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सैफ अली खान हमले से जुड़े ये सवाल हर किसी का दिमाग घुमा रहे, जवाब किसी के पास नहीं

Saif Ali Khan पर हमला करने के बाद आरोपी दो घंटे तक उनकी बिल्डिंग के बगीचे में बिना किसी को पता चले कैसे छिपा रहा?

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Saif Ali Khan stabbing case, questions that remain unanswered
पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, लेकिन उसकी शक्ल घटना वाले दिन बिल्डिंग की सीढ़ियों से उतरते हुए देखे गए व्यक्ति से अलग क्यों है? (फोटो- X)
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प्रशांत सिंह
24 जनवरी 2025 (Published: 04:58 PM IST) कॉमेंट्स
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एक्टर सैफ अली खान पर हुए हमले से जुड़े केस (Saif Ali Khan Attack) में रोज नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं. 15 और 16 जनवरी की बीच रात सैफ पर उनके फ्लैट में हमला हुआ. अगले दिन सुबह पुलिस ने संदिग्ध आरोपी का CCTV फुटेज जारी किया. वो सीढ़ियों से नीचे उतरते देखा गया. 19 जनवरी को मुंबई पुलिस ने बताया कि सैफ पर हमला करने वाला आरोपी मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद है. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. लेकिन सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि CCTV फुटेज में दिख रहे शख्स और मोहम्मद शरीफुल में काफी अंतर है. इसके बाद से केस में कई और सवाल उठने लगे. मसलन…

क्या इस केस में आरोपी असल में मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद है? CCTV में दिख रहा शख्स कौन है? जानते हैं कि सैफ अली खान पर हुए हमले के बाद से किन-किन सवालों के जवाब साफ तौर पर अभी भी मिल नहीं पाए हैं.

- हमला करने वाला शख्स सैफ के बांद्रा स्थित आवास के मेन गेट से बिना किसी भी भनक के कैसे घुस गया?

- क्या मेन गेट पर निगरानी के लिए कोई सिक्योरिटी प्रोटोकॉल मौजूद नहीं था?

- जिस वक्त आरोपी ने गेट से एंटर किया, क्या उस समय गार्ड सो रहे थे?

- जिस वक्त सैफ पर हमला हुआ तब घर के अंदर मौजूद मेल स्टाफ ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? और इस महत्वपूर्ण समय में वो सब क्या कर रहे थे?

- पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, लेकिन उसकी शक्ल घटना वाले दिन बिल्डिंग की सीढ़ियों से उतरते हुए देखे गए व्यक्ति से अलग क्यों है?

- सैफ पर हमला करने के बाद आरोपी दो घंटे तक सैफ अली खान की बिल्डिंग के बगीचे में बिना किसी को पता चले कैसे छिपा रहा?

- क्या अलार्म बजने के बाद इस दौरान परिसर की तलाशी नहीं की गई?

इन सवालों के जवाब में थोड़ा क्लैरिटी के लिए इंडिया टुडे टीवी ने पूर्व आईपीएस अधिकारी और इंटेलिजेंस ब्यूरो के पूर्व स्पेशल डायरेक्टर यशोवर्धन आजाद और महाराष्ट्र पुलिस के पूर्व एडिशनल डीजीपी (स्पेशल ऑप्स) पीके जैन से बात की. दोनों अधिकारियों ने मामले और जांच का विश्लेषण किया. इसमें दोनों ने विसंगतियों की ओर इशारा किया है. यशोवर्धन आजाद ने बताया,

"इस केस में निश्चित रूप से कई विसंगतियां हैं... मुंबई में ऐसे अपराधी थे, जो पूरी शरीर में तेल लगे होने पर भी ऊंची इमारतों पर चढ़ सकते थे. ऐसी इमारतों में बिना ग्रिल वाली खिड़की रखना चौंकाने वाली बात है."

आजाद ने सीसीटीवी फुटेज को लेकर भी बात की. उन्होंने बताया,

"बिल्डिंग में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे न होना भी चौंकाने वाली बात है. यहां तक, नोएडा की एक साधारण बिल्डिंग मुंबई की तुलना में कहीं ज़्यादा सुरक्षित और सीसीटीवी से लैस है. तीसरी बात, मुंबई में ज्यादातर सिक्योरिटी गार्ड दिन में काम करते हैं और रात में वो सिर्फ सोने के लिए सिक्योरिटी का काम करते हैं. यही नहीं, उन्हें हाउसकीपिंग एजेंसियों से काम पर रखा गया था, न कि किसी सिक्योरिटी गार्ड एजेंसी से."

फिंगरप्रिंट पर भी संदेह

मुंबई पुलिस की फोरेंसिक टीम ने 21 जनवरी को सैफ के घर से 19 फिंगरप्रिंट कलेक्ट किए थे. पुलिस का दावा है कि क्राइम सीन के कई हिस्सों से आरोपी मोहम्मद शरीफुल इस्लाम के फिंगरप्रिंट मिले हैं. इनमें बाथरूम की खिड़की शामिल है, जहां से वो अंदर आया और बाहर गया. डक्ट शॉफ्ट से भी फिंगरप्रिंट मिलने की बात कही गई है.

यशोवर्धन आजाद ने पुलिस जांच में मिले फिंगरप्रिंट पर भी बात की. आजाद ने कहा,

“आप इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि वहां फिंगरप्रिंट पाए गए थे. उंगलियों के निशान कितने सही हैं, या टोपी से लिए गए बालों के DNA. और फिर घर के कर्मचारियों द्वारा की गई पहचान, साथ ही चाकू के तीसरे हिस्से की बरामदगी. इन सब की ठीक से जांच करने से ये पता चलेगा कि ये आदमी असली है या नहीं."

आरोपी छिपा रहा, पता भी नहीं लगा

सैफ पर हमला करने के बाद आरोपी दो घंटे तक उनकी बिल्डिंग में रहा. वो बिल्डिंग के बगीचे में छिपा रहा, लेकिन किसी को भी भनक तक नहीं लगी. आज़ाद ने इस पर कई महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा,

"तो क्या किसी ने फ्लाइंग स्क्वॉड को फोन किया? क्या किसी ने 100 नंबर डायल किया? उस वक्त क्या रिस्पॉन्स दिया गया?"

महाराष्ट्र पुलिस के पूर्व एडिशनल डीजीपी (स्पेशल ऑप्स) पीके जैन ने हमले से पहले और बाद की घटनाओं के क्रम पर भी सवाल उठाया. जैन ने कहा,

“हमले के वक्त सिर्फ़ हाउस हेल्प और सैफ अली खान ही कथित अपराधी से भिड़ रहे थे, कोई और उन्हें बचाने नहीं आया. और फिर बाद में, आरोपी को कमरे में बंद कर दिया जाता है, वो उस कमरे से भी निकल जाता है. मतलब, ये सब चीज़ें आपस में मेल नहीं खातीं.”

वकील ने क्या बताया?

सैफ अली खान से जुड़े इस केस में कई ऐसे पहलू हैं जिनके जवाब अभी साफ नहीं हैं. इस बीच, पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए शरीफुल के पिता ने कहा है कि सीसीटीवी में दिख रहा शख्स उनका बेटा नहीं है. आरोपी के चेहरे की पहचान पर वकील संदीप शेरखाने ने कहा, 

“आरोपी के पिता ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा व्यक्ति उनका बेटा नहीं है. चेहरा पहचानने की प्रक्रिया चल रही है. जमानत मिलने के बाद में और दस्तावेज जमा किए जाएंगे.”

ऐसे कई सवाल सोशल मीडिया पर तैर रहे हैं. पुलिस और फॉरेंसिक टीमें मामले की जांच में जुटी हैं. उम्मीद करते हैं कि आने वाले दिनों में सवाल कम होंगे, और उनके जवाब सामने आएंगे.

वीडियो: सैफ अली खान पर हमला करने वाले आरोपी शरीफुल के पिता ने क्या कहा?

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