The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • Arindam Chaudhuri of IIPM arre...

IIPM वाले अरिंदम चौधरी छह महीने में दूसरी बार गिरफ्तार हो गए हैं

इस बार यूजीसी ने शिकायत दर्ज कराई थी.

Advertisement
Img The Lallantop
अरिंदम चौधरी.
pic
शक्ति
23 अगस्त 2020 (Updated: 23 अगस्त 2020, 11:00 AM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
अरिंदम चौधरी. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट (IIPM) के डायरेक्टर. गिरफ्तार कर लिए गए हैं. उन्हें सेंट्रल गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स के दक्षिण दिल्ली कमिश्नरेट ने टैक्स गड़बड़ी के आरोप में वित्त अधिनियम की धारा 89 के तहत पकड़ा है. चौधरी पर लगभग 23 करोड़ रुपये के सर्विस टैक्स क्रेडिट के अनुचित दावे से संबंधित आरोप हैं. इसके अलावा गुरुदास मलिक ठाकुर, जो कंपनी के निदेशक हैं, को भी इन्हीं अपराधों के तहत गिरफ्तार किया गया. दोनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. इनके खिलाफ यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने शिकायत दर्ज कराई थी. मार्च 2020 में जाली सर्टिफिकेट को लेकर हुए अरेस्ट अरिंदम को इससे पहले मार्च 2020 में भी गिरफ्तार किया गया था. उस वक्त उनपर जाली सर्टिफिकेट जमा करने के आरोप लगे थे. बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी. अरिंदम चौधरी का आईआईपीएम साल 2015 में बंद हो गया था. यह संस्थान एमबीए की डिग्री देता था. लेकिन बाद में आईआईपीएम को लेकर कई गड़बड़ियां सामने आई थीं. इस मामले में यूजीसी ने दिल्ली पुलिस में अरिंदम चौधरी और आईआईपीएम के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें छात्रों को गुमराह करने, धोखा देने का आरोप था. कहा गया था कि आईआईपीएम को किसी भी नियामक संस्था से मान्यता नहीं है. कौन हैं अरिंदम चौधरी अरिंदम चौधरी की पहचान मैनेज़मेंट गुरु, लेखक, मोटिवेशनल स्पीकर की रही. वे अपने पिता के 1973 में खोले गए IIPM को चलाते थे. इसके बारे में आए दिन अख़बारों में पन्ने-पन्ने भर के विज्ञापन छपते. सारे बड़े अख़बारों में. इनमें IIPM कैंपस की ऐसी तस्वीरें होतीं कि लगता फाइव स्टार होटेल है. मार्च 2013 की इकॉनमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2008-09 में IIPM ने 202 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया. इसमें से 120.5 करोड़ विज्ञापनों पर ख़र्च किया. हालांकि IIPM की डिग्री पर सवाल उठे. कई कोर्ट केस हुए. बाद में मई 2014 में UGC ने साफ कर दिया कि उन्होंने IIPM को मान्यता नहीं दी हुई है. उसकी डिग्रियों की कोई वैधता नहीं. सितंबर 2014 में दिल्ली हाई कोर्ट ने IIPM को फटकार लगाई. कहा कि वह छात्रों को गुमराह करता है. IIPM अपने कोर्सेज़ के बारे में MBA, BBA, मैनेज़मेंट कोर्स, मैनेज़मेंट स्कूल, बिज़नस स्कूल, बी स्कूल जैसे शब्द इस्तेमाल नहीं कर सकेगा. उसे अपनी वेबसाइट पर साफ लिखना होगा कि वो किसी वैधानिक संस्था या अथॉरिटी से मान्यता प्राप्त नहीं है. अदालत के आदेश के बाद IIPM के लिए कुछ बचा नहीं रह गया था. इन्होंने ऐलान किया, अपने सारे कैंपस बंद कर रहे हैं.

IIPM और अरिंदम चौधरी की विस्तृत कहानी आप यहां पढ़ सकते हैं.


Video: प्रशांत भूषण ने महात्मा गांधी के किस भाषण का जिक्र कर सुप्रीम कोर्ट में कहा-माफी नहीं मांगूंगा?

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement