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शाहरुख खान से समीर वानखेड़े ने 25 करोड़ की घूस मांगी थी?

2011 में समीर वानखेड़े ने शाहरुख खान पर डेढ़ लाख का जुर्माना लगाया था.

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समीर वानखेड़े पर शाहरुख खान से कथित रूप से रिश्वत मांगने का आरोप लगा है. (फोटो: सोशल मीडिया)
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सौरभ
15 मई 2023 (Updated: 15 मई 2023, 11:59 PM IST) कॉमेंट्स
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मुंबई एयरपोर्ट पर एक फ्लाइट लैंड होती है. इस फ्लाइट से शाहरुख खान विदेश से लौट रहे थे. शाहरुख एयरपोर्ट पर उतरते हैं. तभी कस्टम्स डिपार्टमेंट का एक अधिकारी उन्हें रोक लेता है. वजह- उनके पास कुछ ज्यादा ही सामान था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शाहरुख के पास करीब 20 बैग थे. कस्टम्स की टीम शाहरुख से घंटों तक पूछताछ करती है. फिर उन पर डेढ़ लाख का जुर्माना लगाया जाता है. ये वाकया साल 2011 का है. कस्टम्स डिपार्टमेंट के जिस अधिकारी ने शाहरुख पर ये जुर्माना लगाया था उसका नाम था समीर वानखेड़े.

कट टू अक्टूबर 2021. मुंबई की समुद्री सीमा में एक क्रूज़ पर नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की रेड होती है. जांच एजेंसी बताती है कि क्रूज़ पर 13 ग्राम कोकेन, 5 ग्राम मेफेड्रोन ड्रग्स. 21 ग्राम गांजा और MDMA की 22 गोलियां जब्त की गई हैं. 17 लोगों को गिरफ्तार किया जाता है. इन गिरफ्तारियों में एक नाम था आर्यन खान का. शाहरुख खान के बेटे का. और जिस NCB अधिकारी और उसकी टीम ने क्रूज़ पर रेड की थी उसका भी नाम था समीर वानखेड़े. आर्यन खान 26 दिन जेल में रहे. और इस दौरान समीर वानखेड़े का नाम घर-घर में सुनाई दिया. तब महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी सरकार थी. उसमें मंत्री रहे नवाब मलिक रोज़ प्रेस कॉन्फ्रेंस करके वानखेड़े को घेरने लगे. कभी कास्ट सर्टिफिकेट की बात आती, कभी एक बार की, जो कथित रूप से वानखेड़े के नाम था. तो कभी विदेशी यात्रा का ज़िक्र होता. बात इतनी आगे गई कि वानखेड़े का परिवार मीडिया में आकर जवाब देने लगा. पूरे टाइम टीवी पर एक ही खबर रहती - आर्यन खान - समीर वानखेड़े.

लेकिन जैसे ही आर्यन को ज़मानत मिली, मामला नेपथ्य में चला गया. समीर भी मुंबई और NCB दोनों से आगे बढ़ गए. लेकिन ये तूफान से पहले की शांति थी. क्योंकि मई 2023 में एक बार फिर वानखेड़े का नाम सुर्खियों में है. और इस बार वो खुद आरोपी हैं. CBI का छापा पड़ा है और इल्ज़ाम है भ्रष्टाचार और घूसखोरी का.

कोई तो बात होगी, कि समीर वानखेड़े ज़्यादा दिन खबरों की दुनिया से दूर नहीं रहते. ताज़ा उदाहरण देखिए - कर्नाटक चुनाव के नतीजों से ऐन पहले वानखेड़े पर छापा पड़ा. पूरे तीन दिन बीत चुके हैं. लेकिन वानखेड़े हैं, कि चर्चा में बने ही हुए हैं.

और ताज़ा चर्चा का कारण भी पूर्व में मिली चर्चा ही है. कैसे, हम बताते हैं. समीर वानखेड़े को हम जानते हैं उस अफसर के रूप में, जिन्होंने शाहरुख खान के बेटे को गिरफ्तार किया था. अब इल्ज़ाम लगा है कि वानखेड़े ने आर्यन ख़ान को ड्रग्स वाले मामले से निकालने के लिए 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी. एक विलिजेंस इंक्वायरी के हवाले से ये भी कहा गया है कि समीर ने भ्रष्टाचार के ज़रिए बहुत जायदाद जमा कर ली है. समीर ने क्या कहा - वही, जो आजकल ट्रेंड में है. कि वो देशभक्त हैं, इसीलिए उन्हें टार्गेट किया जा रहा है.

आज देशभक्ति की दुहाई दे रहे समीर का एक वक्त रौला था. उनका सिलेक्शन इंडियन रेवेन्यू सर्विस IRS में हुआ. वो नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी माने NIA और डायरेक्टरेट ऑफ रिवेन्यू इंटेलिजेंस में भी रहे. लेकिन उनके करियर के हाई पॉइंट दो विभागों में रहते हुए आए - NCB और कस्टम.

शाहरुख वाला किस्सा हम आपको बता ही चुके हैं. वो इकलौता मामला नहीं था. कस्टम में अपनी तैनाती के दौरान पूरा सिनेमा जगत उन्हें नाम से जानने लगा था. क्योंकि सामने कोई भी हो, वो वानखेड़े उन पर बिना कस्टम ड्यूटी भरे विदेश से लाया सामान घर नहीं ले जाने देते थे. यहां ये बात साफ करना ज़रूरी है कि सिनेमा जगत के लिए अलग से कानून नहीं था. लेकिन चूंकि इस इंडस्ट्री के लोग अक्सर काम या घूमने के इरादे से विदेश जाते रहते थे, उनका पाला वानखेड़े से ज़्यादा पड़ता था. फिर एक बात ये भी थी कि जब बॉलीवुड से किसी को एयरपोर्ट पर रोका जाता, तो खबर भी ज़रूर बनती. और नाम आता, ''सख्त'' अफसर वानखेड़े का.

इंडिया टुडे से जुड़े दिव्येश बताते हैं कि 2011 का क्रिकेट वर्ल्डकप भारत में हो रहा था. वही वर्ल्डकप, जिसमें मुबई के वानखेड़े स्टेडियम में धोनी ने छक्का मारकर भारत को विश्व विजेता बनाया था. वर्ल्डकप के दौरान ट्रॉफी भारत आ रही थी. समीर तब मुंबई एयरपोर्ट ही तैनात थे. समीर ने एयरपोर्ट पर ट्रॉफी रोक दी. और कहा कि जब तक कस्टम्स ड्यूटी नहीं भरी जाएगी, तब तक ट्रॉफी आगे नहीं जा सकती.  

बॉलीवुड, पुलिस और राजनीति के संबंधों को डिस्कस करने के लिए अलग से एक लल्लनटॉप शो करना पड़ेगा. लेकिन इतना तो आप भी जानते हैं कि जब सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु हुई, तब उसे लेकर भरपूर राजनीति हुई थी. क्योंकि सुशांत के सूबे, बिहार में चुनाव आने वाले थे. कहा जाता है कि इस मामले में कार्रवाई के लिए समीर वानखेड़े को खास तौर पर DRI से NCB में लाया गया था. इसकी एक वजह ये थी, कि वो नार्कोटिक्स के खेल को अच्छी तरह समझते थे, और उनका अपना नेटवर्क भी बड़ा मज़बूत था.

NCB में वानखेड़े के आने के बाद सुशांत सिंह केस में कई मोड़ आए. ऐक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती पर आरोप लगा कि उन्होंने सुशांत के लिए ड्रग्स खरीदा. NCB ने दावा किया है कि रिया ने सैमुअल मिरांडा, शॉविक चक्रवर्ती, दीपेश सावंत और दूसरे लोगों से कई बार गांजा लिया. लेकिन ये जांच सिर्फ रिया तक ही सीमित नहीं रही. इस केस में एक के बाद एक बॉलीवुड अभिनेत्रियों से पूछताछ की गई. दीपिका पादुकोण, श्रद्धा कपूर, सारा अली खान और रकुल प्रीत. इन सब से NCB ने पूछताछ की.

इस दौरान वानखेड़े पर सवाल तब उठने शुरू हुए जब छोटी-छोटी ड्रग्स की खेप को NCB बड़ी तवज्जो देने लगी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक वानखेड़े की NCB में तैनाती के बाद सितंबर 2020 से फरवरी 2021 तक जांच एजेंसी ने 30 केस दर्ज किए. जिसमें कम से कम 12 ऐसे केस थे जिनमें ड्रग्स की मात्रा उतनी नहीं थी जिसे 'ज्यादा' कहा जा सके. इस पर एक इंटरव्यू में वानखेड़े कहते हैं कि उनकी नज़र सब पर है. फैक्ट्री से लेकर नशा करने वाले तक पर NCB नकेल कस रही है. गांजे से लेकर कोकेन सबकुछ पकड़ा जा रहा है. फैक्ट्री, लैबोरेट्ररी, सप्लायर हर किसी पर हमारी नज़र है.

रिया चक्रवर्ती केस में वानखेड़े पर तब और भी सवाल उठे जब गिरफ्तारी के बाद धर्मा प्रोडक्शन्स के एक्ज़ीक्यूटिव प्रोड्यूसर क्षितिज प्रसाद ने अदालत को बताया कि NCB उन पर करण जौहर का नाम लेने का दबाव बना रही है. हालांकि, ये भी बताया जाता है कि रिया चक्रवर्ती वाला मामला जब चल रहा था तब NCB ने कई गिरोहों पर नकेल कसी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई के 12 स्थानीय गिरोहों का भंडाफोड़ किया. मुंबई में नाइजीरिया के कुछ लोग एक ड्रग्स नेटवर्क चला रहे थे. उसका भी काम बंद कराया गया. माने NCB एक्टिव हुई थी. और ये बात आंकड़ों में भी नज़र आती है. NCB ने -
2016 में 23
2017 में 30
2018 में 25,
2019 में 35 मामले दर्ज किए थे.

लेकिन साल 2021 में जब NCB ने आर्यन खान को गिरफ्तार किया, वो उसका साल भर में  94वां केस था. माने एजेंसी अपने औसत से लगभग तीन गुना मामले दर्ज कर रही थी. संभवतः यही एक्टिविटी वानखेड़े को महंगी पड़ी. आर्यन खान को क्लीन चिट मिलने के बाद समीर वानखेड़े के बुरे दिन शुरू हुए. गृहमंत्रालय ने उन पर जांच के आदेश दिए. अपनी रिपोर्ट में मंत्रालय ने आर्यन खान केस की जांच के लिए shoddy probe शब्द का इस्तेमाल किया. हिंदी में कहें तो घटिया जांच.

दूसरी ओर वो आरोप थे, जो नवाब मलिक ने लगाए थे. बंबई हाईकोर्ट के आदेश पर मलिक की रोज़ाना प्रेस कॉन्फ्रेंस का चक्र तो टूटा, लेकिन शोर इतना मच गया था कि NCB को अपने अधिकारी की जांच के लिए SIT बनानी पड़ी.   SIT ने अपनी जांच में जो बातें रखीं, वो चौंकाने वाली थीं.

SIT ने बताया-
- समीर वानखेड़े मालदीव घूमने गए थे. इसके लिए उन्होंने मुंबई के विरल राजन से 5.59 लाख रुपये कर्ज लिए थे. मालदीव में वानखेड़े ताज एग्जॉटिका होटल में ठहरे. जब लौटे तो NCB को बताया कि उन्होंने सिर्फ 1 लाख 25 हजार रुपये खर्च किए.  SIT की रिपोर्ट में इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया गया. इस पर विरल राजन जिससे वानखेड़े ने पैसे लिए थे, उन्होंने बताया कि वानखेड़े उनके पैसे किश्तों में लौटा रहे हैं. लेकिन SIT ने कहा कि वानखेड़े ने पैसे लौटाने तब शुरू किए जब मलिक ने उनपर आरोप लगाए.

- इसके बाद राजन ने बताया कि वानखेड़े ने उन्हें 4 महंगी घड़ियां बेंची थी. एक की कीमत 10 लाख 60 हजार थी. जो उन्हें 6 लाख 40 हजार में मिली. दूसरी की कीमत 1 लाख 68 हजार थी, जो उन्हें 40 हजार में मिली. तीसरी 1 लाख 10 हजार की उन्हें 30 हजार में मिली और चौथी 1 लाख की उन्हें 30 हजार में मिली. यानी 14 लाख 18 हजार की घड़ियां वानखेड़े ने राजन को 7 लाख 40 हजार में बेच दी. और पैसा गया वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर के बैंक अकाउंट में.

- फिर SIT को ये भी पता चला कि वानखेड़े के पास एक 17 लाख 40 हजार की रोलेक्स घड़ी है. लेकिन इसकी जानकारी उन्होंने NCB को नहीं दी है.

- SIT ने आर्यन खान केस की जांच पर भी सवाल खड़े किए. रिपोर्ट में कहा गया कि क्रूज़ पर रेड के दौरान वानखेड़े की टीम ने कई लापरवाहियां की. जैसे फोन जब्त करने से पहले कागजी कार्यवाही नहीं की गई. लोगों की कीमती चीज़े लेने से पहले भी दस्तावेज तैयार नहीं किए गए.

ये तो बात थी SIT की. लेकिन CBI ने FIR में समीर वानखेड़े पर जो आरोप लगाए हैं वो और भी गंभीर हैं.  CBI ने जो FIR दायर की है, उसके मुताबिक़ वानखेड़े आर्यन ख़ान के परिवार से 25 करोड़ रुपये वसूलने की साजिश कर रहे थे. विजलेंस फ़ाइंडिंग्स के आधार पर CBI ने कहा है -

- क्रूज केस में NCB के शुरुआती नोट में 27 नाम शामिल थे और अंतिम नोट में केवल 10. कई संदिग्धों के नाम हटा दिए गए. जबकि कुछ नाम बाद में अंतिम नोट नोट में जोड़े गए. और कुछ के नाम, बाद में कार्यवाही के अनुरूप संशोधन के माध्यम से जोड़े गए.

- समीर वानखेड़े के निर्देशों पर केपी गोसावी को आर्यन ख़ान को सौंपा गया था, कि वो उनसे डील कर सकें. ये बात तब भी उठी थी जब एक स्वतंत्र गवाह केपी गोसावी आर्यन के साथ NCB दफ़्तर में पाया जाता है. मानो आर्यन के पी गोसावी की कस्टडी में हों.

- इनक्वायरी में एक और बात निकल कर आई है कि शाहरुख ख़ान की मैनेजर पूजा ददलानी ने मांगी गई रिश्वत के एक बयाने के तौर पर सांविल डिसूजा को 50 लाख रुपये दिए भी थे. इस बारे में पूजा ददलानी का पक्ष अभी सामने नहीं आया है.

आरोपों के मुताबिक इस साज़िश में समीर वानखेड़े तो अव्वल हैं. उनके साथ इस कथित साज़िश में
NCB के तत्कालीन अधीक्षक विश्व विजय सिंह,
इंटलिजेंस अफ़सर आशीष रंजन,
केस में स्वतंत्र गवाह केपी गोसावी,
और सांविल डिसूजा.

CBI ने वानखेड़े और बाक़ियों के ख़िलाफ़ आपराधिक साजिश, वसूली की धमकी और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत रिश्वत से संबंधित प्रावधानों में मामला दर्ज किया है और दिल्ली, मुंबई, रांची, लखनऊ, गुवाहाटी और चेन्नई समेत कुल 29 ठिकानों पर छापेमारी की है.

जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि NCB, मुंबई ज़ोन को अक्टूबर, 2021 के दौरान ये इनपुट मिल गया था कि एक क्रूज़ पर कुछ लोगों के पास मादक पदार्थ हो सकते हैं और जांच टीम ने इस मामले में आरोपी पक्ष - यानी इस केस में आर्यन ख़ान - से अनुचित लाभ उठाने की कोशिश की थी.

ड्रग्स ऑन क्रूज़ मामला आप जानते ही हैं. 2 अक्टूबर, 2021 को मुंबई के कॉर्डेलिया क्रूज़ नाम के एक प्राइवेट जहाज पर NCB ने रेड की थी. रेव पार्टी होने की जानकारी मिली थी और इस मामले में आर्यन ख़ान सहित कुल 19 लोगों को गिरफ़्तार किया गया था. हालांकि, छापे के दौरान मौके़ से 6 लोग ही पकड़े गए थे. आर्यन को NCB ने 3 अक्टूबर, 2021 को गिरफ़्तार किया था और 25 दिन जेल में बिताने के बाद 28 अक्टूबर, 2021 को बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी. NCB ने 27 मई, 2022 को 14 आरोपियों के ख़िलाफ़ 6,000 पन्नों की चार्जशीट भी दायर की थी, जिसमें पर्याप्त सबूतों के अभाव में आर्यन ख़ान को क्लीन चिट दे दी गई थी. इस मामले के एक आरोपी को छोड़कर बाक़ी सब ज़मानत पर बाहर आ चुके हैं.

और ये 25 करोड़ वाली बात भी आज की नहीं है. याद करें. जब जांच चल रही थी, तब प्रभाकर सैल नाम के एक स्वतंत्र गवाह ने मीडिया को बताया था कि के पी गोसावी सहित एक NCB अफ़सर ने आर्यन खान को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की थी. 
इसके अलावा NCB अफ़सरों ने उसे 9-10 कोरे क़ाग़ज़ों पर साइन करने के लिए कहा था. NCB ने तो इन आरोपों को पूरी तरह फ़र्ज़ी बताया था. कहा था कि ये किसी मक़सद से किया गया था. हालांकि, इन्हीं आरोपों के बाद शुरू हुई इंक्वायरी. डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने विजिलेंस जांच की और अब रिपोर्ट आ गई है. और अब, जब ख़ुद CBI ने इस लाश को बेक़फ़न कर दिया है.

समीर वानखेड़े से जुड़ी जितनी जानकारी हमारे पास थी, हमने आपके सामने रख दी. लेकिन कुछ सवालों का जवाब हमारे पास भी नहीं है. वानखेड़े की कार्यशैली को लेकर जो बातें CBI ने कही हैं, क्या उसके बाद सुशांत सिंह राजपूत और आर्यन खान के मामले में NCB की कार्रवाई कठघरे में खड़ी नहीं हो जाती? एक आम दर्शक इस बात का फैसला कैसे करे कि जो तब हो रहा था, वो गलत था, या जो अब हो रहा है, वो गलत है? और सबसे बड़ा सवाल ये, कि समीर वानखेड़े, जो अच्छे खासे रसूख वाले लोगों पर हाथ डालते थे, अचानक आउट ऑफ फेवर कैसे हो गए.

वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: समीर वानखेड़े पर शाहरुख-आर्यन से पैसा वसूलने के आरोप, CBI रेड में क्या-क्या पता चला?

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