The Lallantop
Advertisement

ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार बनी 'रेड टीम', दुुश्मन के दिमाग को समझना अब मुश्किल नहीं!

'Red Team’ एक्सपर्ट की एक ऐसी टीम होती है जो विरोधी देश की मानसिकता और रणनीति को समझती है. जिससे उसकी प्लानिंग को चुनौती दी जा सके. 'Operation Sindoor' में पहली बार भारतीय सेना ने इस कॉन्सेप्ट का टेस्ट किया है.

Advertisement
Red Team formed in first time Operation Sindoor experts to map mind of pakistan
‘रेड टीम’ एक्सपर्ट की एक टीम होती है (फोटो: ADGPI INDIAN ARMY)
pic
अर्पित कटियार
27 मई 2025 (Published: 08:17 AM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

पहली बार ऑपरेशन सिंदूर में प्लानिंग के दौरान “रेड टीमिंग कॉन्सेप्ट” (Red Teaming Concept) को अपनाया गया. ‘रेड टीम’ एक्सपर्ट की एक ऐसी टीम होती है जो विरोधी की मानसिकता और रणनीति को समझती है. जिससे उसकी प्लानिंग को चुनौती दी जा सके. साथ ही दुश्मन के रिएक्शंस की नकल भी की जाती है. ताकि सेना अपनी सुरक्षा में सुधार कर सके.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि यह पहली बार है जब भारतीय सेना ने किसी ऑपरेशन में इस कॉन्सेप्ट का टेस्ट किया है. बताया जा रहा है कि इस रेड टीम में देश भर की कई कमांड्स और पोस्टिंग से पांच सीनियर अधिकारी लिए गए थे. सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना में इस कॉन्सेप्ट को महाभारत में पांडवों के सलाहकार के नाम पर 'विदुर वक्ता' नाम दिया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर 2024 में सेना कमांडर्स के सम्मेलन के बाद इस कॉन्सेप्ट को पेश किया गया था. जिसके बाद 15 अधिकारियों के एक समूह ने रेड टीमिंग में स्पेशल ट्रेनिंग ली. उन्होंने कहा कि अब अगले दो सालों में 'विदुर वक्ता' कार्यक्रम का विस्तार किया जाएगा और एक रोडमैप तैयार किया जाएगा. जिसका मकसद विदेशी ट्रेनर्स पर निर्भरता कम करना है. 

मई 2024 में ही सेना ने एक इकाई बनाने की खोज शुरू कर दी थी. जो एक विरोधी बल के रूप में कार्य करेगी. यानी-OPFOR (Opposing Forces). युद्धाभ्यास करने और युद्ध की तैयारी को बढ़ाने के लिए इस इकाई को बनाया जाएगा. अमेरिका समेत दुनिया भर की कई सेनाओं ने भी प्रशिक्षण अभ्यासों के दौरान दुश्मन के व्यवहार की नकल करने के लिए ऐसी इकाइयां बना रखी हैं.

ये भी पढ़ें: 'Operation Sindoor' का लोगो इन दो सैनिकों ने डिजाइन किया था

रेड टीमिंग क्या है?

रेड टीमिंग कॉन्सेप्ट लंबे वक्त से विदेशों में मिलिट्री ऑपरेशंस का हिस्सा रहा है. खासतौर पर शीत युद्ध के दौरान. जब यह सोवियत की रणनीतियों का अनुमान लगाने में मदद करता था. इसे हाल ही में भारतीय सेना के भीतर टेस्ट के लिए इस्तेमाल किया गया है. दरअसल, 'रेड टीम' शब्द युद्ध-खेल अभ्यास से पैदा हुआ है. जहां दो टीम होती हैं. एक ‘रेड टीम’ और दूसरी ‘ब्लू टीम’. रेड टीम दुश्मन की रणनीति की नकल करती है और ब्लू टीम के खिलाफ काल्पनिक हमले शुरू करती है. जबकि 'ब्लू टीम' बचाव दल होता है. 

वीडियो: नेतानगरी: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत नैरेटिव बनाने में PAK से पीछे रह गया? नीतीश को लेकर अब क्या पता चला?

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement