फाइलें जलाकर भ्रष्टाचार के सबूत मिटाने के आरोप पर क्या बोले शिवराज सिंह चौहान?
सतपुड़ा भवन में मध्यप्रदेश सरकार के कई विभागों के दफ्तर हैं. 2012, 2018 और 2023 में भी यहां आग लग चुकी है.
.webp?width=210)
दी लल्लनटॉप के साप्ताहिक पॉलिटिकल इंटरव्यू शो जमघट में हम दिग्गज राजनेताओं से बातचीत करते हैं. इस बार जमघट में हमारे महमान थे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान. चौहान के नाम भाजपा में सबसे लंबे समय तक किसी सूबे का मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड है.
इंटरव्यू में पहला सवाल मध्यप्रदेश सरकार के सचिवालयों में से एक - सतपुड़ा भवन में लगी आग पर पूछा गया. कांग्रेस आरोप लगाती है कि सत्ता परिवर्तन से डरी शिवराज सरकार फाइलें जलाकर भ्रष्टाचार के सबूत मिटा रही है. इस पर जवाब देते हुए शिवराज ने कहा,
“प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी. आग रात के अंधेरे में नहीं लगी. जब 4 हज़ार लोग काम कर रहे थे, तब लगी. ऐसा षडयंत्र कौन करेगा? दुर्भाग्य है कि विपक्ष ऐसी दुर्घटना पर राजनीति कर रहा है.”
शिवराज ने आगे बताया कि आज के डिजिटल युग में कोई रिकॉर्ड ऐसा तो नहीं हो सकता कि जल जाए और मिले नहीं. सतपुड़ा भवन के जिस हिस्से में आग लगी, वहां ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं था, जैसा विपक्ष संकेत कर रहा है. सरकार ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा,
“ऊपर की मंज़िल पर आग लगी थी और हवा तेज़ थी. हमसे जितने प्रयत्न बन पड़े, हमने किए. सेना को भी बुलाया गया. मैं रात भर जागता रहा. प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की.”
शिवराज सिंह चौहान के इस जवाब पर उनसे पूछा गया कि राजधानी में अग्निशमन के पर्याप्त इंतज़ाम क्यों नहीं थे? इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा,
“देखिए, इंतज़ाम तो थे. लेकिन इतनी ऊंची मंज़िल तक पहुंचने के लिए हाइड्रॉलिक प्लेटफॉर्म को खोलने में कुछ देर हो गई. आधे घंटे से ज़्यादा का समय लगा. इस तरह की चीज़ों को भी (जांच के दौरान) देखेंगे.”
शिवराज सिंह चौहान से हमने और भी कई सवाल पूछे थे. उन सबको सुनने-देखने के लिए इस लिंक पर आएं.
वीडियो: जमघट: शिवराज सिंह चौहान इंटरव्यू में PM मोदी, नरोत्तम मिश्रा, सिंधिया पर क्या बोले?