), मनोज पाहवा (मुल्क, दबंग सीरीज़), नासर (बाहुबली, डेविड), मोहम्मद जीशान अय्यूब (शाहिद, रांझणा), आशीष वर्मा (गुड़गांव, भावेश जोशी सुपरहीरो) और मीर सरवर (बजरंगी भाईजान, केदारनाथ) जैसे एक्टर्स काम कर रहे हैं.

इस इंवेस्टिगेशन ड्रामा फिल्म में मनोज और कुमुद दोनों का ही किरदार पुलिसवाले का है.
6) इस फिल्म को अनुभव सिन्हा ने डायरेक्ट किया है. 'मुल्क' के बाद सबकी निगाह थी. नए अनुभव सिन्हा अब क्या बनाएंगे. पुराने ने तो कभी 'तुम बिन' तो कभी 'रा वन' बनाई थी. नए ने बनाई, 'अभी तो पार्टी शुरू हुई है'. ये फिल्म मौजूदा पॉलिटिक्स पर व्यंग्य है. शूटिंग लगभग पूरी हो चुकी है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि कुछ ही महीनों में रिलीज हो सकती है. इसमें विनय पाठक, दिव्या दत्ता, पंकज त्रिपाठी जैसे कई शानदार एक्टर हैं. ये फिल्म 28 जून को सिनेमाघरों में लग रही है. फिल्म का ट्रेलर आप नीचे देख सकते हैं:
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