‘राहुल द्रविड़ क्रिकेट अकेडमी’ से ना जाने कितने युवा स्टार्स निकलकर टीम इंडिया तक पहुंचे हैं. ऐसा ही एक नाम है श्रेयस अय्यर का. श्रेयस ने टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की करने के बाद पहली बार बताया है कि किस तरह से द्रविड़ ने एक बार उनकी गलती पर उन्हें टोका था. जिसके बाद अय्यर ने उस चीज़ को बेहतर किया.
मुंबई के इस बल्लेबाज़ ने बताया कि एक बार एक चार दिवसीय मैच में अय्यर ने आखिरी ओवर में क्रीज़ से आगे निकलकर छक्का मार दिया. जिसके बाद द्रविड़ ने उनसे कहा, ‘वॉट इज़ धिस बॉस?'(ये क्या है)
कभी वीरेंद्र सहवाग के साथ अय्यर की तुलना होती थी. लेकिन अब अय्यर ने बताया कि इसके लिए कई बार उनकी आलोचना भी होती थी. अय्यर ने क्रिकबज़ के एक शो में बताया,
”वो एक चार दिवसीय मैच था और राहुल द्रविड़ मुझे पहली बार खेलते देख रहे थे. पहले दिन का आखिरी ओवर था. मैं 30 रन के आसपास खेल रहा था, तब तक सभी ये सोच रहे थे कि ये दिन का आखिरी ओवर है और मैं पूरा ओवर ध्यान से बल्लेबाज़ी कर उसे फिनिश करूंगा.
राहुल द्रविड़ अंदर बैठकर देख रहे थे. गेंदबाज़ ने एक फ्लाइटेड गेंद फेंकी, मैं उस गेंद को देखकर आगे निकला और शॉट को हवा में खेल दिया. गेंद ऊंची हवा में गई और ये छक्का था. ड्रेसिंग रूम से सभी लोग बाहर निकलकर आए और सोचने लगे कि आखिरी ओवर में कौन इस तरह से खेलता है.”
उस दिन राहुल द्रविड़ ने मुझे जज कर लिया कि मैं कैसा हूं. वो मेरे पास आए और कहा, ‘बॉस ये क्या था? दिन का आखिरी ओवर था और तुम ये क्या कर रहे थे.’ धीरे-धीरे मुझे समझ आया कि आखिर वो क्या कहना चाह रहे थे.”
राहुल द्रविड़ नेशनल क्रिकेट अकेडमी के प्रमुख बनने से पहले अंडर-19 और इंडिया ए टीम के हेड कोच थे. इतना ही नहीं उन्होंने राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली डेयरडेविल्स जैसी टीमों में भी कोचिंग की ज़िम्मेदारी निभाई है. राहुल द्रविड़ ने जिनको कोचिंग दी, उनमें से ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर, कुलदीप यादव, युजवेन्द्र चहल, संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी टीम इंडिया का हिस्सा बन चुके हैं.
सचिन तेंडुलकर और विरेंदर सहवाग ने सुनाया 2011 वर्ल्ड कप फाइनल का मजेदार किस्सा