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जब अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि मेरा किसलय मुझे लौटा दो

फिर किसलय लौटा और अपहरण करने वाले को पुलिस ने मार गिराया.

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लखनऊ से अटल 1991 से लेकर 2009 तक सांसद रहे.
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17 अगस्त 2018 (Updated: 17 अगस्त 2018, 09:33 IST)
Updated: 17 अगस्त 2018 09:33 IST
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27 जनवरी 2005. बिहार में विधानसभा के चुनाव थे. बिहार के मुजफ्फपुर सैंडिस कंपाउंड में चुनावी सभा आयोजित की गई थी. चुनाव प्रचार करने के लिए खुद अटल बिहारी वाजपेयी आए हुए थे. वाजपेयी मंच पर थे. दूसरे नेता भाषण दे रहे थे और वाजपेयी मंच पर बैठे उस दिन के बिहार के अखबार पढ़ रहे थे.
उस दिन बिहार के अखबार की सुर्खियों में एक बच्चे के अपहरण की कहानी छपी हुई थी. मुजफ्फपुर के डीपीएस स्कूल में पढ़ने वाले छात्र का अपहरण हो गया था. उस वक्त राबड़ी देवी बिहार की मुख्यमंत्री थीं और पटना हाई कोर्ट ने कहा था कि बिहार में तो जंगलराज है. वाजपेयी को इस बात की खबर अखबारों से ही लगी थी. विक्की ठाकुर उर्फ पप्पू ठाकुर इस मामले का मुख्य अभियुक्त था, लेकिन वो फरार था. इस पूरी घटना को अखबारों के जरिए पढ़ने के बाद जब वाजपेयी मंच पर भाषण देने आए, तो दोनों हाथ फैलाकर पूछा कि मेरा किसलय कहां है, कोई मुझे मेरा किसलय लौटा दे.
अपनी मां के साथ किसलय. अपहरण के बाद पुलिस ने उसे छुड़ा लिया था. बाद में अपहरण करने वाले को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. (Photo : Getty Images)
अपनी मां के साथ किसलय. अपहरण के बाद पुलिस ने उसे छुड़ा लिया था. बाद में अपहरण करने वाले को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. (Photo : Getty Images)

वाजपेयी का भाषण सुनने के लिए उस दिन पूरे बाज़ार के कारोबारी अपनी दुकानें बंद करके पहुंचे थे. बिहार में अपराध चरम पर था और हर रोज अखबारों में अपहरण की खबरें सामान्य बात हो गई थी. किसलय से पहले भी दीपक नाम के एक लड़के का अपहरण हुआ था. वाजपेयी के किसलय को लौटाने वाली बात का ये असर हुआ कि बिहार पुलिस ने 13 दिन बाद किसलय को सकुशल बरामद कर लिया.


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