नाराजगी की चर्चा के बीच आजम खान से मिले अखिलेश यादव
अखिलेश पर यह आरोप लगा था कि 2 साल जेल में रहने के बावजूद वो कभी आजम खान से मिलने नहीं गए.

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बुधवार 1 जून को दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में आजम खान से मुलाकात की. जेल से बाहर आने के बाद आजम खान की अखिलेश यादव से यह पहली मुलाकात है. अखिलेश यादव ने इस मुलाकात की तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा, "अच्छी सेहत के लिए दुआएं... आप जल्द अच्छे होकर आएं!" माना जा रहा है कि इसके जरिये अखिलेश यादव ने उन अटकलों के खिलाफ मैसेज देने की कोशिश की है, जो आजम और उनके बीच नाराजगी को लेकर लगाई जा रही थीं.
आजम खान 27 महीने बाद 20 मई को सीतापुर जेल से रिहा हुए थे. जेल से बाहर आने के बाद भी दोनों नेताओं के नहीं मिलने पर उनके बीच कथित दूरियों को लेकर मीडिया में कई तरह के किस्से चल रहे थे. अखिलेश पर ये भी आरोप लगा था कि 2 साल जेल में रहने के बावजूद वो कभी आजम खान से मिलने नहीं गए. आजम खान के रिहा होने पर भी अखिलेश यादव ने सिर्फ एक ट्वीट किया था. जबकि उनके चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव आजम खान को लेने जेल पहुंचे थे.
अखिलेश से कोई नाराजगी नहीं- आजमजेल से बाहर आने के कुछ दिन बाद ही आजम खान की तबीयत बिगड़ी थी, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अखिलेश के साथ नाराजगी की बात को आजम खान कई बार नकार चुके हैं. एक दिन पहले ही खान ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा था,
"ना मुझे नाराज होने का कोई हक है. ना उसकी कोई वजह है. मैं क्यों उनसे नाराज हो जाऊं. मैं किसी से शिकायत करने की हैसियत में ही नहीं हूं. मैं नेता नहीं हूं, पार्टी का वर्कर हूं और वर्कर ही रहूंगा."
इससे पहले जेल से निकलने के बाद आजम खान ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि उन पर सबसे ज्यादा जुल्म अपनों ने ही किया है. हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया था. आजम खान ने इस बात को बार-बार दोहराया है कि जब वो जेल में फर्जी मामलों में बंद थे तो किसी ने भी उनके लिए आवाज नहीं उठाई.
मुलाकात में कपिल सिब्बल की भूमिकाआजतक से जुड़े समर्थ श्रीवास्तव की रिपोर्ट के मुताबिक अखिलेश यादव और आजम खान के बीच मुलाकात की अहम कड़ी कपिल सिब्बल को बताया जा रहा है. आजम खान की रिहाई में भी कपिल सिब्बल की बड़ी भूमिका है. सुप्रीम कोर्ट में खान की तरफ से सिब्बल ही केस लड़ रहे थे. उन्होंने हाल ही में समाजवादी पार्टी के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा के लिए नामांकन भरा था. इस समर्थन के पीछे आजम खान की भूमिका बताई जा रही है.
आजम खान को उनके खिलाफ चल रहे 88 मामलों में ट्रायल कोर्ट से जमानत मिल चुकी थी. 89वें मामले में जमानत को लेकर ट्रायल शुरू होना था. लेकिन इससे पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने अपनी संवैधानिक शक्ति का इस्तेमाल करते हुए उन्हें अंतरिम जमानत दी थी.
वीडियो: अखिलेश यादव को आजम खान पर शिवपाल यादव ने क्या करने की सलाह दे डाली?