अभिनंदन वर्धमान. नाम तो याद ही होगा. बालाकोट हवाई हमले का जवाब देने आई पाकिस्तानी वायु सेना के विमान को मार गिराने वाले पायलट. उन्हीं ग्रुप कैप्टन अभिनंदन को सम्मानित किया गया है. सोमवार 22 नवंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अभिनंदन वर्धमान को वीर चक्र प्रदान किया. पाकिस्तान के लड़ाकू विमान F-16 को ढेर करने और पाकिस्तान के कब्जे में होने के दौरान अदम्य साहस दिखाने के लिए अभिनंदन को ये सम्मान दिया गया है.
मिग-21 से एफ-16 को बनाया था निशाना
14 फरवरी 2019. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों ने सीआरपीएफ की एक गाड़ी को निशाना बनाया. आत्मघाती हमलाकर सीआरपीएफ के 40 जवानों की हत्या कर दी गई. इस हमले ने सरकार से लेकर आम लोगों तक को हिला कर रख दिया. हर तरफ बदला लेने की मांग उठने लगी. केंद्र सरकार पर ऐसा करने का जबर्दस्त दबाव था. ऐसे में हमले के 12 दिन बाद भारत का जवाब आता है. उसकी वायु सेना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की हवाई सीमा में घुसकर वहां के एक इलाके बालाकोट में बम गिरा कर आती है.
आतंकी हमले के खिलाफ भारत के करारे जवाब से पाकिस्तान भौखला गया. उसने अगले दिन यानी 27 फरवरी को अपने लड़ाकू विमान भारत की हवाई सीमा में भेजे. लेकिन यहां पहले से सचेत वायु सेना ने पाकिस्तान को एक और करारा जवाब दिया. उसने अपने लड़ाकू विमानों का एक जत्था पाकिस्तानी फाइटर्स को खदेड़ने भेज दिया. इसी दौरान उस समय विंग कमांडर रहे अभिनंदन की पाकिस्तान के सबसे खतरनाक फाइटर जेट एफ-16 से डॉग फाइट हुई. तकनीक के लिहाज से एफ-16 मिग श्रेणी के विमानों से काफी एडवांस फाइटर जेट माना जाता है. इसके बावजूद अभिनंदन ने एक एफ-16 को मार गिराया.
हालांकि इस डॉग फाइट में उनका विमान क्षतिग्रस्त हो गया. इस कारण अभिनंदन को विमान से इजेक्ट होना पड़ा. उनका दुर्भाग्य रहा कि पैराशूट पाकिस्तान की सीमा में गिरा. ऐसी संकटपूर्ण स्थिति में भी अभिनंदन ने साहस के साथ समझदारी का परिचय दिया. उस समय उनके पास कई जरूरी दस्तावेज थे. अभिनंदन ने तुरंत वे डॉक्युमेंट नष्ट कर दिए. इस तरह उन्होंने देश की वायु सेना से जुड़ी बेहद अहम जानकारी दुश्मन के हाथ नहीं लगने दी.
इतनी देर में पाकिस्तानी सेना के लोग अभिनंदन के पास पहुंच गए. उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. लेकिन भारत ने पाकिस्तान की इमरान खान सरकार पर ऐसा कूटनीतिक दबाव डाला कि उसे भारतीय वायु सेना के तत्कालीन विंग कमांडर को सही-सलामत भारत भेजने पर मजबूर होना पड़ा. यहां अभिनंदन का जोरदार स्वागत हुआ. तब से वे देश के हीरो बने हुए हैं. बाद में अभिनंदन को ग्रुप कैप्टन बनाया गया. और अब उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया गया है. राष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से अभिनंदन को वीर चक्र दिए जाने की जानकारी दी गई. उनके प्रशस्ति पत्र में लिखा है,
"असाधारण हवाई युद्ध कौशल और दुश्मन की रणनीति को समझ अपनी सूझबूझ का प्रदर्शन करते हुए (तत्कालीन) विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने अपने एयरबोर्न इंटरसेप्ट (AI) रडार के साथ कम ऊंचाई वाले हवाई क्षेत्र को स्कैन कर दुश्मन के एक विमान को ध्वस्त किया."
President Kovind presents Vir Chakra to Wing Commander (now Group Captain) Varthaman Abhinandan. He showed conspicuous courage, demonstrated gallantry in the face of the enemy while disregarding personal safety and displayed exceptional sense of duty. pic.twitter.com/zrmQJgfbEr
दो सैनिकों को मरणोपरांत मिला शौर्य चक्र
अभिनंदन के अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अन्य सैनिकों को भी वीरता पुरस्कार दिए. इंडिया टुडे से जुड़े मंजीत नेगी के मुताबिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कुल 13 वीरता पुरस्कार दिए. वीर चक्र के अलावा इनमें 10 शौर्य चक्र और 2 कीर्ति चक्र हैं. इनके अलावा राष्ट्रपति ने विशिष्ट सेवा के लिए 13 परम विशिष्ट सेवा पदक, दो उत्तम युद्ध सेवा पदक और 24 अति विशिष्ट सेवा पदक भी प्रदान किए. समारोह के दौरान दो सैनिकों को मरणोपरांत शौर्य चक्र (Shaurya Chakra) से सम्मानित किया गया.