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ADR की रिपोर्ट, राज्यसभा के 31% सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले, एक पर रेप का आरोप!

चुनाव सुधार पर काम करने वाले संगठन 'एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स' (एडीआर) ने चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की है.

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Parliament of India
संसद. (फाइल फोटो: पीटीआई)
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धीरज मिश्रा
30 जून 2022 (Updated: 30 जून 2022, 04:02 PM IST) कॉमेंट्स
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देश के तमाम राजनीतिक दल समाज से अपराध खत्म करने और इस पर कड़े कानून बनाने का दावा करते हैं. लेकिन संसद में बैठे इन्हीं पार्टियों के कई नेताओं के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं और इसके बावजूद उन्हें सांसद बनाकर सदन में बिठाया जाता है. चुनाव सुधार पर काम करने वाले संगठन 'एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स' (एडीआर) ने इस पर चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की है. इसके मुताबिक संसद के उच्च सदन राज्यसभा में 31 फीसदी सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. एडीआर ने सदन के वर्तमान 233 में से 226 सदस्यों के आपराधिक, वित्तीय और अन्य दस्तावेजों का विश्लेषण के आधार पर ये जानकारी दी है.

राज्यसभा में इस समय एक सीट खाली है. हाल ही में संपन्न हुए राज्यसभा चुनाव में 57 नए सांसद चुनकर आए हैं. एडीआर के मुताबिक राज्यसभा के 71 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसमें से 37 सांसदों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. हमला, हत्या, अपहरण, बलात्कार, भष्टाचार, पांच साल या उससे अधिक सजा वाले अपराध और गैर जमानती अपराधों को गंभीर अपराध की श्रेणी में रखा जाता है.

दो राज्यसभा सांसदों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत आरोप दर्ज किए गए हैं. वहीं राज्यसभा के चार सांसदों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 के तहत हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है. इसके अलावा चार राज्य सांसदों के खिलाफ महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित मामले दर्ज हैं. इनमें राजस्थान से कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल के ऊपर तो बलात्कार (आईपीसी की धारा 376) का केस दर्ज है.

राज्यसभा में सबसे ज्यादा बीजेपी के 87 सांसद हैं. कांग्रेस के 31, तृणमूल कांग्रेस के 13, आम आदमी पार्टी के 10, डीएमके के 10, वाईएसआर कांग्रेस के नौ, बीजेडी के नौ, टीआरएस के सात, राजद के छह, जदयू के पांच, सीपीआई (एम) के पांच, एनसीपी के चार और सपा के तीन सांसद हैं.

पार्टीवार सांसद, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले हैं:
  • बीजेपी- 20 सांसद
  • कांग्रेस- 12 सांसद
  • टीएमसी- 3 सांसद
  • राजद- 5 सांसद
  • सीपीआई (एम)- 4 सांसद
  • AAP- 3 सांसद
  • वाईएसआर कांग्रेस- 3 सांसद
  • एनसीपी- 2 सांसद
पार्टीवार सांसद, जिनके खिलाफ 'गंभीर आपराधिक मामले' हैं:
  • बीजेपी- 9 सांसद
  • कांग्रेस- 8 सांसद
  • तृणमूल- एक सांसद 
  • राजद- 3 सांसद
  • सीपीआई (एम)- 2 सांसद
  • AAP- एक सांसद
  • वाईएसआर कांग्रेस- 3 सांसद
  • एनसीपी- एक सांसद

इसी तरह राज्यवार स्थिति देखें तो उत्तर प्रदेश के सात, महाराष्ट्र के 13, तमिलनाडु के छह, पश्चिम बंगाल के तीन, केरल के छह और बिहार को 10 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.

सांसदों की संपत्ति

आपराधिक मामलों के अलावा राज्यसभा सांसदों की संपत्ति भी काफी अधिक है.एडीआर के अनुसार राज्यसभा के 86 सांसदों की संपत्ति 10 करोड़ रुपये या इससे अधिक है. वहीं 34 सांसदों की संपत्ति पांच करोड़ रुपये से 10 करोड़ रुपये के बीच और 77 सांसदों की संपत्ति एक करोड़ रुपये से पांच करोड़ रुपये के बीच में है.

बीजेपी के 74, कांग्रेस के 29, तृणमूल कांग्रेस के 10, डीएमके के 9 और वाईएसआर कांग्रेस के आठ राज्यसभा सांसदों की संपत्ति एक करोड़ रुपये से ज्यादा है.

तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के डॉ. बांदी पार्था साराधी राज्यसभा के सबसे अमीर सांसद हैं. उनकी संपत्ति 5300 करोड़ रुपये से अधिक है. वहीं दूसरे नंबर पर वाईएसआर कांग्रेस के सांसद अल्ला अयोध्या रामी रेड्डी हैं, जिनकी संपत्ति 2577 करोड़ रुपये से अधिक है. तीसरे नंबर पर सपा सांसद जया बच्चन हैं, जिनकी संपत्ति 1001 करोड़ रुपये से अधिक है.

राज्यसभा में AAP के सांसद संत बलबीर सिंह की संपत्ति सबसे कम तीन लाख 79 हजार रुपये है.

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