अमेरिका-भारत व्यापार समझौता एक नाजुक मोड़ से गुज़र रही है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चल रही चर्चाओं को ‘जटिल’ बताया है, जिसमें दोनों पक्षों को उचित लेन-देन करने की ज़रूरत है. अगर 9 जुलाई तक बातचीत विफल हो जाती है, तो भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ 10% से बढ़कर 27% हो सकता है. डेयरी और कृषि से लेकर इलेक्ट्रिक वाहनों और जीएम फसलों तक, टकराव के बिंदु बढ़ रहे हैं. क्या भारत अपने किसानों की रक्षा कर सकता है और फिर भी अमेरिका में बाजार तक पहुंच सुरक्षित कर सकता है? और डॉनल्ड ट्रंप का नया रुख क्या है? इस संबंध में हाल के घटनाक्रमों को समझने के लिए, अभी पूरा वीडियो देखें!